ऑटो मोबाइल सेक्टर को मिलेगी रफ्तार: वित्त वर्ष 2026 में वाणिज्यिक वाहन बिक्री में 2-5% वृद्धि का अनुमान
Source : business.khaskhabar.com | July 08, 2025 | 
नई दिल्ली। भारतीय ऑटोमोबाइल उद्योग के वाणिज्यिक वाहन (CV) सेगमेंट के लिए अच्छी खबर है। पिछले दो वित्तीय वर्षों में अपेक्षाकृत धीमी गति से बढ़ने के बाद, वित्त वर्ष 2026 में भारत में वाणिज्यिक वाहनों की थोक बिक्री में लगभग 2-5 प्रतिशत की वृद्धि होने का अनुमान है। यह जानकारी सोमवार को जारी केयरएज रेटिंग्स की एक विस्तृत रिपोर्ट में सामने आई है, जो ऑटो सेक्टर के लिए सकारात्मक संकेत है।
रिपोर्ट के अनुसार, चालू वित्त वर्ष में मध्यम और भारी वाणिज्यिक वाहन (MHCV) सेगमेंट में 4-6 प्रतिशत की ठोस वृद्धि देखने को मिल सकती है। वहीं, हल्के वाणिज्यिक वाहन (LCV) सेगमेंट में भी इसी अवधि के दौरान 2-4 प्रतिशत की वृद्धि होने की उम्मीद है।
केयरएज रेटिंग्स की एसोसिएट डायरेक्टर आरती रॉय ने इस मध्यम वृद्धि की पुष्टि करते हुए कहा, "वाणिज्यिक वाहन (सीवी) उद्योग में मध्यम वृद्धि का अनुभव होने की उम्मीद है, वित्त वर्ष 2026 में कुल बिक्री मात्रा में लगभग 2-5 प्रतिशत की वृद्धि होने की संभावना है।"
रॉय ने इस अपेक्षित सुधार के पीछे कई महत्वपूर्ण कारकों पर प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि बुनियादी ढांचे की गतिविधियों में तेजी, सामान्य मानसून के पूर्वानुमान के कारण ग्रामीण क्षेत्रों में बेहतर आर्थिक भावना, और हाल ही में ब्याज दरों में कटौती से वाहन फाइनेंसिंग का अधिक आकर्षक होना प्रमुख कारण हैं।
इसके अतिरिक्त, पुराने वाहनों की जगह नए वाहनों (विशेषकर बस सेगमेंट में) का निरंतर प्रतिस्थापन, पुराने वाहनों के लिए स्क्रैपेज नीति के तहत नए वाहनों पर उपलब्ध सड़क कर रियायतें, और इलेक्ट्रिक वाहनों (EV) की ओर बढ़ता रुझान भी इस वृद्धि को गति देगा।
हालांकि, वित्त वर्ष 2025 में सीवी सेगमेंट ने धीमी वृद्धि दर्ज की है। इस दौरान MHCV और LCV दोनों सेगमेंट में मांग कमजोर रही। रिपोर्ट बताती है कि कम मांग के बावजूद, MHCV की बिक्री मात्रा में 1.2 प्रतिशत की मामूली वृद्धि देखी गई, जबकि LCV की बिक्री मात्रा में 0.3 प्रतिशत की गिरावट आई।
केयरएज रेटिंग्स के निदेशक हार्दिक शाह ने उद्योग के दीर्घकालिक परिदृश्य पर टिप्पणी करते हुए कहा, "वित्त वर्ष 2019 में भारतीय सीवी उद्योग ने अपनी उच्चतम बिक्री मात्रा दर्ज की थी। कोविड-19 महामारी से बुरी तरह प्रभावित होने के बाद, उद्योग अब वित्त वर्ष 2022 और वित्त वर्ष 2023 में बिक्री मात्रा में मजबूत वृद्धि के बाद सर्वकालिक उच्चतम स्तर को पार करने की राह पर है।" यह दर्शाता है कि भारतीय वाणिज्यिक वाहन बाजार महामारी के प्रभावों से उबर कर एक मजबूत विकास पथ पर लौट रहा है।
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