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स्पेक्ट्रम नीलामी बुध से,43000 करोड की आस

Source : business.khaskhabar.com | Mar 03, 2015 | businesskhaskhabar.com Business News Rss Feeds
 telecom spectrum auction from wednesday, 43000 cr revenue estimatedनई दिल्ली। केंद्रीय वित्त मंत्रालय बुधवार से शुरू होने जा रही रेडियो स्पेक्ट्रम की ई-नीलामी पर नजर रखे हुए है। यह नीलामी सरकार के लिए बहुत महत्वपूर्ण है क्योंकि इसके जरिए सरकार जीडीपी के 4.1 प्रतिशत के वित्तीय घाटे के लक्ष्य को पूरा करना चाहती है। इससे सरकार को 43 हजार करोड रूपये मिलने की उम्मीद है। सरकार को नए दूरसंचार संचालक कंपनियों से प्रवेश शुल्क और अन्य शुल्क भी प्राप्त होंगे। नीलामी प्रक्रिया का संचालन सोमवार से शनिवार तक सुबह नौ बजे से शाम 7.30 बजे तक किया जाएगा। छह मार्च को होली के दिन भी नीलामी प्रक्रिया जारी रहेगी।

केंद्रीय दूरसंचार विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया,मंगलवार को नीलामी का पूर्वाभ्यास सुचारू रूप से संपन्न हुआ। हम सभी अब कल के लिए तैयार हैं। इस नीलामी प्रक्रिया पर एमजंक्शन सर्विसेज ने सरकार को सलाह दी है। एमजंक्शन एक सूचना प्रौद्योगिकी और इंटरनेट कंपनी है जिसे भारतीय इस्पात प्राधिकरण लिमिटेड (सेल) और टाटा स्टील के बीच 50-50 प्रतिशत संयुक्त उपक्रम के साथ 14 साल पहले शुरू किया गया था।

सरकारी लेखाकारों के मुताबिक, स्पेक्ट्रम नीलामी से सरकार को बडी मात्रा में धनराशि प्राप्त होने की संभावना है। क्योंकि सरकार का वित्तीय घाटे का लक्ष्य 512,628 करोड रूपये है। संशोधित बजट अनुमानों के मुताबिक इस वित्त वर्ष के प्रारंभिक 10 महीनों में इसे पार कर लिया गया है। अप्रैल-जनवरी 2014-15 के दौरान घाटा 568,000 करोड रूपये रहा है जो मूल बजट अनुमान का लगभग 110 प्रतिशत अधिक है। 2013-14 में सरकार दूरसंचार स्पेक्ट्रम से 40,113 करो़ड रूपये प्राप्त करने में सफल रही। नीलामी के ताजा दौर में 800 मेगाहर्ट्ज बैंड में कुल 103.75 मेगाहर्ट्ज नीलामी के लिए रखे गए हैं। 900 मेगाहर्ट्ज बैंड में 177.8 मेगाहर्ट्ज, 1,800 मेगाहर्ट्ज बैंड में 99.2 मेगाहर्ट्ज और 2,100 मेगाहर्ट्ज बैंड में पांच मेगाहर्ट्ज नीलामी के लिए रखे गए हैं।

नीलामी में आठ कंपनियां हिस्सा ले रही हैं जिनमें वोडाफोन, भारती एयरटेल, आईडिया, टेलीविंग्स, एयरसेल, टाटा टेलीसर्विसिस, रिलायंस कम्युनिकेशंस और रिलायंस जियो शामिल हैं। यह नीलामी कुछ दूरसंचार कंपनियों के लिए भी महत्वपूर्ण हैं क्योंकि इनमें से कई कंपनियों के लाइसेंस की 20 वर्षीय अवधि दिसंबर में समाप्त हो रही है। इन आठ कंपनियों ने नीलामी में हिस्सा लेने के लिए कुल 20,435 करोड रूपये की राशि जमा कराई है।

विशेषज्ञों के मुताबिक इससे पता चलता है कि नीलामी का यह मुकाबला काफी कडा होने वाला है क्योंकि कंपनियों द्वारा जमा कराई गई धनराशि न्यूतनम निर्धारित राशि से कम से कम 2.5 गुना अधिक है। इन कंपनियों में रिलांयस जियो सबसे अधिक धनराशि जमा कराने के साथ शीर्ष पर है। अनुमानों के मुताबिक, इस नीलामी में सिर्फ आधार मूल्य से ही 82,000 करोड रूपये की प्राçप्त होगी। हालांकि मूल नीलामी प्रक्रिया से प्राप्त धनराशि रिकॉर्ड स्तर तक जाने का अनुमान है। चिंता का विषय हालांकि यह है कि 2010 में नीलामी प्रक्रिया 183 दौर की बोलियां के बाद 34 दिन में पूरी हुई थी। 2012 की नीलामी प्रक्रिया को पूरा होने में दो दिन लगे थे। 2013 की स्पेक्ट्रम नीलामी सिर्फ चार घंटे चली थी। क्योंकि इस दौरान छोटे मेगाहर्ट्ज स्पेक्ट्रम की नीलामी हुई थी जबकि 2014 में 68 दौर की बोलियां 10 दिनों में पूरी हुईं।