फ्लिपकार्ट की नई रिटर्न पॉलिसी से सेलर्स खफा, नहीं बेचेंगे प्रोडक्ट्स
Source : business.khaskhabar.com | Jun 15, 2016 | 

नई दिल्ली। नई रिटर्न पॉलिसी के बाद देश की सबसे बडी ई-कॉमर्स कंपनी
फ्लिपकार्ट की मुश्किलें बढती जा रही है। प्रोडक्ट रिटर्न पॉलिसी में किए
गए बदलाव के बाद सेलर्स भडक गए है और फ्लिपकार्ट पर प्रोडक्ट्स नहीं बेचने
का फैसला किया है। ऑन लाइन वेंडर्स के एसोसिएशन ने कहा कि कई मेंबर्स ने
फ्लिपकार्ट पर प्रोडक्ट्स न बेचने का फैसला किया है, क्योंकि बदलवा पॉलिसी
के कारण नुकसान का सामना करना पड रहा है। आपको बता दें कि हाल ही में
फ्लिपकार्ट ने ज्यादातर टॉप सेलिंग प्रोडक्ट्स के लिए अपनी रिटर्न पॉलिसी
में बदलाव किया था।
कंपनी के मुताबिक कस्टमर को कुछ खास प्रोडक्ट पसंद न आने पर उसे 10 दिन में
लौटाना होगा। पहले ये लिमिट 30 दिन की थी। जिन प्रोडक्ट्स को 10 दिन में
लौटाना होगा, उनमें इलेक्ट्रॉनिक गुड्स, मोबाइल और बुक्स शामिल हैं। कपड़े,
फुटवियर, ज्वैलरी को आप 30 दिन में ही रिटर्न कर सकते हैं। कई ई-कॉमर्स
कंपनियां कस्टमर्स को बिना कोई सवाल पूछे प्रोडक्ट्स को लौटाने का ऑप्शन
देती हैं। बताया जा रहा है कि इससे लॉजिस्टिक्स लेवल पर कंपनी को दिक्कतों
का सामना करना पड़ा है।
वहीं, कस्टमर्स के प्रोडक्ट लौटाने से सेलर्स के
ऑपरेशनल एक्सपेंसेज (शिपिंग) बढ़ जाते हैं। माना जा रहा है कि रिटर्न
पॉलिसी में बदलाव से फ्लिपकार्ट के सेलर्स की चिंता काफी हद तक दूर होगी।
नई रिटर्न पॉलिसी जुलाई से लागू हो जाएगी। कंपनी ने सेलर्स को ये भी बताया
है कि 20 जून के बाद उन्हें ज्यादा कमीशन देना पड़ेगा। देश की ज्यादातर
ई-कॉमर्स कंपनियां अब तक मुनाफे में नहीं आ पाई हैं। 20 प्रतिशत ज्यादा
कमीशन दिए जाने का फैसला मुनाफे के लिए किया गया है। फ्लिपकार्ट की राइवल
मानी जाने वाली अमेजन ने भी हाल ही में सेलर्स का कमीशन बढ़ाया था।