मारुति सुजुकी का जून में निर्यात ऑल-टाइम हाई पर, कुल बिक्री में हल्की वृद्धि
Source : business.khaskhabar.com | July 03, 2025 | 
नई दिल्ली। देश की सबसे बड़ी यात्री वाहन निर्माता कंपनी मारुति सुजुकी इंडिया लिमिटेड (MSIL) ने जून 2025 में निर्यात के मोर्चे पर रिकॉर्ड तोड़ प्रदर्शन किया है। कंपनी ने भारत से 37,842 वाहनों का निर्यात किया, जो अब तक का उसका सबसे बड़ा मासिक निर्यात आंकड़ा है। यह मारुति सुजुकी की वैश्विक उपस्थिति में लगातार बढ़ोतरी को दर्शाता है।
निर्यात सहित, कंपनी ने जून 2025 में कुल 1,67,993 यूनिट्स की बिक्री की। इसमें से 1,21,339 यूनिट्स घरेलू बाजार में बेची गईं, जबकि 8,812 यूनिट्स अन्य वाहन कंपनियों को बेची गईं। घरेलू बिक्री में 1,18,906 यात्री वाहन और 2,433 लाइट कमर्शियल वाहन (LCV) शामिल हैं। पिछले साल जून 2024 में कंपनी ने घरेलू बाजार में 1,39,918 यूनिट्स यात्री वाहनों की बिक्री की थी और 31,033 यूनिट्स का निर्यात किया था।
सेगमेंट-वार बिक्री (जून 2025): मिनी सेगमेंट (ऑल्टो, एस-प्रेसो): 6,414 यूनिट्स
कॉम्पैक्ट सेगमेंट (बलेनो, स्विफ्ट, वैगनआर, डिजायर, इग्निस, सेलेरियो): 54,177 यूनिट्स
मध्यम आकार की सेडान (सियाज): 1,028 यूनिट्स
यूटिलिटी वाहन सेगमेंट (ब्रेजा, फ्रोंक्स, ग्रैंड विटारा, जिम्नी, अर्टिगा, एक्सएल6, इनविक्टो): 47,947 यूनिट्स
वैन सेगमेंट (ईको): 9,340 यूनिट्स
लाइट कमर्शियल वाहन (सुपर कैरी): 2,433 यूनिट्स
अप्रैल-जून 2025 तिमाही में मारुति सुजुकी ने कुल 5,27,861 यूनिट्स की बिक्री दर्ज की, जो पिछले साल की इसी अवधि (5,21,868 यूनिट्स) से थोड़ी अधिक है। इस तिमाही में घरेलू पैसेंजर व्हीकल (PV) बिक्री 3,93,572 यूनिट्स रही, जबकि निर्यात 96,972 यूनिट्स तक पहुंच गया।
छोटी कारों की बिक्री में गिरावट चिंता का विषयः मारुति सुजुकी के कॉरपोरेट मामलों के वरिष्ठ कार्यकारी अधिकारी, राहुल भारती ने बिक्री आंकड़ों पर टिप्पणी करते हुए कहा कि यात्री वाहनों की बिक्री में मंदी मुख्य रूप से छोटी कारों की बिक्री में भारी गिरावट के कारण है। उन्होंने बताया कि ऐतिहासिक रूप से यात्री वाहनों की बिक्री जीडीपी वृद्धि के 1.5 गुना से बढ़ती थी, लेकिन 6.5 प्रतिशत जीडीपी वृद्धि के बावजूद कार बाजार लगभग सपाट है, क्योंकि छोटी कार सेगमेंट विकास में बिल्कुल भी हिस्सा नहीं ले रहा है।
भारती ने आगे बताया कि 2019 के बाद से उद्योग में एंट्री-लेवल कारों की कीमत में 70 प्रतिशत से अधिक की वृद्धि हुई है, जिसका मुख्य कारण सख्त नियम हैं। वहीं, इसी अवधि में छोटी कारों की बिक्री में 70 प्रतिशत से अधिक की गिरावट आई है। यह दर्शाता है कि बढ़ती कीमतें एंट्री-लेवल ग्राहकों को बाजार से दूर कर रही हैं, जिससे समग्र पैसेंजर व्हीकल बाजार की वृद्धि प्रभावित हो रही है।
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