वीजा प्रक्रिया में तेजी लाएगा दक्षिण अफ्रीका
Source : business.khaskhabar.com | July 09, 2015 | 

नई दिल्ली। दक्षिण अफ्रीका अधिकाधिक भारतीय पर्यटकों और कारोबारियों को आकर्षित करने के उद्देश्य से वीजा जारी करने की प्रक्रिया तेज करना चाहता है और इसके लिए आधुनिक सूचना प्रौद्योगिकी (आईटी) तथा अन्य सुविधाओं का उपयोग करना चाहता है। यह बात भारत दौरे पर आए एक मंत्री ने कही। दक्षिण अफ्रीका के गृह मंत्री एम गिगाबा ने कहा कि उनका देश अधिकाधिक भारतीय पर्यटकों और कारोबारियों को आकर्षित करना चाहता है।
मंत्री ने यहां दक्षिण अफ्रीका उच्चाायोग में आईएएनएस से कहा, "भारत तेजी से विकास कर रही अर्थव्यवस्था है और दक्षिण अफ्रीका इसके साथ साझेदारी करना चाहता है। हम अधिकाधिक भारतीय पर्यटकों और कारोबारियों को सेवा देना चाहते हैं।" उन्होंने कहा, "दक्षिण अफ्रीका के पास कारोबार के लिए पूरे अफ्रीका में सबसे अच्छी अवसंरचना, सबसे अच्छी सुविधाएं हैं। देश में प्रचूर प्राकृतिक संसाधन भी है।" उन्होंने कहा कि ब्रिक्स समूह का सदस्य होने के नाते दक्षिण अफ्रीका ने भारतीय कारोबारियों को 10 साल वाला मल्टीपल एंट्री वीजा हासिल करने की सुविधा दी है।
ब्रिक्स देशों में शामिल हैं ब्राजील, रूस, भारत, चीन और दक्षिण अफ्रीका। उन्होंने कहा, "हमने 10 साल वाली मल्टीपल एंट्री वीजा सुविधा दी है। हम वीजा जारी करने की प्रक्रिया तेज करने के लिए आधुनिक आईटी का भी इस्तेमाल करना चाहते हैं।" दक्षिण अफ्रीका के मंत्री यहां भारत के गृह मंत्री राजनाथ सिंह से मिलेंगे। दोनों मंत्री द्विपक्षीय मुद्दों और दोनों देशों के बीच नई वीजा नीति पर चर्चा करेंगे।
दक्षिण अफ्रीका के मंत्री ने कहा, "हमें दक्षिण अफ्रीका में भारतीय पर्यटकों की संख्या बढ़ने की उम्मीद है। लेकिन यदि नई वीजा व्यस्था के तहत पहले वर्ष में यह कम भी रहती है, तो अधिक चिंता की बात नहीं है। लोगों को नई व्यवस्था से अनुकूलन स्थापित करने में समय लगता है।" एक अक्टूबर 2014 से लागू नई वीजा व्यवस्था के कारण दक्षिण अफ्रीका को आलोचना झेलनी प़ड रही है। नई व्यवस्था के तहत बायोमीट्रिक वीजा हासिल करने के लिए वीजा आवेदन खुद जाकर करना होता है। इसके तहत 18 वर्ष से कम उम्र वाले सभी बच्चाों के साथ पास और वीजा के अलावा उनका विस्तृत जन्म प्रमाणपत्र भी होना चाहिए। यह नियम एक जुलाई 2015 से लागू किया गया है। 2013 में दक्षिण अफ्रीका जाने वाले भारतीय पर्यटकों की संख्या 1,28,179 थी, जो 2014 में घटकर 1,17,511 रह गई।