महिंद्रा का दमदार आगाज, अप्रैल में टाटा और हुंडई को पछाड़कर बनी दूसरी सबसे बड़ी PV निर्माता
Source : business.khaskhabar.com | May 02, 2025 | 
नई दिल्ली। भारतीय एसयूवी बाजार में अपनी मजबूत पकड़ के लिए जानी जाने वाली महिंद्रा एंड महिंद्रा ने वित्त वर्ष 2026 की शुरुआत प्रभावशाली ढंग से की है। अप्रैल 2025 के बिक्री आंकड़ों के अनुसार, महिंद्रा ने घरेलू पैसेंजर व्हीकल (PV) बिक्री के मामले में टाटा मोटर्स और हुंडई मोटर इंडिया को पीछे छोड़ते हुए दूसरा स्थान हासिल कर लिया है। यह उपलब्धि मुख्य रूप से कंपनी के लोकप्रिय एसयूवी पोर्टफोलियो के मजबूत प्रदर्शन के कारण संभव हुई है।
महिंद्रा ने अप्रैल 2025 में घरेलू बाजार में 52,330 यूनिट्स की बिक्री दर्ज की, जो पिछले वर्ष की इसी अवधि की तुलना में उल्लेखनीय 27.61% की वृद्धि दर्शाती है। कंपनी की एसयूवी लाइनअप, जिसमें बोलेरो, बोलेरो नियो, XUV 3XO, थार, थार रॉक्स, स्कॉर्पियो क्लासिक, स्कॉर्पियो-एन और XUV700 जैसे ICE मॉडल शामिल हैं, ने इस शानदार प्रदर्शन में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। हालांकि, कंपनी के पास इलेक्ट्रिक वाहन सेगमेंट में XUV400, BE 6 और XEV 9e जैसे मॉडल भी मौजूद हैं, लेकिन फिलहाल उनकी बिक्री के आंकड़े ICE मॉडलों के मुकाबले कम हैं।
इसके विपरीत, टाटा मोटर्स और हुंडई मोटर इंडिया को अप्रैल 2025 में घरेलू बिक्री में गिरावट का सामना करना पड़ा। टाटा मोटर्स की घरेलू PV बिक्री 5.60% घटकर 45,199 यूनिट्स रही, जबकि हुंडई मोटर इंडिया की बिक्री में और भी बड़ी 11.61% की गिरावट आई और यह 44,374 यूनिट्स पर सिमट गई। टाटा मोटर्स के व्यापक पोर्टफोलियो में हैचबैक, सेडान और एसयूवी के साथ-साथ इलेक्ट्रिक वाहन भी शामिल हैं, जिनमें Tiago, Tiago.ev, Altroz, Tigor, Tigor.ev, Punch, Punch.ev, Nexon, Nexon.ev, Curvv, Curvv.ev, Harrier और Safari जैसे मॉडल शामिल हैं। वहीं, हुंडई ग्रैंड i10 Nios, i20, Aura, Verna, Exter, Venue, Creta, Creta EV, Alcazar, Tucson और Ioniq 5 (EV) जैसे विभिन्न बॉडी स्टाइल और सेगमेंट में अपने वाहन बेचती है।
महिंद्रा का यह शानदार प्रदर्शन मुख्य रूप से उसके एसयूवी केंद्रित रणनीति और इन वाहनों की मजबूत मांग के कारण है। जबकि टाटा और हुंडई विभिन्न सेगमेंट में उपस्थिति रखते हैं, महिंद्रा ने सफलतापूर्वक एसयूवी बाजार में अपनी एक मजबूत पहचान बनाई है और ग्राहकों को आकर्षित करने में कामयाब रही है।
यह देखना दिलचस्प होगा कि आने वाले महीनों में यह प्रतिस्पर्धा किस दिशा में जाती है और क्या महिंद्रा इस दूसरे स्थान को बनाए रखने में सफल रहती है। यह वित्तीय वर्ष 2026 की शुरुआत है और बाजार की गतिशीलता कभी भी बदल सकती है। हालांकि, अप्रैल के आंकड़े निश्चित रूप से महिंद्रा के लिए एक सकारात्मक संकेत हैं और कंपनी के विकास की गति को दर्शाते हैं।
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