हिमाचल में 2.5 करो़ड पेटी सेब बिके
Source : business.khaskhabar.com | Oct 24, 2014 |
शिमला। हिमाचल में सेब सत्र समाप्त होने को है। इस दौरान राज्य ने 2.5 करो़ड पेटी से अधिक सेब बेचे हैं। यह जानकारी शुक्रवार को एक अधिकारी ने दी। अभी और 4-5 लाख पेटियां बिकनी बाकी हैं। एक पेटी में 22.5 किलोग्राम सेब होते हैं। बागवानी विभाग के निदेशक गुरदेव सिंह ने आईएएनएस से कहा, ""सेब सत्र लगभग समाप्त हो चुका है।""
उन्होंने कहा कि इस साल सेब का उत्पादन पिछले साल से कम रहा। गत वर्ष 3.22 करो़ड पेटियां (आठ लाख टन) बिकी थीं। किन्नौर और लाहौल एवं स्पीति जिले के ऊंचाई वाले क्षेत्रों से कुछ और सेब अब भी आ रहे हैं। इन दिनों किन्नौर की चांगो, रिब्बा और नामगिया घाटियों तथा लाहौल तथा स्पीति की हर्लिग घाटी से सेब आ रहे हैं।
किन्नौर के कल्पा गांव के किसान राम कुमार नेगी ने कहा, ""अभी सेब तो़डना जारी है। कम उत्पादन रहने के बाद भी किसानों को अच्छी कीमत मिल रही है। अधिकतर सेब चण्डीगढ़ और दिल्ली जैसे ब़डे बाजारों में पहुंच रहे हैं।"" यहां पास स्थित ढल्ली सेब बाजार के व्यापारियों ने कहा कि जिन किसानों ने सेब का भंडारण कर रखा था, उनके सेब अब बाजार पहुंच रहे हैं। सेब व्यापारी प्रताप चौहान ने कहा, ""इन दिनों सिर्फ ऊपरी शिमला के सेब आ रहे हैं, लेकिन आपूर्ति कम है। किन्नौर के अधिकतर सेब या तो कृषि कमोडिटी व्यापार कंपनियों ने खरीद लिए या वे दिल्ली और मुंबई पहुंच गए।"" कृषि कमोडिटी व्यापार कंपनी अडानी एग्रीफ्रेश ने इस साल 22,500 टन सेब खरीदे। वरिष्ठ प्रबंधक संजय महाजन ने कहा, ""इस साल तेजी से सेब बिके।"" गत वर्ष अडानी कंपनी ने 21 हजार टन सेब ही खरीदे थे। कांकर की फ्रेश एंड हेल्दी, महिंद्रा एंड महिंद्रा और देव भूमि जैसी दूसरी कंपनियां भी यहां सेब खरीदती हैं। गत वर्ष हिमाचल प्रदेश को बागवानी उत्पादों की बिक्री से 35 अरब रूपये की आय हुई थी, इसमें 90 फीसदी योगदान सेब का रहा।