business.khaskhabar.com
khaskhabar.com
aapkisaheli.com
astrosaathi.com
ifairer.com
iautoindia.com
Business News
Home
Business
Gadget
Market
Automobile
Commodities
Home
// Automobile News
Automobile News
होंडा सिटी की बिक्री में गिरावट: एक कारोबारी विश्लेषण
कंपनी ने बाजार की कमजोर स्थिति और ग्राहकों की कम मांग को इस गिरावट का कारण बताया है, साथ ही डीलरों के पास इन्वेंट्री को नियंत्रित करने के लिए डिलीवरी में भी कमी की है। यह एक जोखिम भरी रणनीति हो सकती है, क्योंकि यह संभावित खरीदारों को निराश कर सकती है। होंडा को इस बदलते बाजार परिदृश्य में अपनी स्थिति मजबूत करने के लिए नवाचार और आक्रामक विपणन पर ध्यान देना होगा।
महिंद्रा XUV400 पर भारी डिस्काउंट: बिक्री बढ़ाने और बाजार हिस्सेदारी कब्जाने की रणनीति
कंपनी कैश और कॉर्पोरेट डिस्काउंट भी दे रही है, जो विभिन्न ग्राहक वर्ग को आकर्षित करने का प्रयास है । XUV400 की एक्स-शोरूम कीमतें 15.49 लाख से 17.69 लाख रुपये के बीच हैं, जिससे यह प्रतिस्पर्धी मूल्य वर्ग में आती है । महिंद्रा XUV400 को नए PRO वैरिएंट में पेश किया गया है, जिसमें अपडेटेड डैशबोर्ड, नए फीचर्स और बेहतर तकनीक शामिल है।
विंडसर EV प्रो का लॉन्च: भारतीय EV बाजार में प्रतिस्पर्धा और नवाचार को बढ़ावा
डिजाइन के मामले में, विंडसर EV प्रो में नए 18-इंच के एलॉय व्हील्स, कनेक्टेड एलईडी लाइट बार और फ्लश डोर हैंडल्स जैसे आधुनिक फीचर्स हैं, जो इसे प्रीमियम लुक देते हैं। कंपनी ने तीन नए रंग भी पेश किए हैं, जो युवा ग्राहकों को आकर्षित कर सकते हैं। विंडसर EV प्रो में V2V (व्हीकल टू व्हीकल) और V2L (व्हीकल टू लोड) जैसी उन्नत तकनीकें हैं, जो इसे प्रतिस्पर्धियों से अलग करती हैं।
सिट्रोन C3 अब CNG विकल्प में, डीलर लगाएंगे किट
सिट्रोन का यह भी दावा है कि रियर सस्पेंशन को अपग्रेड किया गया है ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि राइड क्वालिटी स्टैंडर्ड पेट्रोल मॉडल से अलग न हो। C3 CNG चार वैरिएंट में उपलब्ध होगी: लाइव, फील, फील (O) और शाइन, जिनकी एक्स-शोरूम कीमत 7.16 लाख रुपये से 9.24 लाख रुपये तक है। कंपनी CNG कंपोनेंट के लिए C3 की तरह ही 3 साल/1 लाख किलोमीटर की वारंटी दे रही है।
वित्त वर्ष 2025-26 में अधिक बिक्री से कार डीलरों की आय में होगी वृद्धि: रिपोर्ट
रिपोर्ट में बताया गया कि वॉल्यूम में सुधार से डीलरों को दो तरह से फायदा होगा। सबसे पहले सहायक आय बढ़ेगी जबकि प्रमोशन और छूट कम हो जाएगी, जिससे परिचालन मुनाफा 3.2-3.4 प्रतिशत तक बढ़ जाएगा। पिछले वित्त वर्ष में इसमें 30-35 बीपीएस की गिरावट दर्ज की गई थी। दूसरा, पिछले वित्त वर्ष के मुकाबले इस वर्ष इन्वेंट्री लेवल कम रह सकते हैं। इससे शोरूम को बढ़ाने के लिए और कैपेक्स की आवश्यकता नहीं होगी, जिससे डेट स्तर भी घटेंगे।
भारतीय ऑटोमोबाइल उद्योग: यात्री वाहन बिक्री में उछाल, दोपहिया में गिरावट
सियाम ने इस गिरावट का कारण पिछले वर्ष के उच्च आधार प्रभाव को बताया है, लेकिन यह बाजार की गतिशीलता में बदलाव या उपभोक्ता प्राथमिकताओं में बदलाव का भी संकेत हो सकता है। तिपहिया वाहन खंड में भी मिश्रित रुझान देखा गया, जिसमें कुल बिक्री में 0.7% की मामूली गिरावट आई। पैसेंजर कैरियर की बिक्री में 2% की वृद्धि हुई, जबकि गुड्स कैरियर की बिक्री में 7.7% की गिरावट आई। ई-रिक्शा की बिक्री में 36.5% की गिरावट और ई-कार्ट्स की बिक्री में 16.6% की वृद्धि ने इस खंड की जटिलता को उजागर किया।
जगुआर की भविष्यवादी इलेक्ट्रिक ग्रैंड टूरर Type 00 का भारत में भव्य पदार्पण
कंपनी ने पुष्टि की है कि Type 00 का प्रोडक्शन मॉडल 2025 के अंत तक वैश्विक स्तर पर लॉन्च किया जाएगा और 2026 में इसकी बिक्री शुरू हो जाएगी। यह कार पोर्श टायकन, टेस्ला मॉडल एस और आने वाली अन्य हाई-एंड इलेक्ट्रिक ग्रैंड टूरर कारों को कड़ी टक्कर देने के लिए तैयार है। Jaguar Type 00, जगुआर ब्रांड को एक नई पहचान देने की दिशा में पहला कदम है, जहां इलेक्ट्रिक मोबिलिटी न केवल एक तकनीक है, बल्कि लक्जरी और प्रदर्शन का एक नया मानक स्थापित करेगी।
MG Comet EV हुई महंगी, जानें क्या हैं नए समीकरण
विश्लेषकों का मानना है कि यह मूल्यवृद्धि उत्पादन लागत और आपूर्ति श्रृंखला में बदलावों के कारण हो सकती है। हालांकि, यह देखना दिलचस्प होगा कि क्या यह वृद्धि Comet EV की बिक्री की गति को प्रभावित करती है, खासकर तब जब बाजार में अन्य इलेक्ट्रिक वाहन निर्माता भी प्रतिस्पर्धी कीमतों पर अपने उत्पाद पेश कर रहे हैं।
Thar का मेकओवर: कन्वर्टिबल अलविदा, हार्ड टॉप का दबदबा
यह कदम कई रणनीतिक कारणों से प्रेरित है, जिनका Mahindra के व्यवसाय और बाजार स्थिति पर महत्वपूर्ण प्रभाव पड़ता है। उत्पाद लाइन का सरलीकरण: वेरिएंट्स की संख्या को कम करने से Mahindra Thar की उत्पाद लाइन सरल और अधिक सुव्यवस्थित हो जाती है। यह ग्राहकों के लिए निर्णय लेने की प्रक्रिया को आसान बनाता है और कंपनी को उत्पादन, इन्वेंट्री प्रबंधन और विपणन प्रयासों को अनुकूलित करने में मदद करता है।
Tata Motors का GeM पर EV धमाका : सरकारी खरीद में गेम-चेंजर
Tata Motors का यह कदम अन्य ऑटोमोबाइल निर्माताओं पर भी सरकारी खरीद बाजार में प्रवेश करने का दबाव डाल सकता है। इससे प्रतिस्पर्धा बढ़ेगी और सरकार को EVs की व्यापक रेंज में से चुनने का अवसर मिलेगा। यह कदम Tata Motors की दीर्घकालिक EV रणनीति का हिस्सा है, जो इलेक्ट्रिक मोबिलिटी में अग्रणी बनने की कंपनी की महत्वाकांक्षा को दर्शाता है। GeM पर उपस्थिति कंपनी को भविष्य में सरकारी EV खरीद के लिए एक मजबूत स्थिति में रखती है।
टाटा मोटर्स का शुद्ध लाभ चौथी तिमाही में 51 प्रतिशत घटकर 8,470 करोड़ रुपए हुआ
टाटा मोटर्स ने मंगलवार को वित्त वर्ष 2025 की चौथी तिमाही के लिए अपने कंसोलिडेटेड शुद्ध लाभ में 51 प्रतिशत की तीव्र गिरावट दर्ज की, जबकि कंपनी का राजस्व स्थिर रहा और इसके जगुआर लैंड रोवर (जेएलआर) बिजनेस में वृद्धि दर्ज की गई।
टाटा मोटर्स का शुद्ध लाभ चौथी तिमाही में 51 प्रतिशत घटकर 8,470 करोड़ रुपए हुआ
टाटा मोटर्स के ग्रुप सीएफओ पीबी बालाजी ने कहा कि कंपनी ने वित्त वर्ष 2025 में अपना अब तक का सबसे अधिक वार्षिक राजस्व और प्रॉफिट बिफोर टैक्स (एक्सेप्शनल आइटम्स से पहले) रिकॉर्ड किया। उन्होंने कहा कि टाटा मोटर्स का ऑटोमोटिव बिजनेस अब कंसोलिडेटेड बेसिस पर डेट-फ्री है, जिससे ब्याज लागत को कम करने में मदद मिली है।
येजदी एडवेंचर 2025 लॉन्च में देरी, अब अगले महीने आने की उम्मीद
फीचर्स की बात करें तो नई बाइक में USB टाइप-सी चार्जिंग, ब्लूटूथ कनेक्टिविटी, तीन राइडिंग मोड वाला ABS (रोड, रेन, ऑफ-रोड) और टर्न-बाय-टर्न नेविगेशन जैसे फीचर्स पहले की तरह ही मिल सकते हैं। अब यह देखना होगा कि येज्दी एडवेंचर की कीमत अभी वाली 2.10 लाख रुपये से 2.20 लाख रुपये (एक्स-शोरूम) के बीच ही रहेगी या फिर यह थोड़ी महंगी हो जाएगी।
खुशखबरी ! मारुति की ये छोटी कारें भी अब 6 एयरबैग के साथ आएंगी!
कंपनी के एक बड़े अधिकारी पार्थो बनर्जी ने कहा कि आजकल सड़कें अच्छी बन रही हैं और लोग तेज स्पीड में गाड़ियां चलाते हैं। इसलिए गाड़ियों में मजबूत सुरक्षा होना बहुत जरूरी है। उन्होंने कहा कि वैगन आर, ऑल्टो के10, सेलेरियो और ईको बहुत ज्यादा बिकने वाली गाड़ियां हैं। इनमें 6 एयरबैग देने से बहुत सारे लोगों की सुरक्षा बढ़ेगी और पूरे देश में यात्रियों की सुरक्षा में सुधार होगा। मारुति सुजुकी अपनी ये गाड़ियां एरिना नाम के शोरूम से बेचती है।
टोयोटा प्रमुख का इलेक्ट्रिक वाहनों के पर्यावरणीय प्रभाव पर सवाल, हाइब्रिड को बताया बेहतर विकल्प
टोयोडा का कहना है कि ये गाड़ियां इलेक्ट्रिक गाड़ियों के मुकाबले कम कार्बन गैस छोड़ती हैं और इन्हें चार्ज करने के लिए अलग से कोई स्टेशन भी नहीं चाहिए होता। भारत में अभी हर जगह चार्जिंग स्टेशन नहीं हैं और बिजली की सप्लाई में भी कई बार दिक्कत आती है। ऐसे में टोयोडा मानते हैं कि हाइब्रिड गाड़ियां यहां ज्यादा काम की और पर्यावरण के लिए भी बेहतर साबित हो सकती हैं।
previous
1
2
...
12
13
14
15
16
17
18
...
117
118
next
Headlines
जीएसटी सुधारों के कारण वित्त वर्ष 2026 में भारत की जीडीपी 6.5 प्रतिशत की दर से बढ़ेगी : रिपोर्ट
जीएसटी सुधारों से 3 किलोवाट के रूफटॉप सोलर सिस्टम की कीमत में आएगी 10,500 रुपए तक की कमी
स्थिर मुद्रास्फीति और तेल कीमतों के बीच नवंबर तक सरकारी बॉन्ड यील्ड में 10 आधार अंकों की गिरावट की संभावना : रिपोर्ट
स्थिर मुद्रास्फीति और तेल कीमतों के बीच नवंबर तक सरकारी बॉन्ड यील्ड में 10 आधार अंकों की गिरावट की संभावना : रिपोर्ट नई दिल्ली, 17 सितंबर (आईएएनएस)। अनुकूल मुद्रास्फीति के आंकड़ों और तेल की स्थिर कीमतों के कारण अगले तीन महीनों में बेंचमार्क भारतीय बॉन्ड यील्ड में थोड़ी गिरावट आने की उम्मीद है। यह जानकारी बुधवार को आई एक रिपोर्ट में दी गई। रिसर्च फर्म क्रिसिल इंटेलिजेंस की रिपोर्ट में कहा गया है कि 10-ईयर सरकारी बॉन्ड यील्ड, जो 31 अगस्त को 6.59 प्रतिशत था, सितंबर के अंत तक 6.42 -6.52 प्रतिशत और नवंबर के अंत तक 6.38 -6.48 प्रतिशत के दायरे में आने की उम्मीद है। स्टेट डेवलपमेंट लोन यील्ड नवंबर तक 7.23 प्रतिशत से घटकर 7.15 -7.25 प्रतिशत के दायरे में आने की उम्मीद है, जबकि 10-ईयर कॉर्पोरेट बॉन्ड यील्ड 7.19 प्रतिशत से घटकर 7.08-7.18 प्रतिशत के दायरे में आ सकता है। क्रिसिल ने बताया कि तेल की नरम कीमतें भू-राजनीतिक जोखिमों और वैश्विक विकास में धीमी गति के प्रभावों की भरपाई कर रही हैं। यील्ड को प्रभावित करने वाले प्रमुख कारक अमेरिकी फेडरल ओपन मार्केट कमेटी का आगामी निर्णय, अगस्त में घरेलू बाजार में औसतन 2.84 लाख करोड़ रुपये की तरलता, चल रही अमेरिका-भारत व्यापार वार्ताएँ और अस्थिर विदेशी पूंजी प्रवाह हैं। 1 जुलाई से 8 सितंबर के बीच, विदेशी संस्थागत निवेशकों ने कुल 1.02 लाख करोड़ रुपए के भारतीय शेयर बेचे, जिनमें से सितंबर के पहले छह सत्रों में 7,800 करोड़ रुपए की बिक्री हुई। रिपोर्ट में कहा गया है कि भारतीय रिजर्व बैंक की मौद्रिक नीति समिति द्वारा अक्टूबर की बैठक में रेपो दर में कटौती की संभावना कम है, क्योंकि केंद्रीय बैंक ने एक विराम की घोषणा की है और संकेत दिया है कि आगे कोई भी हस्तक्षेप आंकड़ों पर निर्भर करेगा। रिपोर्ट के अनुसार, हाल ही में जीएसटी को रेशनलाइज बनाने के कारण वास्तविक राजकोषीय प्रभाव अपेक्षा से कम होगा। भारत की पहली तिमाही की जीडीपी वृद्धि दर 7.8 प्रतिशत तक पहुंच गई है और सरकार द्वारा जीएसटी स्ट्रक्चर को सरल बनाने के फैसले से अर्थव्यवस्था में लगभग 50,000 करोड़ रुपए आने की उम्मीद है, जिससे घरेलू खपत को बढ़ावा मिलेगा। एसबीआई कैपिटल मार्केट्स ने हाल ही में कहा था कि अमेरिका और ब्रिटेन में राजकोषीय तनाव वैश्विक व्यापार तनाव को जटिल बना रहा है और बढ़ते कर्ज के बोझ के कारण बॉन्ड यील्ड कर्व और अधिक बढ़ रहा है। --आईएएनएस एसकेटी/
स्थिर मुद्रास्फीति और तेल कीमतों के बीच नवंबर तक सरकारी बॉन्ड यील्ड में 10 आधार अंकों की गिरावट की संभावना : रिपोर्ट नई दिल्ली, 17 सितंबर (आईएएनएस)। अनुकूल मुद्रास्फीति के आंकड़ों और तेल की स्थिर कीमतों के कारण अगले तीन महीनों में बेंचमार्क भारतीय बॉन्ड यील्ड में थोड़ी गिरावट आने की उम्मीद है। यह जानकारी बुधवार को आई एक रिपोर्ट में दी गई। रिसर्च फर्म क्रिसिल इंटेलिजेंस की रिपोर्ट में कहा गया है कि 10-ईयर सरकारी बॉन्ड यील्ड, जो 31 अगस्त को 6.59 प्रतिशत था, सितंबर के अंत तक 6.42 -6.52 प्रतिशत और नवंबर के अंत तक 6.38 -6.48 प्रतिशत के दायरे में आने की उम्मीद है। स्टेट डेवलपमेंट लोन यील्ड नवंबर तक 7.23 प्रतिशत से घटकर 7.15 -7.25 प्रतिशत के दायरे में आने की उम्मीद है, जबकि 10-ईयर कॉर्पोरेट बॉन्ड यील्ड 7.19 प्रतिशत से घटकर 7.08-7.18 प्रतिशत के दायरे में आ सकता है। क्रिसिल ने बताया कि तेल की नरम कीमतें भू-राजनीतिक जोखिमों और वैश्विक विकास में धीमी गति के प्रभावों की भरपाई कर रही हैं। यील्ड को प्रभावित करने वाले प्रमुख कारक अमेरिकी फेडरल ओपन मार्केट कमेटी का आगामी निर्णय, अगस्त में घरेलू बाजार में औसतन 2.84 लाख करोड़ रुपये की तरलता, चल रही अमेरिका-भारत व्यापार वार्ताएँ और अस्थिर विदेशी पूंजी प्रवाह हैं। 1 जुलाई से 8 सितंबर के बीच, विदेशी संस्थागत निवेशकों ने कुल 1.02 लाख करोड़ रुपए के भारतीय शेयर बेचे, जिनमें से सितंबर के पहले छह सत्रों में 7,800 करोड़ रुपए की बिक्री हुई। रिपोर्ट में कहा गया है कि भारतीय रिजर्व बैंक की मौद्रिक नीति समिति द्वारा अक्टूबर की बैठक में रेपो दर में कटौती की संभावना कम है, क्योंकि केंद्रीय बैंक ने एक विराम की घोषणा की है और संकेत दिया है कि आगे कोई भी हस्तक्षेप आंकड़ों पर निर्भर करेगा। रिपोर्ट के अनुसार, हाल ही में जीएसटी को रेशनलाइज बनाने के कारण वास्तविक राजकोषीय प्रभाव अपेक्षा से कम होगा। भारत की पहली तिमाही की जीडीपी वृद्धि दर 7.8 प्रतिशत तक पहुंच गई है और सरकार द्वारा जीएसटी स्ट्रक्चर को सरल बनाने के फैसले से अर्थव्यवस्था में लगभग 50,000 करोड़ रुपए आने की उम्मीद है, जिससे घरेलू खपत को बढ़ावा मिलेगा। एसबीआई कैपिटल मार्केट्स ने हाल ही में कहा था कि अमेरिका और ब्रिटेन में राजकोषीय तनाव वैश्विक व्यापार तनाव को जटिल बना रहा है और बढ़ते कर्ज के बोझ के कारण बॉन्ड यील्ड कर्व और अधिक बढ़ रहा है। --आईएएनएस एसकेटी/
डा. रत्नेश लाल आईडीएसए के चेयरमैन, अपराजिता सरकार वाईस चेयरमैन निर्वाचित
भारत-अमेरिका व्यापार वार्ता फिर से शुरू होने के बीच दो सप्ताह बाद रुपया 88 के नीचे मजबूत खुला
भारत की MSME आधारित प्रिंटिंग, ब्रांडिंग और साइनेज इंडस्ट्री, मीडिया एक्सपो नई दिल्ली 2025 में दिखाएगी इनोवेशन का जलवा
यह भी पढ़े
झील के पानी में हाथ डालते ही उठने लगी आग की लपटे!
इस मंदिर में लक्ष्मी माता के आठ रूप
ये जेट साइकिल उडा देगी आपके होश
आज के दिन अमिताभ बच्चन को मिला था दूसरा जन्म
म्यांमार में खाते हैं खाना और सोते हैं भारत में!
पापियों को "नर्क" की याद दिलाता है ये मंदिर
Home
I
About Us
I
Contact
I
Advertise with us
I
Privacy Policy
I
Terms & Condition
I
Disclaimer
Copyright © 2025 I Khaskhabar.com Group, All Rights Reserved