शेयर बाजार : वैश्विक रूझान, तिमाही परिणाम पर रहेगी नजर
Source : business.khaskhabar.com | Oct 19, 2014 | 

मुंबई। देश के शेयर बाजारों में अगले सप्ताह निवेशकों की निगाह देश की कंपनियों द्वारा जारी होने वाले मौजूदा कारोबारी साल की दूसरी तिमाही के परिणामों पर टिकी रहेगी। आगामी सप्ताह में महाराष्ट्र और हरियाणा के विधानसभा चुनाव परिणामों, विदेशी संस्थागत निवेश के आंक़डों, वैश्विक बाजारों के रूझान, डॉलर के मुकाबले रूपये की चाल और तेल के मूल्य पर भी निवेशकों की नजर बनी रहेगी। शेयर बाजार अगले सप्ताह गुरूवार 23 अक्टूबर को दिवाली लक्ष्मी पूजा के मौके पर बंद रहेंगे। शेयर बाजार शुक्रवार को भी दिवाली बलि प्रतिपदा के मौके पर बंद रहेंगे। शेयर बाजारों में हालांकि गुरूवार को शाम में दिवाली के अवसर पर एक घंटे का विशेष मुहूर्त कारोबारी सत्र संचालित होगा। मुहूर्त कारोबार शाम 6.30 बजे शुरू होगा और शाम 7.30 बजे बंद होगा। महाराष्ट्र और हरियाणा विधानसभा चुनावों के परिणाम रविवार 19 अक्टूबर को सामने आएंगे। चुनाव के बाद आए सर्वेक्षणों के मुताबिक भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) हरियाणा में कांग्रेस से सत्ता हथियाने में कामयाब रहेगी, जबकि महाराष्ट्र में अकेली सबसे ब़डी पार्टी बन करे उभरेगी। दोनों राज्यों में यदि भाजपा को जीत हासिल होती है, तो सुधार जारी रखने की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की क्षमता का एक पुख्ता सबूत सामने आएगा। मौजूदा कारोबारी साल की दूसरी तिमाही (जुलाई-सितंबर) के लिए कंपनियों के वित्तीय परिणाम का दौर शुरू हो चुका है। परिणाम जारी करने का यह दौर मध्य नवंबर तक चलेगा। सोमवार को जस्ट डायल, जी मीडिया कारपोरेशन, एचसीएल इंफोसिस्टम्स और हिंदुस्तान जिंक, मंगलवार को बायोकॉन, ब्लू स्टार, केयर्न इंडिया, एचडीएफसी बैंक, टाटा कॉफी और जेएसडब्ल्यू स्टील, बुधवार को हैवेल्स इंडिया, हाउसिंग डेवलपमेंट फायनेंस कारपोरेशन, कोटक महिंद्रा बैंक, एलएंडटी फयनेंस होल्डिंग्स लिमिटेड और विप्रो के तिमाही परिणाम आएंगे। अंतर्राष्ट्रीय मंच पर चीन मंगलवार को तीसरी तिमाही के लिए विकास दर के आंक़डे जारी करेगा। चीनी नेताओं की 20-23 अक्टूबर को चलने वाली सालाना बैठक पर भी निवेशकों की निगाह रहेगी, जिसमें नेता चीन की अर्थव्यवस्था में आई सुस्ती से निपटने पर कुछ संकेत दे सकते हैं। अमेरिकी फेडरल रिजर्व की नीति निर्मात्री समिति फेडरल ओपेन मार्केट कमिटी (एफओएमसी) की अगली मौद्रिक नीति समीक्षा बैठक 28-29 अक्टूबर को होगी। फेड ने सितंबर की समीक्षा में बांडों की खरीदारी के मासिक कार्यक्रम को 10 अरब डॉलर और घटा दिया है। यदि अगली समीक्षा में भी इसी गति से कार्यक्रम में कटौती जारी रहती है, तो यह अक्टूबर में ही समाप्त हो जाएगा।