वैश्विक नवप्रवर्तन सूचकांक में भारत 81वें स्थान पर
Source : business.khaskhabar.com | Sep 19, 2015 | 

नई दिल्ली। वैश्विक नवप्रवर्तन सूचकांक में भारत 81वें पायदान पर आ गया है। पिछले साल यह 76वें पायदान पर था। कारोबार सुगमता में लगातार कमजोर प्रदर्शन, नीतिगत निर्णय में धीमी गति और बदलते राजनीतिक परिवेश की वजह से ऎसा हुआ है। कॉरनेल युनिवर्सिटी, इनसीड फ्रांस और विश्व बौद्धिक संपदा संगठन की ओर से गुरूवार को जारी जीआईआई अध्ययन में विश्व की 141 अर्थव्यवस्थाओं की रैंकिंग उनकी नवप्रवर्तन क्षमता के आधार पर की गई है।
इसमें कहा गया है, हालांकि, भारत ने मध्य और दक्षिण एशियाई क्षेत्र में अपने समकक्ष देशों को पीछे छोड दिया और निम्न-मध्य आय वर्ग में नवप्रवर्तन में सफलता हासिल करने वाले देश के तौर पर स्थापित किया है।
अध्ययन में स्विट्जरलैंड, ब्रिटेन, स्वीडन, नीदरलैंड और अमेरिका को विश्व के पांच सबसे अधिक नवप्रवर्तन वाले देश बताया गया है। वैश्विक नवप्रवर्तन सूचकांक 2015 के अनुसार इसमें चीन, मलेशिया, वियतनाम, भारत, जोर्डन, केन्या और उगांडा उन देशों में शामिल हैं जिन्होंने नवप्रवर्तनशील मामलों में अपनी समकक्ष अर्थव्यवस्थाओं से बेहतर प्रदर्शन किया।