सोने की तस्करी बढने की आशंकाएं
Source : business.khaskhabar.com | July 27, 2014 | 

मुंबई। आभूषण उद्योग ने इस बात को लेकर चिंता जताई है कि सरकार के सीमा शुल्क कम नहीं करने के फैसले से ग्रे मार्केट में गतिविधियां बढ सकती हैं। फिलहाल सोने पर सीमा शुल्क 10 प्रतिशत है। उद्योग विशेषजों का कहना है कि इस फैसले से पीली धातु की तस्करी को बढावा मिल सकता है। अखिल भारतीय रत्न एवं आभूषण महासंघ के चेयरमैन हरीश सोनी ने कहा, सीमा शुल्क में कमी नहीं किए जाने के फैसले से कच्चे माल की उपलब्धता की समस्या पैदा होगी। कच्चे माल की उपलब्धता हाथ से निकल जाएगी तथा सोने पर प्रीमियम और बढेगा। इससे तस्करी गतिविधियों को भी प्रोत्साहन मिलेगा। घरेलू बाजार में सोने पर प्रीमियम फिलहाल 6 से 10 डॉलर प्रति औंस चल रहा है। सोनी ने कहा कि इन नकारात्मक खबरों से बाजार प्रभावित होगा तथा सोने पर प्रीमियम तत्काल बढ़ जाएगा। उन्होंने कहा कि ग्रे बाजार में गतिविधियां बढने से सरकार को राजस्व नुकसान होगा। इसी तरह की राय जताते हुए मुंबई ज्वेलर्स एसोसिएशन के उपाध्यक्ष कुमार जैन ने कहा कि करीब 2 करोड लोगों को प्रत्यक्ष व अप्रत्यक्ष रोजगार मुहैया कराने वाला घरेलू क्षेत्र संघर्ष कर रहा है। सरकार की नीतियों से विनिर्माण प्रभावित हो रहा है। जैन ने कहा कि आभूषण क्षेत्र संघर्ष कर रहा है और सरकार की विभिन्न नीतियों से विनिर्माण पर असर पड रहा है। जून में आयात 105 से 107 टन रहा, जिससे स्थिति थोडी सुधरी। हालांकि केंद्र के फैसले के बाद उद्योग में भंडार की कमी की समस्या और बढेगी। रत्न एवं आभूषण निर्यात संवर्धन परिषद के चेयरमैन विपुल शाह ने कहा कि उद्योग जगत चाहता है कि सीमा शुल्क को घटाकर 2 प्रतिशत पर लाया जाना चाहिए, क्योंकि चालू खाते का घाटा नियंत्रण में आ चुका है।