मुद्रास्फीति में अभी और कमी आनी चाहिए : आबीआई
Source : business.khaskhabar.com | Nov 07, 2014 | 

मुंबई। रिर्जव बैंक ने आंकडों में महंगाई के कम होने से ब्याज दरों में कमी की उम्मीद लगाए लोगों को झटका देते हुए कहा कि मुद्रास्फीति में अभी और नरमी आनी चाहिए क्योंकि लागत अभी भी ऊंची है तथा खाद्य महंगाई मौमसी कारको से कम हुई है। रिर्जव बैंक के डिप्टी गवर्नर एचआर खान ने एक कार्यक्रम में कहा कि मुद्रास्फीति में अभी और कमी आनी है।
उन्होंने कहा कि हालांकि बाजार में तेजी बनी हुई है। उन्होंने कहा कि वैश्विक स्तर पर कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट भारत में लिए वरदान साबित हुआ है। पिछले दो महीने में ब्रेट क्रूड की कीमतों मे 20 डालर की कमी आ चुकी है। कच्चे तेल में नरमी के साथ ही विनिमय दर में स्थिरता घरेलू महंगाई को कम करने में मददगार हुई है। इससे देश का चालू खाता घाटा में भी सुधार हुआ है।
खाद्य के साथ ही ईधन महंगाई में कमी आने से इस वर्ष सितंबर में उपभोक्ता मूल्य सूचकांक पर आधारित खुदरा महंगाई 6.46 प्रतिशत पर आ गई है। रिर्जव बैंक ने जनवरी 2015 तक इसे आठ प्रतिशत और जनवरी 2016 तक छह प्रतिशत पर लाने का लक्ष्य निर्धारित किया है। रिर्जव बैंक दो दिसंबर को द्विमासिक ऋण एवं मौद्रिक नीति जारी करने वाला है। हाल में खुदरा महंगाई में आई कमी के साथ ही कच्चे तेल में नरमी से ब्याज दरो में कमी की उम्मीद बनी है।