इस साल देश में धनिये का 50 लाख बोरी कैरी फॉरवर्ड स्टॉक रहने के आसार
Source : business.khaskhabar.com | Feb 18, 2025 | 
-दो सप्ताह में 400 रुपए टूटा, ईगल धनिया के 8600 रुपए प्रति क्विंटल में हो रहे सौदे
जयपुर। राजस्थान, गुजरात एवं मध्य प्रदेश की मंडियों में नए धनिये की आवक प्रारंभ हो गई है। हालांकि फिलहाल नए धनिये में 10 फीसदी तक की नमी आ रही है। यही कारण है कि दो सप्ताह के अंतराल में धनिये की कीमतों में गिरावट देखी जा रही है। जयपुर मंडी में धनिये के भावों में करीब 400 रुपए प्रति क्विंटल निकल गए हैं। स्थानीय राजधानी मंडी कूकरखेड़ा में धनिया ईगल 8600 रुपए प्रति क्विंटल जीएसटी अलग में व्यापार हो रहा है। इसी प्रकार धनिया स्कूटर 9300 से 9500 रुपए प्रति क्विंटल जीएसटी अलग में सौदे होने की खबर है। उत्तर भारत के प्रमुख् ब्रोकर प्रमोद मेड़तवाल ने बताया कि इस बार देश में 50 लाख बोरी धनिये का कैरी फारवर्ड स्टॉक रहेगा। हालांकि इस साल धनिये की पैदावार पिछले साल के मुकाबले मामूली कम रहेगी। मेड़तवाल के अनुसार खरीददारों का ध्यान नई फसल पर केन्द्रित हो गया है। लिहाजा कारोबारी गतिविधियां धीमी पड़ गई हैं। वर्तमान में धनिये का भाव एक निश्चित सीमा में लगभग स्थिर हो गया है। मौसम की हालत तकरीबन सामान्य बनी हुई है।
गोंडल एवं रामगंजमंडी में नए धनिया का श्रीगणेश
राजस्थान की रामगंजमंडी में सोमवार को दो हजार बोरी नए धनिये की आवक हुई। इसी प्रकार गुजरात की गोंडल मंडी में ढाई हजार बोरी नया धनिया आया। मेड़तवाल ने कहा कि घरेलू एवं निर्यात मांग तथा स्टॉकिस्टों की लिवाली पर भी धनिये का भाव आगामी समय में निर्भर करेगा। धनिया का अगला उत्पादन पिछले सीजन के आसपास ही होने की संभावना है, जबकि स्टॉक भी सीमित ही है। यदि फरवरी-मार्च में मौसम अनुकूल रहा तो बाजार में भारी तेजी की संभावना क्षीण पड़ सकती है, लेकिन यदि बेमौसमी बारिश, आंधी तूफान या ओलावृष्टि का प्रकोप हुआ तो बाजार में तेजी के चांस बन सकते हैं। पिछले तीन सालों में धनिये का कुल एक्सपोर्ट 50 हजार से 1 लाख टन के बीच रहा है। बीते वर्ष अप्रैल से नवंबर तक 40 हजार टन का धनिया निर्यात हुआ है। जानकारों का कहना है कि आने वाले दिनों में यदि धनिया का भारी निर्यात होगा तो ही बाजार में तेजी आ सकेगी।
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