डीएलएफ का शेयर 25 फीसदी गिरा
Source : business.khaskhabar.com | Oct 14, 2014 | 

मुंबई। रीयल्टी क्षेत्र की प्रमुख कंपनी डीएलएफ का शेयर मंगलवार को करीब 25 प्रतिशत गिर गया, जो संभवत: एक दिन में अब तक की सबसे बडी गिरावट है। सेबी द्वारा कंपनी और इसके शीर्ष कार्यकारियों पर प्रतिभूति बाजार में कारोबार करने के तीन साल की रोक लगाने के कारण ऎसा हुआ। बंबई शेयर बाजार में डीएलएफ का शेयर मंगलवार के शुरूआती कारोबार में 24.5 प्रतिशत गिरकर 111.25 रूपए पर आ गया, जो 52 सप्ताह का न्यूनतम स्तर है।
कंपनी का शेयर शुरूआती नुकसान से उबरकर सुबह 10 बजकर 30 मिनट पर 22 प्रतिशत की गिरावट के साथ 114 रूपए पर कारोबार कर रहा था। डीएलएफ को बडा झटका देते हुए सेबी ने रीयल्टी क्षेत्र की इस प्रमुख कंपनी और इसके चेयरमैन एवं मुख्य प्रवर्तक के पी सिंह समेत छह शीर्ष कार्यकारियों पर प्रतिभूति बाजार में कारोबार करने पर 3 साल के लिए प्रतिबंधित कर दिया है। के पी सिंह के अलावा जिन्हें बाजार में काम करने से प्रतिबंधित किया गया है उनमें उनके पुत्र राजीव सिंह (उप चेयरमैन), पुत्री पिया सिंह (पूर्णकालिक निदेशक), प्रबंध निदेशक टी सी गोयल, पूर्व मुख्य वित्त अधिकारी रमेश संका और कामेश्वर स्वरूप शामिल हैं जो कंपनी के सूचीबद्ध होने के समय कार्यकारी निदेशक-विधि थे।
डीएलएफ ने अपनी ओर से सोमवार रात कहा कि उनकी ओर से किसी कानून का उल्लंघन नहीं हुआ और वह सेबी के आदेश में किसी तरह के गलत निष्कर्ष मामले में अपना बचाव करेगी। कंपनी ने एक बयान में कहा "डीएलएफ का न्यायिक प्रक्रिया में पूरा भरोसा है और उसे भरोसा है कि निकट भविष्य में उसका रूख सही साबित होगा। शेयर में सोमवार करीब चार प्रतिशत की गिरावट दर्ज हुई थी। कंपनी ने कहा कि सेबी के 10 अक्टूबर को जारी आदेश कल ही हमारे सामने आया और डीएलएफ एवं इसके कानूनी सलाहकार इसकी समीक्षा कर रह हैं। चार साल तक चली जांच के बाद सेबी ने पाया कि यह मामला जान-बूझकर सूचना दबाने का है ताकि आईपीओ के तहत जारी किए गए डीएलएफ शेयर के मामले में प्रतिभूति बाजार में निवेशकों को गुमराह और धोखा दिया जा सके। सेबी के पूर्णकालिक सदस्य राजीव अग्रवाल ने अपने 43 पन्ने के आदेश में यह भी कहा उल्लंघन गंभीर है और इससे प्रतिभूति बाजार में सुरक्षा एवं समग्रता प्रभावित होती है।