चिदंबरम ने नकारे सिन्हा के आरोप,कहा-अर्थव्यवस्था स्थिर
Source : business.khaskhabar.com | Mar 31, 2014 | 

नई दिल्ली। वित्त मंत्री पी चिदंबरम ने सोमवार को भारतीय जनता पार्टी के प्रधानमंत्री पद के उम्मीवाद नरेंद्र मोदी की यह कहकर आलोचना की कि वह जिस प्रकार के उदारवाद की बात कर रहे हैं, वह क्रोनी कैपिटलिज्म है। और उसका मकसद सिर्फ कारोबारियों के एक समूह को ही संतुष्ट करना है। चिदंबरम यहां कांग्रेस पार्टी के मुख्यालय में एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि कारोबारी समुदाय आम तौर पर प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह नीत संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन सरकार के साथ संतुष्ट है और मोदी उनके एक समूह को ही संतुष्ट कर सकते हैं।
उन्होंने कहा,कारोबारी मनमोहन सिंह और उनके वित्त मंत्री के साथ खुश हैं। कारोबारियों का एक निश्चित समूह ही है, जो भाजपा और नरेंद्र मोदी के साथ सुविधा महसूस करता है।
चालू खाता घाटा घटकर 35 अरब डॉलर रहेगा...
चिदंबरम ने कहा कि सरकार को उम्मीद है कि वित्तीय घाटा कम करने के लक्ष्य हासिल होंगे और मौजूदा कारोबारी साल में चालू खाता घाटा 88 अरब डॉलर के उच्चतम स्तर से घटकर 35 अरब डॉलर तक आ जाएगा। चिदंबरम ने कहा,20 महीने पहले के मुकाबले आज अर्थव्यवस्था काफी मजबूत है। वित्त मंत्री ने कहा कि वित्तीय घाटा सकल घरेलू उत्पाद के करीब 4.6 फीसदी तक रहेगा, जैसा कि उन्होंने 2013-14 के आम बजट में लक्षित किया था।
अर्थव्यवस्था में कमोबेश स्थिरता...
चिदंबरम ने कहा कि अर्थव्यवस्था में कमोबेश स्थिरता है, कोई भी रेटिंग कम करने की बात नहीं कर रहा क्योंकि बुनियादी कारक मजबूत हैं। सरकार को उम्मीद है कि वित्तीय घाटा कम करने के लक्ष्य हासिल होंगे और मौजूदा कारोबारी साल में चालू खाता घाटा 88 अरब डॉलर के उच्चतम स्तर से घटकर 35 अरब डॉलर तक आ जाएगा। चिदंबरम ने यहां एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, 20 महीने पहले के मुकाबले आज अर्थव्यवस्था काफी मजबूत है। देश का विदेशी मुद्रा भंडार 300 अरब डॉलर से उपर पहुंच चुका है। वित्त मंत्री ने कहा कि वित्तीय घाटा जीडीपी के करीब 4.6 फीसदी तक रहेगा, जैसा कि उन्होंने 2013-14 के आम बजट में लक्षित किया था।