businesskhaskhabar.com

Business News

Home >> Business

शेयर बाजार : मानसून पर रहेगी निगाह

Source : business.khaskhabar.com | Jun 14, 2015 | businesskhaskhabar.com Market News Rss Feeds
 Share Market to Focus Monsoon this Year, Must Readमुंबई। शेयर बाजारों में आगामी सप्ताह में मानसून की प्रगति पर निवेशकों की निगाह टिकी रहेगी। अगले सप्ताह निवेशकों की नजर विदेशी पोर्टफोलियो निवेश (एफपीआई) और घरेलू संस्थागत निवेश (डीआईआई) के आंक़डों, वैश्विक बाजारों के रूझान, डॉलर के मुकाबले रूपये की चाल और तेल की कीमतों पर भी बनी रहेगी। सरकार सोमवार 15 जून को मई महीने के लिए थोक महंगाई दर के आंक़डे जारी करेगी। अप्रैल 2015 में थोक महंगाई दर नकारात्मक 2.65 फीसदी थी। आगामी सप्ताह में बाजार की चाल मानसून की प्रगति पर भी निर्भर करेगी।

भारत मौसम कार्यालय ने मानसून के कमजोर रहने की उम्मीद जताई है। मानसून के दौरान कम बारिश होने से कृषि प्रभावित हो सकती है और इसके कारण अर्थव्यवस्था में मांग कमजोर रह सकती है, जिसका कई कंपनियों के शेयरों पर भी नकारात्मक असर प़ड सकता है। भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने गुरूवार 11 जून को अपनी रिपोर्ट में कहा कि मानसून पूर्वोत्तर, पश्चिम बंगाल के हिमालयी क्षेत्रों और सिक्कम के ऊपर गत 24 घंटे में सक्रिय रहा है। आईएमडी ने अपनी साप्ताहिक रिपोर्ट में कहा कि मानसून के अगले एक सप्ताह में दक्षिण भारत और पूर्वी भारत के कुछ क्षेत्रों में आगे बढ़ने की परिस्थिति तैयार है।

रिपोर्ट के मुताबिक अगले दो सप्ताहों में मानसूनी बारिश औसत से अधिक होगी। तीसरे सप्ताह में मानसून उत्तर भारत के गंगा क्षेत्र में औसत से अधिक होगी। पूर्वोत्तर क्षेत्र के बारे में आईएमडी ने कहा कि अगले पांच दिन में बारिश औसत से अधिका होगी और उसके बाद कम होगी। पूरे देश के लिहाज से मानसूनी बारिश अब तक औसत के बराबर हुई है। अलग-अलग क्षेत्रों के लिहाज से यह पूर्वोत्तर भारत में औसत से अधिक हुई है, लेकिन शेष इलाकों में औसत से कम रही है। निवेशकों की निगाह अगले सप्ताह तेल कंपनियों के शेयरों पर भी रहेगी क्योंकि सरकारी तेल विपणन कंपनियां तेल मूल्य की समीक्षा कर सकती हैं।

ये कंपनियां पिछले दो सप्ताहों में रहे तेल मूल्यों के आधार पर हर महीने के मध्य और आखिर में तेल मूल्य की समीक्षा करती हैं। 16-17 जून को अमेरिकी फेडरल रिजर्व की नीति निर्मात्री समिति फेडरल ओपेन मार्केट कमिटी (एफओएमसी) मौद्रिक नीति की समीक्षा के लिए बैठक करेगी।