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सेंसेक्स 15 महीने बाद 25 हजार से नीचे लुढका

Source : business.khaskhabar.com | Sep 07, 2015 | businesskhaskhabar.com Market News Rss Feeds
 sensex plummets down after 15 months below 25000 markमुंबई। कमजोर वैश्विक संकेतों के बीच निवेशकों की चौतरफा बिकवाली के कारण बीएसई का सेंसेक्स 15 महीने बाद 25 हजार अंक से नीचे लुढक गया। निफ्टी भी 14 महीने बाद 7600 अंक के नीचे बंद हुआ। चीन के आर्थिक विकास अनुमान घटाने से एशियाई बाजार सोमवार को लाल निशान में रहे। इसके दबाव मे बीएसई का 30 शेयरों वाला संवेदी सूचकांक सेंसेक्स 308.09 अंक यानी 1.22 प्रतिशत लुढ़ककर 04 जून 2014 के बाद के निचले स्तर 24893.81 अंक और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का निफ्टी 96.25 अंक यानी 1.26 प्रतिशत टूटकर करीब 9 जुलाई 2014 के बाद के निचले स्तर 7558.80 अंक पर रहा।

चीन के राष्ट्रीय सांख्यिकी ब्यूरो ने संशोधित आंकडों में साल 2014 के लिए अपना विकास अनुमान 7.4 प्रतिशत से घटाकर 7.3 फीसदी कर दिया है। इससे एशियाई बाजारों में गिरावट रही। चीन का शंघाई कंपोजिट 2.55 प्रतिशत, हांगकांग का हैंगसैंग 1.23 प्रतिशत और दक्षिण कोरिया का कोस्पी 0.15 प्रतिशत लुढक गए। वहीं, जापान का निक्की 0.38 प्रतिशत की तेजी में रहा। शुरूआती कारोबार में ब्रिटेन का एफटीएसई भी 0.51 प्रतिशत मजबूत रहा।

बीएसई के सभी 13 समूह गिरावट पर रहे। कंज्यूमर ड्यूरेबल्स, आईटी, टेक, तेल एवं गैस, ऑटो, एफएमसीजी, पीएसयू, रियल्टी, कैपिटल गुड्स, पावर, बैंकिंग, धातु और हेल्थकेयर समूह के शेयर 0.86 फीसदी से 2.57 फीसदी तक टूटे। आईएएनएस की खबर के अनुसार सेंसेक्स सुबह 101.08 अंकों की तेजी के साथ 25,302.98 पर खुला और 308.09 अंकों या 1.22 फीसदी गिरावट के साथ 24,893.81 पर बंद हुआ।

दिनभर के कारोबार में सेंसेक्स ने 25,387.32 के ऊपरी और 24,851.77 के निचले स्तर को छुआ। निफ्टी 30.80 अंकों की तेजी के साथ 7,685.85 पर खुला और 96.25 अंकों या 1.26 फीसदी गिरावट के साथ 7,558.80 पर बंद हुआ। दिनभर में निफ्टी ने 7,705.05 के ऊपरी व 7,545.90 के निचले स्तर को छुआ। बीएसई के मिडकैप और स्मॉलकैप सूचकांकों में भी गिरावट रही। मिडकैप 227.32 अंकों की गिरावट के साथ 10,132.58 पर और स्मॉलकैप 186.61 अंकों की गिरावट के साथ 10,418.63 पर बंद हुआ। बीएसई के सभी 12 सेक्टरों में गिरावट रही। स्वास्थ्य सेवा (2.57 फीसदी), धातु (2.31 फीसदी), बैंकिंग (2.10 फीसदी), बिजली (1.92 फीसदी) और पूंजीगत वस्तु (1.89 फीसदी) में सर्वाधिक तेजी रही।