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Commodities News
अमेरिकी टैरिफ से भारत को प्रमुख क्षेत्रों में चीन के मुकाबले मिलेगी बढ़त
अमेरिका द्वारा लगाए गए रेसिप्रोकल टैरिफ का प्रभाव सभी देशों पर देखने को मिलेगा, लेकिन भारतीय निर्यातक 'प्रतिद्वंद्वी' के रूप में मजबूत होकर उभर सकते हैं, क्योंकि चीन को 65 प्रतिशत या उससे भी ज्यादा शुल्क का सामना करना पड़ रहा है।
ट्रंप के जवाबी टैरिफ का भारत पर वैश्विक प्रतिस्पर्धियों की तुलना में कम असर होगा: इंडस्ट्री
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा भारत सहित दुनिया के कई देशों पर जवाबी टैरिफ लगाए जाने पर इंडस्ट्री एक्सपर्ट्स ने गुरुवार को कहा कि इसका अन्य वैश्विक प्रतिस्पर्धियों के मुकाबले भारत पर कम असर होगा।
झंडेवालाज ने लॉन्च किया शुद्ध देशी गोधेनु काऊ बिलोना घी
कंपनी के प्रबंध निदेशक (एमडी), राकेश बी. कूलवाल ने इस उत्पाद के लॉन्च पर कहा कि यह घी उन उपभोक्ताओं के लिए एक बेहतरीन विकल्प है जो अपनी सेहत के प्रति सजग हैं और शुद्ध देशी उत्पादों की तलाश में रहते हैं। उन्होंने यह भी बताया कि ग्राहक इस घी को आसानी से घर बैठे प्राप्त कर सकते हैं। इसके लिए वे झंडेवालाज की आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर या फिर लोकप्रिय ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म, अमेज़न और फ्लिपकार्ट के माध्यम से ऑनलाइन ऑर्डर कर सकते हैं।
यूरोप के सबसे मूल्यवान बैंकिंग ब्रांडों में शीर्ष 25 में एसबीईआर शामिल
यूरोप के शीर्ष 500 बैंकिंग ब्रांडों में एसबीईआर को 78वां स्थान और 25 सबसे मूल्यवान बैंक ब्रांडों की रैंकिंग में 22वां स्थान मिला है।
रबी तेल तिलहन सेमिनारः देश में इस साल 111 लाख टन सरसों उत्पादन का अनुमान
मस्टर्ड ऑयल प्रॉड्यूशर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया (मोपा) के अध्यक्ष बाबूलाल डाटा ने सरकार से डिमांड रखी कि मस्टर्ड डीओसी निर्यात पर 15 प्रतिशत एक्सपोर्ट इंसेंटिव दिया जावे, ताकि किसान की सरसों एमएसपी के आसपास बिके। परिणामस्वरूप देश का तेल उद्योग सुचारू रूप से चल सके।
बढ़ते ट्रेड टैरिफ के बीच भारत के पास हाई-वैल्यू मैन्युफैक्चरिंग और निर्यात में बड़े अवसर: इंडस्ट्री लीडर्स
वीडियोटेक्स के निदेशक अर्जुन बजाज ने कहा, "इस अवसर का अधिकतम लाभ उठाने के लिए हमें इन्फ्रास्ट्रक्चर, स्किल डेवलपमेंट पर दोगुना फोकस करना होगा और भारत को अधिक बिजनेस-फ्रेंडली मैन्युफैक्चरिंग केंद्र बनाना होगा।" भारत का टीवी मार्केट तेजी से बदल रहा है। जहां बड़ी स्क्रीन, स्मार्ट टेक और प्रीमियम अनुभवों की मांग बढ़ रही है।
2024 में भारत के वेयरहाउसिंग और लॉजिस्टिक्स सेक्टर में 203 प्रतिशत बढ़ा निवेश
इंडियन वेयरहाउसिंग और लॉजिस्टिक्स सेक्टर को 2024 में 1.96 बिलियन डॉलर का निवेश प्राप्त हुआ, जो पिछले साल रियल एस्टेट सेक्टर में प्राप्त कुल संस्थागत निवेश का 29 प्रतिशत है। गुरुवार को जारी एक लेटेस्ट रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई।
भारत और नॉर्वे द्विपक्षीय व्यापार व निवेश संबंधों को करेंगे मजबूत
केंद्रीय वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल ने मंगलवार को नॉर्वे के विदेश मंत्री एस्पेन बार्थ ईडे के साथ चर्चा के बाद कहा कि भारत और नॉर्वे अपनी व्यापार और निवेश साझेदारी को मजबूत करना चाहते हैं।
भारत की पेपर इंडस्ट्री में वित्त वर्ष 2025-26 में आएगी रिकवरी, मार्जिन में भी होगा सुधार: रिपोर्ट
भारत की पेपर इंडस्ट्री में वित्त वर्ष 2025-26 में मजबूत रिकवरी देखने को मिल सकती है। साथ ही, मार्जिन में भी सुधार होगा। यह जानकारी सोमवार को एक रिपोर्ट में दी गई है।
अदाणी इलेक्ट्रिसिटी को ब्रैंडन हॉल, यूएसए में 'गोल्ड एचआर एक्सीलेंस अवार्ड 2024' से सम्मानित किया गया
अदाणी इलेक्ट्रिसिटी ने सोमवार को कहा कि उसे अमेरिका के फ्लोरिडा में आयोजित ब्रैंडन हॉल एचआर एक्सीलेंस अवार्ड्स 2024 में प्रतिष्ठित गोल्ड अवार्ड से सम्मानित किया गया है।
अदाणी ग्रीन एनर्जी 2025-26 तक 'नेट वाटर पॉजिटिव' बनने के लिए प्रतिबद्ध
देश की सबसे बड़ी रिन्यूएबल एनर्जी कंपनी अदाणी ग्रीन एनर्जी ने रविवार को कहा कि वह वित्त वर्ष 2025-26 में 'नेट वाटर पॉजिटिव' होने के लिए प्रतिबद्ध है। इसके लिए कंपनी साफ पानी की अपनी खपत को घटाएगी और पानी के पुनर्चक्रण पर जोर देगी।
चालू वित्त वर्ष में रेलवे की माल ढुलाई बढ़कर 1,465 मीट्रिक टन हुई
भारतीय रेलवे ने वित्त वर्ष 2024-25 के 11 महीनों में अब तक 1,465.371 मीट्रिक टन (एमटी) माल ढुलाई की है, जो वित्त वर्ष 2023-24 के पूरे 12 महीनों में 1,443.166 मीट्रिक टन से अधिक है। यह जानकारी रेल मंत्रालय द्वारा जारी लेटेस्ट आंकड़ों से मिली है।
भारत में गोल्ड ईटीएफ इनफ्लो फरवरी में 99 प्रतिशत बढ़ा
भारत में निवेशकों की रुचि गोल्ड एक्सचेंज ट्रेडेड फंड्स (गोल्ड ईटीएफ) में तेजी से बढ़ी है। फरवरी में नेट इनफ्लो में 1,979.84 करोड़ रुपये रहा है। यह जानकारी एसोसिएशन ऑफ म्यूचुअल फंड्स इन इंडिया (एम्फी) द्वारा बुधवार को दी गई।
भारत के इंडस्ट्रियल प्रोडक्शन की वृद्धि दर जनवरी में 5 प्रतिशत रही
औद्योगिक उत्पादन सूचकांक (आईआईपी) पर आधारित भारत की औद्योगिक वृद्धि दर जनवरी में 5 प्रतिशत पर पहुंच गई है, जो कि दिसंबर में 3.2 प्रतिशत थी। यह जानकारी सांख्यिकी मंत्रालय द्वारा बुधवार को जारी आंकड़ों से प्राप्त हुई।
यूएस स्टील टैरिफ: भारत ने घरेलू निर्माताओं के हितों को ध्यान में रख उठाए कई बड़े कदम
अमेरिका ने 12 मार्च से मोस्ट फेवर्ड नेशन (एमएफएन) के आधार पर स्टील और एल्युमीनियम प्रोडक्ट पर 25 प्रतिशत टैरिफ लगाने की घोषणा की है। इसे देखते हुए केंद्र सरकार ने घरेलू स्टील निर्माताओं की सुरक्षा और भारत के स्टील इंडस्ट्री को मजबूत करने के लिए कई कदम उठाने की बात कही है।
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जीएसटी सुधारों के कारण वित्त वर्ष 2026 में भारत की जीडीपी 6.5 प्रतिशत की दर से बढ़ेगी : रिपोर्ट
जीएसटी सुधारों से 3 किलोवाट के रूफटॉप सोलर सिस्टम की कीमत में आएगी 10,500 रुपए तक की कमी
स्थिर मुद्रास्फीति और तेल कीमतों के बीच नवंबर तक सरकारी बॉन्ड यील्ड में 10 आधार अंकों की गिरावट की संभावना : रिपोर्ट
स्थिर मुद्रास्फीति और तेल कीमतों के बीच नवंबर तक सरकारी बॉन्ड यील्ड में 10 आधार अंकों की गिरावट की संभावना : रिपोर्ट नई दिल्ली, 17 सितंबर (आईएएनएस)। अनुकूल मुद्रास्फीति के आंकड़ों और तेल की स्थिर कीमतों के कारण अगले तीन महीनों में बेंचमार्क भारतीय बॉन्ड यील्ड में थोड़ी गिरावट आने की उम्मीद है। यह जानकारी बुधवार को आई एक रिपोर्ट में दी गई। रिसर्च फर्म क्रिसिल इंटेलिजेंस की रिपोर्ट में कहा गया है कि 10-ईयर सरकारी बॉन्ड यील्ड, जो 31 अगस्त को 6.59 प्रतिशत था, सितंबर के अंत तक 6.42 -6.52 प्रतिशत और नवंबर के अंत तक 6.38 -6.48 प्रतिशत के दायरे में आने की उम्मीद है। स्टेट डेवलपमेंट लोन यील्ड नवंबर तक 7.23 प्रतिशत से घटकर 7.15 -7.25 प्रतिशत के दायरे में आने की उम्मीद है, जबकि 10-ईयर कॉर्पोरेट बॉन्ड यील्ड 7.19 प्रतिशत से घटकर 7.08-7.18 प्रतिशत के दायरे में आ सकता है। क्रिसिल ने बताया कि तेल की नरम कीमतें भू-राजनीतिक जोखिमों और वैश्विक विकास में धीमी गति के प्रभावों की भरपाई कर रही हैं। यील्ड को प्रभावित करने वाले प्रमुख कारक अमेरिकी फेडरल ओपन मार्केट कमेटी का आगामी निर्णय, अगस्त में घरेलू बाजार में औसतन 2.84 लाख करोड़ रुपये की तरलता, चल रही अमेरिका-भारत व्यापार वार्ताएँ और अस्थिर विदेशी पूंजी प्रवाह हैं। 1 जुलाई से 8 सितंबर के बीच, विदेशी संस्थागत निवेशकों ने कुल 1.02 लाख करोड़ रुपए के भारतीय शेयर बेचे, जिनमें से सितंबर के पहले छह सत्रों में 7,800 करोड़ रुपए की बिक्री हुई। रिपोर्ट में कहा गया है कि भारतीय रिजर्व बैंक की मौद्रिक नीति समिति द्वारा अक्टूबर की बैठक में रेपो दर में कटौती की संभावना कम है, क्योंकि केंद्रीय बैंक ने एक विराम की घोषणा की है और संकेत दिया है कि आगे कोई भी हस्तक्षेप आंकड़ों पर निर्भर करेगा। रिपोर्ट के अनुसार, हाल ही में जीएसटी को रेशनलाइज बनाने के कारण वास्तविक राजकोषीय प्रभाव अपेक्षा से कम होगा। भारत की पहली तिमाही की जीडीपी वृद्धि दर 7.8 प्रतिशत तक पहुंच गई है और सरकार द्वारा जीएसटी स्ट्रक्चर को सरल बनाने के फैसले से अर्थव्यवस्था में लगभग 50,000 करोड़ रुपए आने की उम्मीद है, जिससे घरेलू खपत को बढ़ावा मिलेगा। एसबीआई कैपिटल मार्केट्स ने हाल ही में कहा था कि अमेरिका और ब्रिटेन में राजकोषीय तनाव वैश्विक व्यापार तनाव को जटिल बना रहा है और बढ़ते कर्ज के बोझ के कारण बॉन्ड यील्ड कर्व और अधिक बढ़ रहा है। --आईएएनएस एसकेटी/
स्थिर मुद्रास्फीति और तेल कीमतों के बीच नवंबर तक सरकारी बॉन्ड यील्ड में 10 आधार अंकों की गिरावट की संभावना : रिपोर्ट नई दिल्ली, 17 सितंबर (आईएएनएस)। अनुकूल मुद्रास्फीति के आंकड़ों और तेल की स्थिर कीमतों के कारण अगले तीन महीनों में बेंचमार्क भारतीय बॉन्ड यील्ड में थोड़ी गिरावट आने की उम्मीद है। यह जानकारी बुधवार को आई एक रिपोर्ट में दी गई। रिसर्च फर्म क्रिसिल इंटेलिजेंस की रिपोर्ट में कहा गया है कि 10-ईयर सरकारी बॉन्ड यील्ड, जो 31 अगस्त को 6.59 प्रतिशत था, सितंबर के अंत तक 6.42 -6.52 प्रतिशत और नवंबर के अंत तक 6.38 -6.48 प्रतिशत के दायरे में आने की उम्मीद है। स्टेट डेवलपमेंट लोन यील्ड नवंबर तक 7.23 प्रतिशत से घटकर 7.15 -7.25 प्रतिशत के दायरे में आने की उम्मीद है, जबकि 10-ईयर कॉर्पोरेट बॉन्ड यील्ड 7.19 प्रतिशत से घटकर 7.08-7.18 प्रतिशत के दायरे में आ सकता है। क्रिसिल ने बताया कि तेल की नरम कीमतें भू-राजनीतिक जोखिमों और वैश्विक विकास में धीमी गति के प्रभावों की भरपाई कर रही हैं। यील्ड को प्रभावित करने वाले प्रमुख कारक अमेरिकी फेडरल ओपन मार्केट कमेटी का आगामी निर्णय, अगस्त में घरेलू बाजार में औसतन 2.84 लाख करोड़ रुपये की तरलता, चल रही अमेरिका-भारत व्यापार वार्ताएँ और अस्थिर विदेशी पूंजी प्रवाह हैं। 1 जुलाई से 8 सितंबर के बीच, विदेशी संस्थागत निवेशकों ने कुल 1.02 लाख करोड़ रुपए के भारतीय शेयर बेचे, जिनमें से सितंबर के पहले छह सत्रों में 7,800 करोड़ रुपए की बिक्री हुई। रिपोर्ट में कहा गया है कि भारतीय रिजर्व बैंक की मौद्रिक नीति समिति द्वारा अक्टूबर की बैठक में रेपो दर में कटौती की संभावना कम है, क्योंकि केंद्रीय बैंक ने एक विराम की घोषणा की है और संकेत दिया है कि आगे कोई भी हस्तक्षेप आंकड़ों पर निर्भर करेगा। रिपोर्ट के अनुसार, हाल ही में जीएसटी को रेशनलाइज बनाने के कारण वास्तविक राजकोषीय प्रभाव अपेक्षा से कम होगा। भारत की पहली तिमाही की जीडीपी वृद्धि दर 7.8 प्रतिशत तक पहुंच गई है और सरकार द्वारा जीएसटी स्ट्रक्चर को सरल बनाने के फैसले से अर्थव्यवस्था में लगभग 50,000 करोड़ रुपए आने की उम्मीद है, जिससे घरेलू खपत को बढ़ावा मिलेगा। एसबीआई कैपिटल मार्केट्स ने हाल ही में कहा था कि अमेरिका और ब्रिटेन में राजकोषीय तनाव वैश्विक व्यापार तनाव को जटिल बना रहा है और बढ़ते कर्ज के बोझ के कारण बॉन्ड यील्ड कर्व और अधिक बढ़ रहा है। --आईएएनएस एसकेटी/
डा. रत्नेश लाल आईडीएसए के चेयरमैन, अपराजिता सरकार वाईस चेयरमैन निर्वाचित
भारत-अमेरिका व्यापार वार्ता फिर से शुरू होने के बीच दो सप्ताह बाद रुपया 88 के नीचे मजबूत खुला
भारत की MSME आधारित प्रिंटिंग, ब्रांडिंग और साइनेज इंडस्ट्री, मीडिया एक्सपो नई दिल्ली 2025 में दिखाएगी इनोवेशन का जलवा
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