मारुति सुजुकी ने बनाया रिकॉर्ड: 3.3 लाख से अधिक वाहनों का निर्यात, फ्रॉन्क्स बनी भारत की नंबर 1 SUV
Source : business.khaskhabar.com | July 25, 2025 | 
नई दिल्ली। भारत की सबसे बड़ी ऑटोमोबाइल निर्यातक कंपनी, मारुति सुजुकी इंडिया ने वित्त वर्ष 2025 में 3.3 लाख से अधिक इकाइयों का निर्यात कर एक नया कीर्तिमान स्थापित किया है। कंपनी द्वारा गुरुवार को घोषित यह आँकड़ा किसी भी वित्तीय वर्ष में अब तक का सबसे अधिक निर्यात है, जो पिछले वित्त वर्ष की तुलना में 17.5 प्रतिशत की शानदार वृद्धि दर्शाता है। यह उपलब्धि 'मेक इन इंडिया' पहल के तहत भारतीय विनिर्माण क्षमता की बढ़ती वैश्विक स्वीकार्यता को रेखांकित करती है।
इस रिकॉर्ड तोड़ प्रदर्शन में मारुति सुजुकी की एसयूवी 'फ्रॉन्क्स' ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। फ्रॉन्क्स ने मात्र 25 महीनों में 1 लाख इकाइयों का निर्यात करने वाली भारत की पहली एसयूवी का दर्जा हासिल कर लिया है। इनमें से 69,000 इकाइयां तो अकेले वित्त वर्ष 2025 में ही विदेशों में भेजी गईं। मारुति के अत्याधुनिक गुजरात संयंत्र में निर्मित फ्रॉन्क्स, लैटिन अमेरिका, मध्य पूर्व और अफ्रीका सहित 80 से अधिक देशों में अपनी पहचान बना चुकी है।
जापान में फ्रॉन्क्स की सफलता ने इसकी बढ़ती वैश्विक बिक्री में विशेष योगदान दिया है।
मारुति सुजुकी पिछले चार लगातार वित्तीय वर्षों से भारत से सबसे अधिक निर्यात के साथ अग्रणी यात्री वाहन (पीवी) निर्यातक रही है। चालू वित्त वर्ष (वित्त वर्ष 2026 की पहली तिमाही) में, भारत से पीवी निर्यात में इसकी हिस्सेदारी 47 प्रतिशत के सर्वकालिक उच्च स्तर पर पहुंच गई, जिसमें 96,000 से अधिक वाहनों का निर्यात किया गया। वर्तमान में, मारुति सुजुकी लगभग 100 देशों में 17 मॉडल निर्यात करती है, और इसके प्रमुख गंतव्य दक्षिण अफ्रीका, जापान और सऊदी अरब जैसे देश हैं।
इस अवसर पर, मारुति सुजुकी इंडिया लिमिटेड के प्रबंध निदेशक और सीईओ हिसाशी ताकेउची ने कहा, "वैश्विक बाजारों के लिए विश्वस्तरीय वाहन बनाने की कंपनी की क्षमता 'मेक इन इंडिया' पहल के सच्चे सार का उदाहरण है। अंतरराष्ट्रीय बाजारों पर हमारे नए सिरे से फोकस ने यात्री वाहन निर्यात में सुजुकी के निरंतर नेतृत्व में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।" उन्होंने आगे बताया, "फ्रॉन्क्स दुनिया भर के ग्राहकों को खुश कर रहा है। सबसे तेज़ 1 लाख निर्यात के अलावा, फ्रॉन्क्स वित्त वर्ष 2024-25 में भारत का नंबर 1 निर्यातित यात्री वाहन भी था।"
गौरतलब है कि, इसी अवधि के दौरान देश का कुल ऑटोमोबाइल निर्यात भी 19 प्रतिशत बढ़कर 53 लाख इकाइयों से अधिक हो गया, जबकि चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में यह सालाना आधार पर 22 प्रतिशत बढ़कर लगभग 14.57 लाख इकाई तक पहुंच गया। ऑटोमोबाइल क्षेत्र भारत के सकल घरेलू उत्पाद में लगभग 7.1 प्रतिशत और इसके कुल निर्यात में लगभग 8 प्रतिशत का महत्वपूर्ण योगदान देता है, जो देश की आर्थिक प्रगति में इसकी अहम भूमिका को दर्शाता है।
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