काइनेटिक DX बनाम TVS iQube: इलेक्ट्रिक स्कूटर बाजार में कौन है ज्यादा दमदार खिलाड़ी? जानें पूरी तुलना
Source : business.khaskhabar.com | July 29, 2025 | 
नईदिल्ली। भारत में इलेक्ट्रिक स्कूटर सेगमेंट में प्रतिस्पर्धा तेजी से बढ़ रही है, और इसी दौड़ में दिग्गज ऑटोमोबाइल कंपनी काइनेटिक ने अपने प्रतिष्ठित DX स्कूटर को अब इलेक्ट्रिक अवतार में दोबारा पेश किया है। यह नया इलेक्ट्रिक स्कूटर सीधे तौर पर बाजार में पहले से स्थापित और लोकप्रिय मॉडल, TVS iQube को टक्कर दे रहा है। ऐसे में यह सवाल लाजिमी है कि कौन सा स्कूटर अधिक दमदार, फीचर-रिच और ग्राहकों के लिए 'पैसा वसूल' साबित होता है? आइए रेंज, फीचर्स, परफॉर्मेंस और कीमत के आधार पर काइनेटिक DX और TVS iQube की विस्तृत तुलना करते हैं।
बैटरी और रेंज: काइनेटिक DX ने बनाई बढ़तः इलेक्ट्रिक स्कूटर के लिए बैटरी और रेंज सबसे महत्वपूर्ण पहलू होते हैं। काइनेटिक DX और उसके अपग्रेड वेरिएंट DX+ में 2.6 kWh की LFP (लिथियम आयरन फॉस्फेट) बैटरी दी गई है। यह बैटरी DX वेरिएंट को 102 किलोमीटर की IDC (इंडियन ड्राइविंग साइकिल) रेंज प्रदान करती है, जबकि DX+ वेरिएंट 116 किलोमीटर की प्रभावशाली IDC रेंज देता है। इन स्कूटर्स में 4.8 kW का हब मोटर और तीन राइडिंग मोड्स (रेंज, पावर, टर्बो) मिलते हैं।
टॉप स्पीड के मामले में भी काइनेटिक DX 80 किमी/घंटा और DX+ 90 किमी/घंटा की रफ्तार पकड़ सकता है।
इसके मुकाबले, TVS iQube में 2.2 kWh की बैटरी मिलती है, जो 94 किलोमीटर की IDC रेंज प्रदान करती है और इसकी टॉप स्पीड 75 किमी/घंटा है। हालांकि, परफॉर्मेंस की दृष्टि से TVS iQube 0 से 40 किमी की रफ्तार सिर्फ 4.2 सेकंड में पकड़ लेता है, जो शहरी आवागमन के लिए काफी प्रभावशाली है।
चार्जिंग टाइम: TVS iQube ने मारी बाजी चार्जिंग के समय की बात करें, तो TVS iQube इस सेगमेंट में काइनेटिक DX से थोड़ा आगे है। TVS iQube अपनी बैटरी को 0 से 80% तक मात्र 2 घंटे 45 मिनट में चार्ज कर लेता है, जबकि काइनेटिक DX को इसी स्तर तक पहुंचने में लगभग 3 घंटे का समय लगता है। यह उन ग्राहकों के लिए एक महत्वपूर्ण कारक हो सकता है जो त्वरित चार्जिंग को प्राथमिकता देते हैं।
फीचर्स: काइनेटिक DX+ में प्रीमियम टच फीचर्स के मामले में काइनेटिक DX और DX+ दोनों ही मॉडल काफी उन्नत हैं। इनमें रिवर्स असिस्ट, हिल होल्ड, 37 लीटर का विशाल अंडरसीट स्टोरेज (जो काइनेटिक की एक बड़ी खासियत है) और ब्लूटूथ कनेक्टिविटी जैसे उपयोगी फीचर्स शामिल हैं, जो रोजमर्रा की सवारी को बेहद सुविधाजनक बनाते हैं। वहीं, DX+ वेरिएंट को तकनीकी रूप से और भी उन्नत बनाया गया है। इसमें 8.8 इंच की बड़ी डिजिटल डिस्प्ले, वॉइस अलर्ट, कीलेस एंट्री और पेटेंटेड रिट्रैक्टेबल चार्जिंग केबल जैसे स्मार्ट फीचर्स भी मिलते हैं, जो इसे प्रतिस्पर्धियों से अलग करते हैं। इसके अलावा, 'काइनेटिक कम्पेनियन' मोबाइल एप्लिकेशन के जरिए यूज़र्स को व्हीकल ट्रैकिंग, जियोफेंसिंग और इंट्रूडर अलर्ट जैसी उन्नत टेलीमैटिक्स सुविधाएं भी मिलती हैं।
TVS iQube भी फीचर्स के मोर्चे पर किसी से कम नहीं है।
इसमें स्मार्टकनेक्ट ब्लूटूथ सुविधा, टर्न-बाय-टर्न नेविगेशन, TFT डिस्प्ले, USB चार्जिंग पोर्ट, एंटी-थेफ्ट अलर्ट, साइड स्टैंड मोटर कटऑफ और रीजनरेटिव ब्रेकिंग जैसे सुरक्षा व सुविधा से जुड़े फीचर्स इसे एक स्मार्ट और सुरक्षित विकल्प बनाते हैं। हालांकि इसका अंडरसीट स्टोरेज 17 लीटर है, जो काइनेटिक DX+ की तुलना में कम है, लेकिन शहरी उपयोग के लिए पर्याप्त माना जा सकता है।
कीमत और वैल्यू फॉर मनी: कौन है आपके लिए बेहतर? प्रदर्शन के मामले में काइनेटिक DX निश्चित रूप से TVS iQube से बेहतर साबित होता है, लेकिन कीमत का अंतर भी यहाँ महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। TVS iQube, काइनेटिक DX की तुलना में लगभग ₹18,000 सस्ता है। इसका मतलब है कि सीमित बजट वाले ग्राहकों के लिए TVS iQube एक शानदार और किफायती विकल्प हो सकता है, जो एक भरोसेमंद इलेक्ट्रिक स्कूटर की तलाश में हैं।
दूसरी ओर, जो ग्राहक लंबी रेंज, अधिक टॉप स्पीड और एडवांस फीचर्स को प्राथमिकता देते हैं, उनके लिए काइनेटिक DX या DX+ वेरिएंट ज्यादा उपयुक्त रहेगा।
दोनों स्कूटर्स की अपनी-अपनी खूबियां हैं - TVS iQube किफायती होने के साथ-साथ भरोसेमंद है, जबकि काइनेटिक DX अधिक रेंज और उन्नत सुविधाओं के साथ एक दमदार पैकेज है। अंततः, कौन सा स्कूटर बेहतर है, इसका फैसला आपके व्यक्तिगत उपयोग और बजट पर निर्भर करता है।
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