10 फीसदी आर्थिक वृद्धि के लिए बेहतर स्थिति : दीपक पारेख
Source : business.khaskhabar.com | Nov 08, 2014 | 

मुंबई। मजबूत बुनियाद और सुधरते वृहद आर्थिक परिवेश से उत्साहित प्रमुख उद्योग विशेषज्ञ दीपक पारेख ने कहा कि 10 प्रतिशत आर्थिक वृद्धि हासिल करने के लिए इस समय असाधारण रूप से बेहतर स्थिति है, हालांकि, इस लक्ष्य को हासिल करने के लिए अभी काफी कुछ किए जाने की जरूरत है। पारेख ने 10 प्रतिशत जीडीपी वृद्धि को निश्चित तौर पर हासिल करने योग्य बताते हुए कहा कि वह दहाई अंकों की जीडीपी वृद्धि हासिल होने के लिये कोई समय सीमा बताने का जोखिम नहीं उठाएंगे। पारेख ने कहा, मैंने इस स्थिति के बारे में सोचा लेकिन मुझे याद नहीं आता है कि पहले कभी ऎसा कोई समय रहा जब देश के शेयर बाजार नित नई उंचाई नाप रहे हों, अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल के दाम गिर रहे हों और इसके साथ ही केन्द्र में एक स्थिर, बहुमत वाली सरकार हो। भारतीय अर्थव्यवस्था और बाजार के बारे में सुस्पष्ट नजरिया रखने के लिए जाने जाने वाले पारेख ने कहा कि यह कहना उपयुक्त होगा कि 10 प्रतिशत आर्थिक वृद्धि व्यापक न्यायिक सुधार, चुनावी, पुलिस, श्रम एवं भूमि सुधार के साथ साथ वित्तीय क्षेत्र के सुधार के बगैर हासिल नहीं हो सकती है।
उन्होंने कहा, मौजूदा परिस्थिति में 6.5-7 प्रतिशत की जीडीपी विकास दर को हासिल करने के लिए ही काफी कुछ किये जाने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा, लेकिन हां, भारत के परिदृश्य में नाटकीय ढंग से बदलाव आ चुका है। उन्होंने सुधरी हुई स्थिति सहित तीन बुनियादी बदलावों को गिनाया जिसमें वृद्धि के मामले में सरकार के प्रति नजरिया बेहतर होना प्रमुख है और जो बाजार की वर्तमान तेजी को प्रेरित कर रहा है। बाकी दो बदलाव के बारे में उन्होंने कहा, भारत के पास ऎसा प्रधानमंत्री है जो आगे रहकर नेतृत्व करता है और प्रमुख आर्थिक बुनियादी कारक भी भारत के पक्ष में काम कर रहे हैं। चालू वित्तवर्ष के लिए पारेख ने कहा कि जीडीपी की अनुमानित विकास दर 5.5 से 5.9 प्रतिशत रहने का अनुमान लगाया गया जबकि उभरते बाजारों की तुलना में भारत महत्वपूर्ण ढंग से काफी बेहतर प्रदर्शन कर रहा है।
उन्होंने कहा कि शोध विश्लेषकों ने पहले ही भारत को ब्रिक्स देशों में शीर्ष पर बताया है और खराब पास पडोस के बीच एक बेहतर स्थान बताया है। उन्होंने कहा और यदि बिल ग्रॉस के नए जुमले पर गौर किया जाए तो भारत उभरते बाजारों में "सबसे साफ दिखने वाली गंदी कमीज" है। पारेख ने कहा कि विदेशी संस्थागत निवेशकों ने इस वर्ष अभी तक 37 अरब डॉलर का निवेश किया है जिसमें 14 अरब डॉलर शेयरों में और 23 अरब डॉलर रिण पत्रों में निवेश किया गया है। उन्होंने कहा कि सेंसेक्स पहले ही 28,000 अंक की नई ऎतिहासिक उंचाई को छू चुका है जबकि ब्रोकर घराने पहले ही सेंसेक्स के आसमान छूने की भविष्यवाणी कर चुके हैं।