अगले वित्त वर्ष में वृद्धि दर 6.5 फीसदी होने की उम्मीद : वित्त मंत्री
Source : business.khaskhabar.com | Dec 13, 2014 | 

नई दिल्ली। वित्त मंत्री अरूण जेटली ने अगले वित्त वर्ष में 6 से 6.5 प्रतिशत आर्थिक वृद्धि हासिल करने की प्रतिबद्धता जताते कहा कि सरकार सुधारों, विशेष तौर पर बीमा, कोयला और वस्तु एवं सेवाकर (जीएसटी) संबंधी प्रस्तावों को आगे बढाने के लिए दिन-रात लगी हुई है। एक टेलीविजन चैनल के कार्यक्रम में जेटली ने कहा, "हम सुधारों को आगे बढाने के लिए दिन रात लगे हैं।
बीमा विधेयक पर अगले सप्ताह चर्चा होगी।" वित्त मंत्री ने कहा कि उन्होंने गुरूवार रात तक राज्यों के वित्त मंत्रियों के साथ बैठक की ताकि जीएसटी विधेयक के आडे आने वाले मुद्दों का समाधान किया जा सके। जेटली ने कहा, "मैं जीएसटी के संबंध में संविधान संशोधन विधेयक को संसद के चालू सत्र में ही पेश करने का प्रयास करूंगा ताकि इसपर अगले सत्र में चर्चा करा कर इसे पारित कराया जा सके।"
उन्होंने कहा कि पिछली संप्रग सरकार के समय कोयला क्षेत्र में जो गडबड पैदा हुई है उस पूरे झमेले को दूर कराने के लिए कोयला विधेयक पर संसद में चर्चा कराई जा रही है।" गौरतलब है कि लोकसभा ने आज इस विधेयक को मंजूरी दे दी। वित्त मंत्री ने कहा कि सरकार को अगले वित्त वर्ष में 6 से 6.5 प्रतिशत और उससे अगले वित्त वर्ष में 7 प्रतिशत आर्थिक वृद्धि हासिल होने की उम्मीद है। पिछले छह माह के दौरान आर्थिक सुधारों को बढाने की दिशा में कोई बडा कदम नहीं उठाए जाने को लेकर सरकार की आलोचना को खारिज करते हुए जेटली ने कहा, "वह मुद्दों को सनसनीखेज बनाए जाने के पक्ष में नहीं हैं, इसे व्यापकता के साथ देखा जाना चाहिए।"
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने योजना आयोग को समाप्त करने का महत्वपूर्ण निर्णय लिया है जो कि वर्ष 1991 में आर्थिक सुधार शुरू होने के बाद से अप्रासंगिक हो गया है। जेटली ने कहा कि सरकार ने डीजल के दाम नियंत्रण मुक्त किए हैं। व्यय आयोग की रिपोर्ट मिलने के बाद वह सार्वजनिक व्यय को कारगर तथा सब्सिडी खर्च को तर्कसंगत बनाने के लिए सरकार और कदम उठाएगी।