गेहूं और महंगाः 2760 रुपए प्रति क्विंटल पहुंचा मिल डिलीवरी, अभी और तेजी के आसार
मित्तल दलिया के निर्माता मुकुल मित्तल ने बताया कि बारिश के कारण मंडियों में गेहूं की आवक नहीं के बराबर है। हिन्डौन, महुआ, मंडावर आदि मंडियों का अधिकांश गेहूं साउथ जा रहा है और त्योहारी मांग शुरू हो गई है। इन सब कारणों से भी गेहूं में फिलहाल मंदी के आसार नहीं हैं। एफसीआई ने आटा मिलों को अगस्त में गेहूं के टेंडर जारी करने की घोषणा की थी, जो कि अभी तक शुरु नहीं किए हैं।
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जानकारों के मुताबिक चार माह से केसर की कीमतें तकरीबन स्थिर बनी हुई हैं। इसके अलावा 15 सितंबर से 15 अक्टूबर की लोडिंग में काफी मात्रा में केसर बिकी हुई है। इन सब कारणों को देखते हुए केसर में 15 से 20 रुपए प्रति ग्राम की तेजी बन सकती है।