business.khaskhabar.com
khaskhabar.com
aapkisaheli.com
astrosaathi.com
ifairer.com
iautoindia.com
Business News
Home
Business
Gadget
Market
Automobile
Commodities
Home
// Market News
Market News
हरे निशान में खुला भारतीय शेयर बाजार, जीएसटी प्रोत्साहन के चलते ऑटो शेयरों में तेजी
भारत और अमेरिका के बीच टैरिफ संबंधी अनिश्चितता के बीच, जीएसटी प्रोत्साहन के चलते सोमवार को भारतीय शेयर बाजार हरे निशान में खुला।
जीएसटी सुधारों के बीच उतार-चढ़ाव भरे सप्ताह में भारतीय शेयर बाजार में रही तेजी
जीएसटी को रेशनलाइज बनाने को लेकर शुरुआती आशावाद कम होने और वैश्विक व्यापार तनाव फिर से उभरने के कारण इस सप्ताह भारतीय शेयर बाजार मामूली बढ़त के साथ बंद हुए।
बिज़नेस सर्कल इंडिया ने राजधानी जयपुर में बढ़ाया अपना पहला कदम : मुकेश माधवानी
जयपुर में व्यापार और उद्यमिता को बढ़ावा देने के लिए बिज़नेस सर्कल इंडिया (बीसीआई) का पहला चैप्टर की शुरू कर आधिकारिक पदभार सौपें...
हरे निशान में खुला भारतीय शेयर बाजार, निफ्टी 24,700 स्तर से ऊपर कर रहा कारोबार
जीएसटी परिषद द्वारा अलग-अलग सेक्टर में दरों में की गई परिवर्तनकारी कटौती से उत्साहित भारतीय बेंचमार्क सूचकांक शुक्रवार को हरे निशान में खुले। शुरुआती कारोबार में ऑटो, आईटी और पीएसयू बैंक शेयरों में खरीदारी देखी गई।
जयपुर में शिपरॉकेट यात्रा 2025: एमएसएमई को डिजिटल इकोनॉमी से जोड़ने का मजबूत मंच
भारत के अग्रणी ई-कॉमर्स इनेबलमेन्ट प्लेटफॉर्म शिपरॉकेट ने शिपरॉकेट यात्रा 2025 के जयपुर संस्करण का आयोजन किया, जिसका उद्देश्य आधुनिक उपकरणों, तकनीकों एवं रूझानों...
सरकार ने गरीब लोगों को फोकस में रखकर उठाया कदम, सस्ती होंगी जरूरी मेडिकल डिवाइस : फार्मा इंडस्ट्री
सरकार की ओर से दवाइयों और मेडिकल डिवाइस पर जीएसटी की दरों को कम किए जाने का फार्मा इंडस्ट्री ने गुरुवार को स्वागत किया और कहा - यह गरीब लोगों को फोकस में...
जीएसटी कटौती से देश में समग्र आर्थिक गतिविधियों को मिलेगा बढ़ावा : एनएसई सीईओ
एनएसई के प्रबंध निदेशक और सीईओ आशीष कुमार चौहान ने गुरुवार को वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) स्ट्रक्चर को सरल बनाने के सरकार के फैसले का स्वागत करते हुए कहा...
भारतीय शेयर बाजार हरे निशान में बंद, नई जीएसटी दरों पर कल होगा ऐलान
भारतीय शेयर बाजार बुधवार के कारोबारी सत्र में हरे निशान में बंद हुआ। बाजार में चौतरफा तेजी देखी गई। कारोबारी दिन के अंत में सेंसेक्स 409.83 अंक या 0.51 प्रतिशत की तेजी के साथ 80,567.71 और निफ्टी 135.45 अंक या 0.55 प्रतिशत की मजबूती के साथ 24,715.05 पर था।
जीएसटी की अहम बैठक से पहले सेंसेक्स और निफ्टी मामूली बढ़त के साथ हरे निशान में खुले
भारतीय बेंचमार्क सूचकांक मंगलवार को मामूली बढ़त के साथ हरे निशान में खुले। निवेशक इस सप्ताह होने वाली दो दिवसीय जीएसटी परिषद की बैठक को लेकर उत्सुक हैं, जहां दरों में बड़े बदलाव की उम्मीद की जा रही है।
अमेरिकी टैरिफ से पीतल कारोबार पर ज्यादा असर नहीं, भारत के घरेलू बाजार में पर्याप्त अवसर : कारोबारी
अमेरिकी टैरिफ से भारत में पीतल कारोबार पर ज्यादा असर नहीं होगा, क्योंकि घरेलू बाजार में पर्याप्त अवसर मौजूद है...
आईटी शेयरों में तेजी से सेंसेक्स 330 अंक चढ़ा, निफ्टी 24,500 स्तर के ऊपर
भारतीय बेंचमार्क सूचकांकों ने सोमवार को सप्ताह की शुरुआत बढ़त के साथ की। शुरुआती कारोबार में आईटी और पब्लिक सेक्टर बैंक के शेयरों में तेजी रही।
टैरिफ संबंधी चिंताओं के बीच भारतीय शेयर बाजारों में 2.2 प्रतिशत की गिरावट; पहली तिमाही की जीडीपी वृद्धि से मिलेगी राहत
अमेरिकी टैरिफ संबंधी चिंताओं के बीच विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) की लगातार बिकवाली के दबाव के कारण बाजारों में शुरुआती आशावाद कम होने से इस सप्ताह भारतीय शेयर बाजार में भारी गिरावट दर्ज की गई।
रिलायंस की एजीएम में एआई, जियो आईपीओ और ग्रीन एनर्जी पर बड़े ऐलान
रिलायंस इंडस्ट्रीज ने अपनी 48वीं एजीएम में एआई, जियो और ग्रीन एनर्जी के क्षेत्र में कई बड़े ऐलान किए। कंपनी ने गूगल क्लाउड और मेटा के साथ साझेदारी की घोषणा की, जिसके तहत भारत का पहला एआई-केंद्रित क्लाउड रीजन बनेगा और भारतीय व्यवसायों के लिए किफायती एआई समाधान विकसित किए जाएंगे। मुकेश अंबानी ने 2026 की पहली छमाही में जियो का आईपीओ लाने की भी घोषणा की। इसके अलावा, जामनगर में दुनिया का सबसे बड़ा न्यू एनर्जी हब और कच्छ में एक विशाल सौर परियोजना बनाने का ऐलान किया गया।
टैरिफ संबंधी चिंताओं के बीच लाल निशान में खुले सेंसेक्स और निफ्टी, आईटी शेयरों में गिरावट
भारतीय शेयर बाजार गणेश चतुर्थी के अवसर पर एक दिन बंद रहने के बाद गुरुवार को भारी गिरावट के साथ लाल निशान में खुला। बाजार में यह गिरावट अमेरिका द्वारा भारतीय वस्तुओं पर 50 प्रतिशत टैरिफ लगाए जाने के बाद दर्ज की गई है।
अमेरिकी टैरिफ : कपड़ा, रत्न और आभूषण पर दबाव; फार्मा और इलेक्ट्रॉनिक्स सेक्टर पर नहीं पड़ेगा असर
भारत पर अमेरिका की ओर से एडिशनल टैरिफ आज से लागू होने जा रहा है। एडिशनल टैरिफ लगने से देश के श्रम-प्रधान उद्योग जैसे कपड़ा और रत्न एवं आभूषणपर मध्यम दबाव पड़ने की संभावना है, जबकि दवा, स्मार्टफोन और स्टील जैसे उद्योग छूट, मौजूदा टैरिफ संरचनाओं और मजबूत घरेलू खपत के कारण टैरिफ के इस प्रभाव से अछूते रहेंगे।
previous
1
2
3
4
5
6
7
8
9
...........
261
262
next
Headlines
जीएसटी सुधारों के कारण वित्त वर्ष 2026 में भारत की जीडीपी 6.5 प्रतिशत की दर से बढ़ेगी : रिपोर्ट
जीएसटी सुधारों से 3 किलोवाट के रूफटॉप सोलर सिस्टम की कीमत में आएगी 10,500 रुपए तक की कमी
स्थिर मुद्रास्फीति और तेल कीमतों के बीच नवंबर तक सरकारी बॉन्ड यील्ड में 10 आधार अंकों की गिरावट की संभावना : रिपोर्ट
स्थिर मुद्रास्फीति और तेल कीमतों के बीच नवंबर तक सरकारी बॉन्ड यील्ड में 10 आधार अंकों की गिरावट की संभावना : रिपोर्ट नई दिल्ली, 17 सितंबर (आईएएनएस)। अनुकूल मुद्रास्फीति के आंकड़ों और तेल की स्थिर कीमतों के कारण अगले तीन महीनों में बेंचमार्क भारतीय बॉन्ड यील्ड में थोड़ी गिरावट आने की उम्मीद है। यह जानकारी बुधवार को आई एक रिपोर्ट में दी गई। रिसर्च फर्म क्रिसिल इंटेलिजेंस की रिपोर्ट में कहा गया है कि 10-ईयर सरकारी बॉन्ड यील्ड, जो 31 अगस्त को 6.59 प्रतिशत था, सितंबर के अंत तक 6.42 -6.52 प्रतिशत और नवंबर के अंत तक 6.38 -6.48 प्रतिशत के दायरे में आने की उम्मीद है। स्टेट डेवलपमेंट लोन यील्ड नवंबर तक 7.23 प्रतिशत से घटकर 7.15 -7.25 प्रतिशत के दायरे में आने की उम्मीद है, जबकि 10-ईयर कॉर्पोरेट बॉन्ड यील्ड 7.19 प्रतिशत से घटकर 7.08-7.18 प्रतिशत के दायरे में आ सकता है। क्रिसिल ने बताया कि तेल की नरम कीमतें भू-राजनीतिक जोखिमों और वैश्विक विकास में धीमी गति के प्रभावों की भरपाई कर रही हैं। यील्ड को प्रभावित करने वाले प्रमुख कारक अमेरिकी फेडरल ओपन मार्केट कमेटी का आगामी निर्णय, अगस्त में घरेलू बाजार में औसतन 2.84 लाख करोड़ रुपये की तरलता, चल रही अमेरिका-भारत व्यापार वार्ताएँ और अस्थिर विदेशी पूंजी प्रवाह हैं। 1 जुलाई से 8 सितंबर के बीच, विदेशी संस्थागत निवेशकों ने कुल 1.02 लाख करोड़ रुपए के भारतीय शेयर बेचे, जिनमें से सितंबर के पहले छह सत्रों में 7,800 करोड़ रुपए की बिक्री हुई। रिपोर्ट में कहा गया है कि भारतीय रिजर्व बैंक की मौद्रिक नीति समिति द्वारा अक्टूबर की बैठक में रेपो दर में कटौती की संभावना कम है, क्योंकि केंद्रीय बैंक ने एक विराम की घोषणा की है और संकेत दिया है कि आगे कोई भी हस्तक्षेप आंकड़ों पर निर्भर करेगा। रिपोर्ट के अनुसार, हाल ही में जीएसटी को रेशनलाइज बनाने के कारण वास्तविक राजकोषीय प्रभाव अपेक्षा से कम होगा। भारत की पहली तिमाही की जीडीपी वृद्धि दर 7.8 प्रतिशत तक पहुंच गई है और सरकार द्वारा जीएसटी स्ट्रक्चर को सरल बनाने के फैसले से अर्थव्यवस्था में लगभग 50,000 करोड़ रुपए आने की उम्मीद है, जिससे घरेलू खपत को बढ़ावा मिलेगा। एसबीआई कैपिटल मार्केट्स ने हाल ही में कहा था कि अमेरिका और ब्रिटेन में राजकोषीय तनाव वैश्विक व्यापार तनाव को जटिल बना रहा है और बढ़ते कर्ज के बोझ के कारण बॉन्ड यील्ड कर्व और अधिक बढ़ रहा है। --आईएएनएस एसकेटी/
स्थिर मुद्रास्फीति और तेल कीमतों के बीच नवंबर तक सरकारी बॉन्ड यील्ड में 10 आधार अंकों की गिरावट की संभावना : रिपोर्ट नई दिल्ली, 17 सितंबर (आईएएनएस)। अनुकूल मुद्रास्फीति के आंकड़ों और तेल की स्थिर कीमतों के कारण अगले तीन महीनों में बेंचमार्क भारतीय बॉन्ड यील्ड में थोड़ी गिरावट आने की उम्मीद है। यह जानकारी बुधवार को आई एक रिपोर्ट में दी गई। रिसर्च फर्म क्रिसिल इंटेलिजेंस की रिपोर्ट में कहा गया है कि 10-ईयर सरकारी बॉन्ड यील्ड, जो 31 अगस्त को 6.59 प्रतिशत था, सितंबर के अंत तक 6.42 -6.52 प्रतिशत और नवंबर के अंत तक 6.38 -6.48 प्रतिशत के दायरे में आने की उम्मीद है। स्टेट डेवलपमेंट लोन यील्ड नवंबर तक 7.23 प्रतिशत से घटकर 7.15 -7.25 प्रतिशत के दायरे में आने की उम्मीद है, जबकि 10-ईयर कॉर्पोरेट बॉन्ड यील्ड 7.19 प्रतिशत से घटकर 7.08-7.18 प्रतिशत के दायरे में आ सकता है। क्रिसिल ने बताया कि तेल की नरम कीमतें भू-राजनीतिक जोखिमों और वैश्विक विकास में धीमी गति के प्रभावों की भरपाई कर रही हैं। यील्ड को प्रभावित करने वाले प्रमुख कारक अमेरिकी फेडरल ओपन मार्केट कमेटी का आगामी निर्णय, अगस्त में घरेलू बाजार में औसतन 2.84 लाख करोड़ रुपये की तरलता, चल रही अमेरिका-भारत व्यापार वार्ताएँ और अस्थिर विदेशी पूंजी प्रवाह हैं। 1 जुलाई से 8 सितंबर के बीच, विदेशी संस्थागत निवेशकों ने कुल 1.02 लाख करोड़ रुपए के भारतीय शेयर बेचे, जिनमें से सितंबर के पहले छह सत्रों में 7,800 करोड़ रुपए की बिक्री हुई। रिपोर्ट में कहा गया है कि भारतीय रिजर्व बैंक की मौद्रिक नीति समिति द्वारा अक्टूबर की बैठक में रेपो दर में कटौती की संभावना कम है, क्योंकि केंद्रीय बैंक ने एक विराम की घोषणा की है और संकेत दिया है कि आगे कोई भी हस्तक्षेप आंकड़ों पर निर्भर करेगा। रिपोर्ट के अनुसार, हाल ही में जीएसटी को रेशनलाइज बनाने के कारण वास्तविक राजकोषीय प्रभाव अपेक्षा से कम होगा। भारत की पहली तिमाही की जीडीपी वृद्धि दर 7.8 प्रतिशत तक पहुंच गई है और सरकार द्वारा जीएसटी स्ट्रक्चर को सरल बनाने के फैसले से अर्थव्यवस्था में लगभग 50,000 करोड़ रुपए आने की उम्मीद है, जिससे घरेलू खपत को बढ़ावा मिलेगा। एसबीआई कैपिटल मार्केट्स ने हाल ही में कहा था कि अमेरिका और ब्रिटेन में राजकोषीय तनाव वैश्विक व्यापार तनाव को जटिल बना रहा है और बढ़ते कर्ज के बोझ के कारण बॉन्ड यील्ड कर्व और अधिक बढ़ रहा है। --आईएएनएस एसकेटी/
डा. रत्नेश लाल आईडीएसए के चेयरमैन, अपराजिता सरकार वाईस चेयरमैन निर्वाचित
भारत-अमेरिका व्यापार वार्ता फिर से शुरू होने के बीच दो सप्ताह बाद रुपया 88 के नीचे मजबूत खुला
भारत की MSME आधारित प्रिंटिंग, ब्रांडिंग और साइनेज इंडस्ट्री, मीडिया एक्सपो नई दिल्ली 2025 में दिखाएगी इनोवेशन का जलवा
यह भी पढ़े
Pics: जब "बुलेटरानी" बनकर आई दुल्हन और...
संबंध बनाते बुजुर्ग की मौत,सर्जरी से किया अलग
एक बार फिर तैयार है टाइटैनिक, जानिए कैसे
कोमा से बाहर आते ही बोलने लगा दूसरे देश की भाषा
ये है "भूतिया" जंगल,जान देने आते है लोग
खुलासा! गुप्त यूएफओ में दर्ज है ब्रिटेन में आए थे एलियन
Home
I
About Us
I
Contact
I
Advertise with us
I
Privacy Policy
I
Terms & Condition
I
Disclaimer
Copyright © 2025 I Khaskhabar.com Group, All Rights Reserved