रसायन उद्योग में 9 फीसदी वृद्धि दर की उम्मीद : अनंत कुमार
Source : business.khaskhabar.com | Sep 04, 2016 | 

मुंबई । केन्द्रीय रसायन एवं उर्वरक मंत्री अनंत कुमार ने जोर देकर कहा है कि सरकार द्वारा उठाए गए कदमों और अंतिम उपयोग उद्योग के रूप में वृद्धि के कारण भारतीय रसायन उद्योग के प्रति वर्ष नौ प्रतिशत की दर से बढऩे की उम्मीद है। उन्होंने कहा कि इस दर से बढक़र यह 226 अरब डॉलर का सेक्टर बन जाएगा। इस समय यह उद्योग 147 अरब डॉलर का है।
मुंबई में शुक्रवार को इंडियाकेम इंटरनेशनल एग्जीबिशन एंड कॉन्फ्रेंस के द्विवार्षिक नौवें संस्करण के उद्घाटन पर अनंत ने कहा, ‘‘अधिक व्यावहारिक तथा उपयोगी बनाने के लिए मौजूदा पीसीपीआर (पेट्रोलियम, रयायन एवं पेट्रोकेमिकल निवेश क्षेत्र) नीति को और सामंजस्यपूर्ण बनाने की जरूरत है।’’
उन्होंने इस सम्मेलन में आए उद्योग के नायकों से आग्रह किया कि इस नीति को और अधिक जीवंत बनाने के लिए एक महीने के भीतर अपना सुझाव दें।
कुमार ने कहा, ‘‘हमारी लंबी तटीय लाइन, रिफाइनिंग और संतोषजनक अनुसंधान और विकास की क्षमता हमारे रसायन उद्योग के विकास की शक्ति हैं, लेकिन व्यापार को आसान करने की दिशा में अधिक सुधार की जरूरत है।’’ उन्होंने कहा कि घरेलू व्यापार के लिए कि कच्चे माल की लागत और उपलब्धता की चुनौतियों के कारण चीन और दक्षिणी पूर्वी एशिया के देशों से आयात अधिक हो रहा है।
अनंत ने जोर देकर कहा कि ‘मेक इन इंडिया’ अभियान भारतीय रसायन उद्योग के लिए विभिन्न पेट्रोकेमिकल्स उत्पादों के आयात प्रतिस्थापन्न के अवसर प्रदान करने का मुख्य अभियान है। उन्होंने आगे कहा कि जीएसटी के क्रियान्वयन से उद्योगों की लगात कम हो जाएगी, जिससे भारतीय उत्पाद कीमतों के हिसाब से प्रतियोगी बन जाएंगे।
मंत्री ने कहा कि भारतीय रसायन उद्योग में इस समय 20 लाख लोग काम कर रहे हैं। इस उद्योग को अभी 8.5 लाख अतिरिक्त कुशल कारीगरों की जरूरत है। उन्होंने अफसोस जताया कि कौशल प्रशिक्षण के बुनियादी ढांचे की कमी के कारण अधिकांश प्रशिक्षण कार्यस्थलों पर ही दिया जा रहा है।
कुमार ने इस मौके पर पीसीपीआईआर का लोगो और वेबसाइट का भी शुभारंभ किया।
इस मौके पर रयायन एवं पेट्रोकेमिकल राज्यमंत्री मनसुखभाई मंडाविया, रसायन एवं पेट्रोकेमिकल सचिव अनुज कुमार बिश्नोई, बांग्लादेश के उद्योग मंत्री अमिर हुसैन अमु तथा रसायन उद्योग के उद्योगपति मौजूद थे।
रयायन एवं पेट्रोकेमिकल विभाग और एफआईसीसीआई के संयुक्त रूप से आयोजित इंडियाकेम भारत का इस तरह का सबसे बड़ा कार्यक्रम है। इस साल ईरान भागीदार देश है और गुजरात, आंध्र प्रदेश और ओडिशा भागीदार राज्य। इसके अलावा चीन, जापान, दक्षिण कोरिया, ताईवान, सिंगापुर, वियतनाम, तुर्र्की, अमेरिका के संस्थान और कॉरपोरेट इंडियाकेम में भाग ले रहे हैं।(आईएएनएस)