भारतीय ई-कॉमर्स क्षेत्र के वित्तपोषण में आई कमी
Source : business.khaskhabar.com | July 06, 2016 | 

बेंगलुरू। भारतीय ई-कॉमर्स क्षेत्र में कोष जुटाने में अप्रैल-जून तिमाही में पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि की तुलना में 50 फीसदी की गिरावट आई है। निवेश बैंक और प्रतिभूति फर्म जेफेरिज समूह ने मंगलवार को यह जानकारी दी।
इस अमेरिकी फर्म की रपट में कहा गया है, ‘‘सालाना और तिमाही आधार पर भारतीय ई-कॉमर्स क्षेत्र के निजी वित्त पोषण में कमी आई है और अगले कुछ महीने तक यही चलन होने की पुष्टि की जाती है।’’
प्रमुख होटल रूम्स एग्रीगेटर ओयो को छोडक़र (जिसने अप्रैल में 10 करोड़ डॉलर जुटाए थे) इस उभरते हुए क्षेत्र में कुछ इक्का-दुक्का बड़े लेन-देन ही हुए हैं, जो इस क्षेत्र में मंदी का संकेत है।
जेफेरीज ने कहा कि आंकड़ों से पता चलता है कि समीक्षाधीन अवधि की पहली तिमाही में कोष जुटाने में 50 करोड़ डॉलर की भारी कमी देखने को मिली है, जबकि पिछले दो सालों में इस क्षेत्र ने लगातार एक अरब से ज्यादा कोष जुटाया था।
ओयो ने सॉफ्टबैंक, ग्रीनओक्स कैपिटल, लाइटस्पीड वेंचर पार्टनर और सिकोइया कैपिटल से निवेश प्राप्त किया है।
जेफेरिज के इक्विटी विश्लेषक आर्य सेन ने कहा कि बड़ी कंपनियां जो 10 करोड़ या अधिक का निवेश जुटाना चाहती हैं, उनके लिए चुनौतियां भी बड़ी हैं। उन्होंने कहा कि जस्ट डायल के राजस्व में वृद्धि स्टार्ट-अप और उद्यमियों के लिए कोष जुटाने के लिए महत्वपूर्ण होगा।
सेन ने कहा,‘‘निवेश में कमी को देखते हुए बड़ी ई-कॉमर्स कंपनियों ने पिछले 6-9 महीनों से ग्राहक संख्या और इंवेंटरी बढ़ाने की जगह मुनाफे पर ध्यान देना शुरू कर दिया है।’’
इस रपट में कहा गया है, ‘‘हालांकि ज्यादातर ई-कॉमर्स कंपनियां अगले 12-24 महीनों में ब्रेक इवन को पार करने के लक्ष्य में जुटी हैं। इसके लिए छूट में कमी देना और मुनाफा वाले सामान की श्रेणी बढ़ाने आदि पर ध्यान केंद्रित कर रही हैं।’’
वहीं, ट्रैवल स्टार्ट-अप में निवेश में कमी नहीं आई है, जबकि इस क्षेत्र में मंदी के बावजूद मेकमाईट्रिप में निवेश जारी रहने की बात कही गई है।
इस रपट में कहा गया है, ‘‘ट्रैवल क्षेत्र में निवेश जारी रहेगा। गोइबिगो, ओयो, स्टेजिला और फैब होटल्स ने पिछले पांच महीनों में लगातार निवेश जुटाए हैं।’’
वैश्विक बहुराष्ट्रीय इंटरनेट और मीडिया समूह नेपसर्स ने गोइबिगो में 25 करोड़ डॉलर का निवेश किया है। (आईएएनएस)