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Commodities News
अमेरिकी टैरिफ से जुड़ी चिंताओं के बावजूद भारत का व्यापार घाटा अगस्त में कम होकर 26.49 अरब डॉलर रह गया
वाणिज्य मंत्रालय द्वारा सोमवार को जारी आंकड़ों के अनुसार, भारत का व्यापार घाटा जुलाई के 27.35 अरब डॉलर से घटकर अगस्त में 26.49 अरब डॉलर रह गया।
भारत का विदेशी मुद्रा भंडार 4.03 अरब डॉलर बढ़कर 698.26 अरब डॉलर हुआ, गोल्ड रिजर्व भी बढ़ा
भारत का विदेशी मुद्रा भंडार 5 सितंबर को समाप्त हुए हफ्ते में सालाना आधार पर 4.03 अरब डॉलर बढ़कर 698.26 अरब डॉलर हो गया है। यह जानकारी भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) द्वारा शुक्रवार को दी गई।
भारत के इंडस्ट्रियल गुड्स सेक्टर में महत्वपूर्ण संभावनाएं, एडवांस्ड एनालिटिक्स-ड्रिवन प्राइसिंग की ओर बढ़ रही कंपनियां : रिपोर्ट
भारत के इंडस्ट्रियल गुड्स मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर की 40 प्रतिशत से कम कंपनियां वर्तमान में डेटा-ड्रिवन प्राइसिंग रणनीतियों का उपयोग करती हैं, जिससे भविष्य में विकास की अपार संभावनाएं बनी हुई हैं। यह जानकारी सोमवार को आई एक रिपोर्ट में दी गई।
'मेड इन इंडिया चिप्स' पर चलने वाले टेलीकॉम सिस्टम को मिला टीईसी सर्टिफिकेशन : अश्विनी वैष्णव
केंद्रीय इलेक्ट्रॉनिक्स और आईटी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने घोषणा की है कि केवल घरेलू स्तर पर उत्पादित चिप्स का इस्तेमाल करने वाले टेलीकॉम सिस्टम को स्टैंडर्ड्स और क्वालिटी टेस्ट पास करते हुए टेलीकम्युनिकेशन इंजीनियरिंग सेंटर (टीईसी) से सर्टिफिकेशन प्राप्त हुआ है।
देसी घी 300 रुपये प्रति टिन महंगा, लिक्विड दूध की आपूर्ति घटने से और तेजी के आसार
देसी घी की कीमतों में हाल ही में 300 रुपये प्रति टिन की बढ़ोतरी हुई है, जिसका कारण दूध की आपूर्ति में कमी और त्योहारों के दौरान बढ़ती मांग है। माना जा रहा है कि दूध पाउडर और देसी घी की कीमतें आने वाले समय में और बढ़ सकती हैं।
जीएसटी सुधार 2030 तक देश को 350 अरब डॉलर की कपड़ा अर्थव्यवस्था बनाने में होंगे मददगार : केंद्र
केंद्र सरकार के अनुसार, नेक्स्ट जनरेशन जीएसटी सुधार भारत के कपड़ा क्षेत्र के लिए एक ऐतिहासिक छलांग हैं, जो 2030 तक देश को 350 अरब डॉलर की कपड़ा अर्थव्यवस्था बनाने की दिशा में उत्प्रेरक का काम करेंगे।
सेमीकॉन इंडिया 2025: एएसएमएल ने भारतीय कंपनियों के साथ साझेदारी बढ़ाने की पेशकश की
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के एक मजबूत घरेलू चिप निर्माण इकोसिस्टम विकसित करने और इस महत्वपूर्ण तकनीक के आयात को कम करने के लक्ष्य के साथ, सेमीकंडक्टर इक्विपमेंट मैन्युफैक्चरर और सेमीकंडक्टर लिथोग्राफी में ग्लोबल लीडर एएसएमएल होल्डिंग एनवी ने देश में व्यापार के लिए एक मजबूत प्रस्ताव रखा है।
ऑल-टाइम हाई पर सोना, चांदी की कीमत भी 1.22 लाख रुपए के पार
सोने और चांदी की कीमतों में सोमवार को बड़ी तेजी देखी गई, जिससे दोनों कीमती घातुओं की कीमतें ऑल-टाइम हाई पर पहुंच गई हैं।
ट्रंप ने व्यापार और टैरिफ को लेकर भारत पर साधा निशाना, व्यापारिक संबंधों को 'एकतरफा' बताया
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने सोमवार को नई दिल्ली के साथ वाशिंगटन के व्यापारिक संबंधों की आलोचना तेज करते हुए व्यापारिक संबंधों को 'एकतरफा' बताया।
अप्रैल-जून अवधि में 7.8 प्रतिशत की जीडीपी ग्रोथ रेट से अमेरिकी टैरिफ से आई अनिश्चितता में आएगी कमी :इंडस्ट्री
वित्त वर्ष 26 की पहली तिमाही (अप्रैल-जून अवधि) में अर्थव्यवस्था का 7.8 प्रतिशत की दर से बढ़ना सभी के लिए उत्साहजनक है। इससे अमेरिकी टैरिफ के कारण जो अनिश्चितता बढ़ी है उसमें कमी आएगी। यह बयान इंडस्ट्री की ओर से दिया गया।
भारत में डीआईआई की खरीदारी लगातार दूसरे वर्ष 5 लाख करोड़ रुपए के पार
घरेलू संस्थागत निवेशकों (डीआईआई) ने भारतीय शेयरों में इस वर्ष अब तक 5 लाख करोड़ रुपए से अधिक का निवेश किया है, जो विदेशी निकासी के बीच बाजारों को स्थिर करने में उनके बढ़ते प्रभाव को दर्शाता है।
सरकार ने राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को राहत देते हुए बोरियों के उपयोग शुल्क में 40 प्रतिशत की वृद्धि की
केंद्र सरकार ने बोरियों के उपयोग शुल्क में लगभग 40 प्रतिशत की वृद्धि की है, जिससे राज्य सरकारों और केंद्र शासित प्रदेशों (यूटी) को वित्तीय राहत मिली है।
सोने का दाम 1.01 लाख रुपए प्रति 10 ग्राम के पार, चांदी ऑल-टाइम हाई पर
सोने और चांदी की कीमतों में गुरुवार को जबरदस्त तेजी देखी गई। सोने का दाम 1.01 लाख रुपए प्रति 10 ग्राम और चांदी की कीमत 1.17 लाख रुपए प्रति किलो के पार पहुंच गई है।
बिहार में 2,400 मेगावाट के ग्रीनफील्ड थर्मल पावर प्लांट के लिए अदाणी पावर को मिला लेटर ऑफ अवार्ड
अदाणी पावर लिमिटेड ने शुक्रवार को बताया कि कंपनी को बिहार स्टेट पावर जेनरेशन कंपनी लिमिटेड (बीएसपीजीसीएल) से 25 साल की लंबी अवधि की बिजली खरीद के लिए लेटर ऑफ अवार्ड (एलओए) मिला है।
दीपा ब्रांड गोला और महंगा होने की आशंका, 70 प्रतिशत स्टॉक खत्म
व्यापारियों का कहना है कि पिछले पांच सालों में कच्चे नारियल का उत्पादन धीरे-धीरे घटकर 35% रह गया है। इसके विपरीत, कच्चे नारियल की खपत में 50% की वृद्धि हुई है। इन्हीं कारणों से गोले के भाव इस साल ऊंचे ही बने रहेंगे। दूसरी ओर, मंगल खोपरा पाउडर में थोड़ी नरमी देखी गई है, जो पहले 9800 रुपए प्रति 25 किलो बिक रहा था, अब 8850 रुपए प्रति 25 किलो पर आ गया है।
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जीएसटी सुधारों के कारण वित्त वर्ष 2026 में भारत की जीडीपी 6.5 प्रतिशत की दर से बढ़ेगी : रिपोर्ट
जीएसटी सुधारों से 3 किलोवाट के रूफटॉप सोलर सिस्टम की कीमत में आएगी 10,500 रुपए तक की कमी
स्थिर मुद्रास्फीति और तेल कीमतों के बीच नवंबर तक सरकारी बॉन्ड यील्ड में 10 आधार अंकों की गिरावट की संभावना : रिपोर्ट
स्थिर मुद्रास्फीति और तेल कीमतों के बीच नवंबर तक सरकारी बॉन्ड यील्ड में 10 आधार अंकों की गिरावट की संभावना : रिपोर्ट नई दिल्ली, 17 सितंबर (आईएएनएस)। अनुकूल मुद्रास्फीति के आंकड़ों और तेल की स्थिर कीमतों के कारण अगले तीन महीनों में बेंचमार्क भारतीय बॉन्ड यील्ड में थोड़ी गिरावट आने की उम्मीद है। यह जानकारी बुधवार को आई एक रिपोर्ट में दी गई। रिसर्च फर्म क्रिसिल इंटेलिजेंस की रिपोर्ट में कहा गया है कि 10-ईयर सरकारी बॉन्ड यील्ड, जो 31 अगस्त को 6.59 प्रतिशत था, सितंबर के अंत तक 6.42 -6.52 प्रतिशत और नवंबर के अंत तक 6.38 -6.48 प्रतिशत के दायरे में आने की उम्मीद है। स्टेट डेवलपमेंट लोन यील्ड नवंबर तक 7.23 प्रतिशत से घटकर 7.15 -7.25 प्रतिशत के दायरे में आने की उम्मीद है, जबकि 10-ईयर कॉर्पोरेट बॉन्ड यील्ड 7.19 प्रतिशत से घटकर 7.08-7.18 प्रतिशत के दायरे में आ सकता है। क्रिसिल ने बताया कि तेल की नरम कीमतें भू-राजनीतिक जोखिमों और वैश्विक विकास में धीमी गति के प्रभावों की भरपाई कर रही हैं। यील्ड को प्रभावित करने वाले प्रमुख कारक अमेरिकी फेडरल ओपन मार्केट कमेटी का आगामी निर्णय, अगस्त में घरेलू बाजार में औसतन 2.84 लाख करोड़ रुपये की तरलता, चल रही अमेरिका-भारत व्यापार वार्ताएँ और अस्थिर विदेशी पूंजी प्रवाह हैं। 1 जुलाई से 8 सितंबर के बीच, विदेशी संस्थागत निवेशकों ने कुल 1.02 लाख करोड़ रुपए के भारतीय शेयर बेचे, जिनमें से सितंबर के पहले छह सत्रों में 7,800 करोड़ रुपए की बिक्री हुई। रिपोर्ट में कहा गया है कि भारतीय रिजर्व बैंक की मौद्रिक नीति समिति द्वारा अक्टूबर की बैठक में रेपो दर में कटौती की संभावना कम है, क्योंकि केंद्रीय बैंक ने एक विराम की घोषणा की है और संकेत दिया है कि आगे कोई भी हस्तक्षेप आंकड़ों पर निर्भर करेगा। रिपोर्ट के अनुसार, हाल ही में जीएसटी को रेशनलाइज बनाने के कारण वास्तविक राजकोषीय प्रभाव अपेक्षा से कम होगा। भारत की पहली तिमाही की जीडीपी वृद्धि दर 7.8 प्रतिशत तक पहुंच गई है और सरकार द्वारा जीएसटी स्ट्रक्चर को सरल बनाने के फैसले से अर्थव्यवस्था में लगभग 50,000 करोड़ रुपए आने की उम्मीद है, जिससे घरेलू खपत को बढ़ावा मिलेगा। एसबीआई कैपिटल मार्केट्स ने हाल ही में कहा था कि अमेरिका और ब्रिटेन में राजकोषीय तनाव वैश्विक व्यापार तनाव को जटिल बना रहा है और बढ़ते कर्ज के बोझ के कारण बॉन्ड यील्ड कर्व और अधिक बढ़ रहा है। --आईएएनएस एसकेटी/
स्थिर मुद्रास्फीति और तेल कीमतों के बीच नवंबर तक सरकारी बॉन्ड यील्ड में 10 आधार अंकों की गिरावट की संभावना : रिपोर्ट नई दिल्ली, 17 सितंबर (आईएएनएस)। अनुकूल मुद्रास्फीति के आंकड़ों और तेल की स्थिर कीमतों के कारण अगले तीन महीनों में बेंचमार्क भारतीय बॉन्ड यील्ड में थोड़ी गिरावट आने की उम्मीद है। यह जानकारी बुधवार को आई एक रिपोर्ट में दी गई। रिसर्च फर्म क्रिसिल इंटेलिजेंस की रिपोर्ट में कहा गया है कि 10-ईयर सरकारी बॉन्ड यील्ड, जो 31 अगस्त को 6.59 प्रतिशत था, सितंबर के अंत तक 6.42 -6.52 प्रतिशत और नवंबर के अंत तक 6.38 -6.48 प्रतिशत के दायरे में आने की उम्मीद है। स्टेट डेवलपमेंट लोन यील्ड नवंबर तक 7.23 प्रतिशत से घटकर 7.15 -7.25 प्रतिशत के दायरे में आने की उम्मीद है, जबकि 10-ईयर कॉर्पोरेट बॉन्ड यील्ड 7.19 प्रतिशत से घटकर 7.08-7.18 प्रतिशत के दायरे में आ सकता है। क्रिसिल ने बताया कि तेल की नरम कीमतें भू-राजनीतिक जोखिमों और वैश्विक विकास में धीमी गति के प्रभावों की भरपाई कर रही हैं। यील्ड को प्रभावित करने वाले प्रमुख कारक अमेरिकी फेडरल ओपन मार्केट कमेटी का आगामी निर्णय, अगस्त में घरेलू बाजार में औसतन 2.84 लाख करोड़ रुपये की तरलता, चल रही अमेरिका-भारत व्यापार वार्ताएँ और अस्थिर विदेशी पूंजी प्रवाह हैं। 1 जुलाई से 8 सितंबर के बीच, विदेशी संस्थागत निवेशकों ने कुल 1.02 लाख करोड़ रुपए के भारतीय शेयर बेचे, जिनमें से सितंबर के पहले छह सत्रों में 7,800 करोड़ रुपए की बिक्री हुई। रिपोर्ट में कहा गया है कि भारतीय रिजर्व बैंक की मौद्रिक नीति समिति द्वारा अक्टूबर की बैठक में रेपो दर में कटौती की संभावना कम है, क्योंकि केंद्रीय बैंक ने एक विराम की घोषणा की है और संकेत दिया है कि आगे कोई भी हस्तक्षेप आंकड़ों पर निर्भर करेगा। रिपोर्ट के अनुसार, हाल ही में जीएसटी को रेशनलाइज बनाने के कारण वास्तविक राजकोषीय प्रभाव अपेक्षा से कम होगा। भारत की पहली तिमाही की जीडीपी वृद्धि दर 7.8 प्रतिशत तक पहुंच गई है और सरकार द्वारा जीएसटी स्ट्रक्चर को सरल बनाने के फैसले से अर्थव्यवस्था में लगभग 50,000 करोड़ रुपए आने की उम्मीद है, जिससे घरेलू खपत को बढ़ावा मिलेगा। एसबीआई कैपिटल मार्केट्स ने हाल ही में कहा था कि अमेरिका और ब्रिटेन में राजकोषीय तनाव वैश्विक व्यापार तनाव को जटिल बना रहा है और बढ़ते कर्ज के बोझ के कारण बॉन्ड यील्ड कर्व और अधिक बढ़ रहा है। --आईएएनएस एसकेटी/
डा. रत्नेश लाल आईडीएसए के चेयरमैन, अपराजिता सरकार वाईस चेयरमैन निर्वाचित
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