businesskhaskhabar.com

Business News

Home >> Business

हैदराबाद में डाटाविंड का निर्माण केंद्र उद्घाटित

Source : business.khaskhabar.com | Nov 19, 2016 | businesskhaskhabar.com Business News Rss Feeds
 datawind inaugurated manufacturing center in hyderabad 125119हैदराबाद। किफायती इंटरनेट सुविधा देने वाली कंपनी डाटाविंड के भारत में दूसरे निर्माण संयंत्र का उद्घाटन शुक्रवार को यहां किया गया। इस संयंत्र पर विभिन्न चरणों में 100 करोड़ रुपये का निवेश किया गया है।

तेलंगाना के आईटी एवं उद्योग मंत्री के. टी. रामा राव और कनाडा के उच्चायुक्त नादिर पटेल ने संयंत्र का उद्घाटन किया।

कंपनी ने राजीव गांधी अंतर्राष्ट्रीय हवाईअड्डा (हैदराबाद) के जीएमआर कॉम्प्लेक्स में दूसरा अत्याधुनिक संयंत्र लगाया है।

निर्माण संयंत्र का उद्घाटन करते हुए तेलंगाना के आईटी एवं उद्योग मंत्री के. टी. रामा राव ने कहा, ‘‘डाटाविंड उभरती अर्थव्यवस्थाओं को सस्ता इंटरनेट सुलभ कराने में सब से आगे रहा है। डाटाविंड के निवेश से न केवल राज्य को राजस्व, बल्कि युवाओं को रोजगार भी मिलेगा।’’

डाटाविंड संयंत्र में पहले साल 20 लाख यूनिट बनेंगे और यह 50 लाख यूनिट बनाने की पूरी क्षमता हासिल कर सकती है। कम्पनी 1000 लोगों को रोजगार देगी। इनमें 500 लोग पहले ही काम पर लगे हैं।

इस अवसर पर कनाडा के उच्चायुक्त नादिर पटेल ने कहा, ‘‘डाटाविंड के दूसरे अत्याधुनिक संयंत्र का शुभारंभ कनाडा और भारत के बीच आपसी सहयोग की बड़ी मिसाल है।’’

डाटाविंड के सीईओ सुनीत सिंह तुली ने तेलंगाना के आईटी मंत्री और कनाडा के उच्चायुक्त का धन्यवाद ज्ञापन करते हुए कहा, ‘‘भारत में अत्याधुनिक और सबसे सस्ते डिवाइस बना कर हम न केवल ऐसे उत्पाद पेश करते हैं, जिन पर भारतीयों को गर्व हो बल्कि भारत में कौशल विकास को भी बढ़ावा देते हैं। इससे स्थानीय स्तर पर उच्च कौशल के रोजगार पैदा होंगे।’’

तूली ने कहा, ‘‘हमें विश्वास है कि टैबलेट मार्केट में हमारा दबदबा कायम रहेगा, क्योंकि हमारे उत्पाद की रेंज बड़ी होती जाएगी। इनका उत्पादन हमारे नए हैदराबाद संयंत्र के साथ-साथ अमृतसर संयंत्र में भी होगा।’’

कम्पनी की एक असेम्बली यूनिट अमृतसर में है। टच पैनल के लिए इसने 2013 में भारत का पहला और एकमात्र निर्माण संयंत्र लगाया। डाटाविंड के पहले संयंत्र (अमृतसर) में प्रति माह एक लाख से अधिक यूनिट का निर्माण होता है और संयंत्र अब तक लगभग 20 लाख यूनिट बना चुका है। (आईएएनएस)