...तो मोबाइल पर बातचीत हो जाएगी महंगी!
Source : business.khaskhabar.com | Mar 14, 2015 | 

नई दिल्ली। दूरसंचार उद्योग का मानना है कि दूरसंचार कंपनियों द्वारा स्पेक्ट्रम की मौजूदा नीलामी में बढ-चढ कर बोली लगाने से आने वाले समय में मोबाइल कॉल तथा अन्य सेवाओं की दर दीर्घकाल में बढ सकती हैं। हालांकि तत्काल इस तरह का प्रभाव नहीं पडेगा।
सीओएआई के महानिदेशक राजन एस मैथ्यूज ने इस बारे में पूछे जाने पर कहा, "फिलहाल ऎसा नहीं होगा। क्रियान्वयन और नए उपकरणों में निवेश का असर जाहिर होने में करीब नौ महीने से एक साल का समय लगेगा।"
हालांकि उन्होंने कहा कि दीर्घकाल में शुल्क दरें बढेंगी क्योंकि कंपनियों की लागत बढ रही है। स्पेक्ट्रम नीलामी से प्राप्त राशि एक लाख करोड रूपए से पार कर गई है।
2जी और 3जी स्पेक्ट्रम की अब तक की सबसे बडी नीलामी में बोलीदाता आक्रामक तरीके से बोली लगा रहे हैं। इस राशि में और वृद्धि होगी क्योंकि अभी बिक्री के लिए स्पेक्ट्रम बचे हैं।