भारत में व्यापार करना काफी मुश्किल : वालमार्ट
Source : business.khaskhabar.com | Jan 17, 2015 | 

जयपुर। भारतीय बाजार एक ऎसा अवसर है जिसे कोई विदेशी या घरेलू निवेशक छोडना नहीं चाहेगा पर देश में कारोबार करना वास्तव में काफी मुश्किल है और यह जरूरी कि सरकार इन हालात को बदले। दुनिया की सबसे बडी खुदरा कारोबार कंपनी वालमार्ट ने यह राय जताई है। वालमार्ट की भारतीय इकाई वालमार्ट इंडिया थोक कारोबार पर ध्यान केंद्रित करेगी और उसकी बहुब्रांड खुदरा क्षेत्र पर फिलहाल निगाह नहीं है। भारतीय खुदरा बाजार में विदेशी निवेशकों को 51 प्रतिशत से अधिक के निवेश की अनुमति नहीं है।
वालमार्ट इंडिया के अध्यक्ष एवं मुख्य कार्यकारी कृष अय्यर ने कहा, "यदि मैं अमेरिकी कंपनी की दृष्टि से देखूं तो भारत एक ऎसा बाजार है जिसे कोई विदेशी या घरेलू निवेशक नजरअंदाज नहीं कर सकता।" अय्यर यहां सीआईआई के भागीदारी सम्मेलन में भाग लेने आए थे। उन्होंने कहा कि सरकार को देश में व्यापार में सुगमता की स्थिति में और सुधार करने की जरूरत है, क्योंकि अभी तक यह धारणा है कि यहां कारोबार करना आसान नहीं है। उन्होंने कहा, "व्यापार में सुगमता के मामले में वैश्विक स्तर पर 189 देशों की सूची में भारत 142वें स्थान पर है। ऎसे में कई क्षेत्रों में यह काफी मुश्किल है।" अय्यर ने कहा कि मौजूदा सरकार देश व निवेशकों के लिए ऎसी चीज ला सकती है जिससे न केवल अमेरिकी कंपनियों बल्कि सभी विदेशी निवेशकों की व्यापार में सुगमता को लेकर भारत के प्रति धारणा में बदलाव आए।
उन्होंने इस मुद्दे पर नरेंद्र मोदी सरकार द्वारा उठाए जा रहे कदमों की सराहना करते हुए कहा, "मैं जानता हूं कि इस समय काफी कुछ किया जा रहा है।" उन्होंने राज्यों के महत्व को रेखांकित करते हुए कहा कि उचित तरीके से राज्यों के साथ संबंध निर्माण महत्वपूर्ण है, क्योंकि खुदरा कारोबार में केंद्र की तुलना में राज्य अधिक महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। वालमार्ट की भारत के संबंध में योजना के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि हम अपने थोक (कैश एंड कैरी) कारोबार पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं। फिलहाल कंपनी के नौ राज्यों में बेस्ट प्राइस ब्रांड के तहत 20 कैश एंड कैरी स्टोर हैं।