विदेश में हर साल 2.50 लाख डॉलर निवेश कर सकते हैं भारतीय!
Source : business.khaskhabar.com | Feb 03, 2015 | 

मुंबई। विदेशी मुद्रा भंडार रिकॉर्ड स्तर पर पहुंचने से उत्साहित रिजर्व बैंक ने भारतीयों के लिए विदेश में सालाना निवेश की सीमा दोगुनी कर 2.50 लाख डॉलर कर दी। रिजर्व बैंक ने अपनी द्वैमासिक मौद्रिक नीति से जुडे एक बयान में कहा, "बाहरी क्षेत्र के परिदृश्य की समीक्षा और वृहद बुद्धिमतापूर्ण प्रबंधन की दिशा में आगे बढते हुए उदारीकृत धन प्रेषण योजना की सीमा बढाकर 2.50 लाख डॉलर प्रति वर्ष प्रति व्यक्ति करने का निर्णय किया गया है।"
चालू खाते की खराब होती स्थिति और रपए में भारी उतार-चढाव की वजह से अगस्त, 2013 में इस योजना के तहत सीमा को 2 लाख डालर से घटाकर 75,000 डालर प्रति व्यक्ति प्रति वर्ष कर दिया था। विदेशी मुद्रा भंडार में सुधार को देखते हुए इसे जून, 2014 में बढाकर 1.25 लाख डॉलर कर दिया गया था। उदारीकृत धन प्रेषण योजना के तहत भारतीय निवासी रिजर्व बैंक की पूर्व मंजूरी के बगैर भारत से बाहर शेयर, रिण प्रतिभूतियां एवं अन्य संपत्तियों खरीद सकते हैं और रख सकते हैं। मध्य-जनवरी तक देश का विदेशी मुद्रा भंडार अब तक के सर्वोच्च स्तर 322.13 अरब डॉलर पर पहुंच गया था।