भारतीय शेयर बाजार हल्की गिरावट के साथ बंद, रियल्टी शेयरों में बिकवाली
भारतीय शेयर बाजार बुधवार के कारोबारी सत्र में लाल निशान में बंद हुआ। कारोबार के अंत में सेंसेक्स 120.21 अंक या 0.14 प्रतिशत की कमजोरी के साथ 84,559.65 और निफ्टी 41.55 अंक या 0.16 प्रतिशत की गिरावट के साथ 25,818.55 पर था।
भारतीय शेयर बाजार तेजी के साथ खुला, सरकारी बैंकों में खरीदारी
भारतीय शेयर बाजार बुधवार के कारोबारी सत्र में तेजी के साथ खुला। सुबह 9:23 पर सेंसेक्स 188 अंक या 0.22 प्रतिशत की तेजी के साथ 84,868 और निफ्टी 61 अंक या 0.24 प्रतिशत की मजबूती के साथ 25,921 पर था।
भारतीय शेयर बाजार गिरावट के साथ बंद, रियल्टी और बैंकिंग स्टॉक्स में हुई बिकवाली
बाजार पर दबाव बनाने का दाम आईटी और बैंकिंग शेयरों ने किया। निफ्टी आईटी इंडेक्स 0.84 प्रतिशत और निफ्टी प्राइवेट बैंक इंडेक्स 1.23 प्रतिशत की गिरावट के साथ बंद हुआ। इसके अलावा, ऑटो, पीएसयू बैंक, फाइनेंशियल सर्विसेज, फार्मा, एफएमसीजी, मेटल, एनर्जी, इन्फ्रा और पीएसई इंडेक्स दबाव के साथ बंद हुआ। दूसरी तरफ, निफ्टी कंज्यूमर ड्यूरेबल्स और निफ्टी मीडिया इंडेक्स हरे निशान में बंद हुए।
भारतीय शेयर बाजार कमजोर वैश्विक संकेतों से लाल निशान में खुला
सेंसेक्स पैक में भारती एयरटेल, एशियन पेंट्स, टाटा मोटर पैसेंजर व्हीकल, ट्रेंट, एचडीएफसी बैंक, एसबीआई और टाइटन गेनर्स थे। एक्सिस बैंक, इटरनल (जोमैटो), एचसीएलटेक, इन्फोसिस, बीईएल, टाटा स्टील, एलएंडटी, सन फार्मा, अल्ट्राटेक सीमेंट, बजाज फिनसर्व, टीसीएस, टेक महिंद्रा, एनटीपीसी और आईसीआईसीआई बैंक लूजर्स थे।
व्यापक बाजार में भी रुझान कमजोरी का बना हुआ है और चढ़ने वाले शेयरों की अपेक्षा गिरने वाले शेयरों की संख्या काफी अधिक थी। मिडकैप और स्मॉलकैप दोनों लाल निशान में थे। निफ्टी मिडकैप 100 इंडेक्स 338 अंक या 0.56 प्रतिशत की कमजोरी के साथ 59,879 और निफ्टी स्मॉलकैप 100 इंडेक्स 115 अंक या 0.59 प्रतिशत की कमजोरी के साथ 17,310 पर था।
भारतीय शेयर बाजार सपाट बंद, एफएमसीजी शेयरों में खरीदारी हुई
भारतीय शेयर बाजार सोमवार के कारोबारी सत्र में सपाट बंद हुए। दिन के अंत में सेंसेक्स 54.30 अंक या 0.06 प्रतिशत की कमजोरी के साथ 85,213.36 पर और सेंसेक्स 19.65 अंक या 0.08 प्रतिशत की गिरावट के साथ 26,027.30 पर था।
कमजोर वैश्विक संकेतों से शेयर बाजार लाल निशान में खुला
कमजोर वैश्विक संकेतों के चलते भारतीय शेयर बाजार सोमवार के कारोबारी सत्र में लाल निशान में खुला। सुबह 9:17 पर सेंसेक्स 233 अंक या 0.27 प्रतिशत की गिरावट के साथ 85,034 और निफ्टी 84 अंक या 0.36 प्रतिशत की कमजोरी के साथ 29,960 पर था।
दिसंबर में विदेशी निवेशकों की बिक्री पर भारी पड़े घरेलू निवेशक, एसआईपी निवेश बना बाजार की ताकत
मार्केट एक्सपर्ट्स का कहना है कि आने वाले दिनों में विदेशी निवेशकों की शेयर बिक्री कम हो सकती है, क्योंकि भारत की अर्थव्यवस्था अच्छा प्रदर्शन कर रही है और कंपनियों की कमाई आगे चलकर बढ़ने की उम्मीद है। इसके अलावा, आम लोग लगातार म्यूचुअल फंड एसआईपी के जरिए निवेश कर रहे हैं, जिससे बाजार को मजबूती मिल रही है। पिछले तीन महीनों से हर महीने म्यूचुअल फंड एसआईपी में 29,000 करोड़ रुपये से ज्यादा का निवेश हो रहा है।
अगले हफ्ते महंगाई के आंकड़े, अमेरिका व्यापार वार्ता समेत ये अहम फैक्टर तय करेंगे शेयर मार्केट की दिशा
शेयर बाजार में निवेशकों की संपत्ति में भी एक दिन में जोरदार बढ़ोतरी हुई। बीएसई में लिस्टेड कंपनियों का कुल मार्केट कैप 470 लाख करोड़ रुपये से ऊपर पहुंच गया, जो पिछले सत्र में 466.6 लाख करोड़ रुपये था। यानी एक ही दिन में बाजार ने 3 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा का उछाल देखा। वहीं आने वाले सप्ताह में महंगाई के आंकड़े प्रमुख रूप से बाजार को प्रभावित कर सकते हैं। वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय सोमवार, 15 दिसंबर को नवंबर महीने का डब्ल्यूपीआई महंगाई डेटा जारी करने वाला है।
भारतीय शेयर बाजार लगातार दूसरे दिन बड़ी तेजी के साथ बंद, सेंसेक्स 449 अंक उछला
भारतीय शेयर बाजार शुक्रवार के कारोबारी सत्र में लगातार दूसरे दिन बड़ी तेजी के साथ बंद हुआ।
भारतीय शेयर बाजार हरे निशान में खुला, मेटल स्टॉक्स में खरीदारी
भारतीय शेयर बाजार शुक्रवार के कारोबारी सत्र में तेजी के साथ खुला। सुबह 9:21 पर सेंसेक्स 386 अंक या 0.45 प्रतिशत की बढ़त के साथ 85,203 और निफ्टी 111 अंक या 0.43 प्रतिशत की मजबूती के साथ 26,010 पर था।
भारत में वेल्थ क्रिएशन ने तोड़ा 30 साल का रिकॉर्ड, पिछले 5 साल में शीर्ष कंपनियों का मार्केट कैप 148 लाख करोड़ रुपए बढ़ा
रिपोर्ट में कहा गया कि इस अवधि में बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) और हिंदुस्तान एरोनॉटिक्स (एचएएल) ने सबसे ज्यादा वेल्थ क्रिएट की है। इस रिपोर्ट के मुताबिक, भारत अब दुनिया का चौथा सबसे बड़ा शेयर बाजार बन चुका है। मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज लिमिटेड के चेयरमैन रामदेव अग्रवाल ने कहा, "भारत अब सबसे तेज वेल्थ क्रिएशन के दौर में है। जैसे हमारी अर्थव्यवस्था 4 ट्रिलियन डॉलर से 16 ट्रिलियन डॉलर की ओर बढ़ेगी, इस दौरान निवेश के नए बड़े मौके बनेंगे।"