ब्रेड उत्पादकों का पक्ष लिया एसोचैम ने
Source : business.khaskhabar.com | May 24, 2016 | 

नई दिल्ली। ब्रेड में स्वास्थ्य के लिए खतरनाक रसायनों की मिलावट की खबर के
बाद बाजार में बिक्री घट जाने के बाद उद्योग संघ एसोसिएटेड चैंबर्स ऑफ
कॉमर्स एंड इंडस्ट्री ऑफ इंडिया (एसोचैम) ने मंगलवार को कहा कि पोटेशियम
ब्रोमेट का उपयोग खाद्य नियामक की अनुमति से किया जा रहा है।
एसोचैम के
महासचिव डी.एस. रावत ने एक बयान में कहा,उद्योग यदि भारतीय खाद्य सुरक्षा
एवं मानक प्राधिकरण (एफएसएसएआई) के नियमों के विरूद्ध पोटेशियम ब्रोमेट का
इस्तेमाल करेगा, तो निश्चित रूप से वह गलत होगा। यदि कुछ भी गलत है, तो यह
गलती उद्योग की नहीं है।
उद्योग संघ ने कहा कि भय फैलाने से उपभोक्ताओं का विश्वास घटेगा और उद्योग
को करोडों रूपये का नुकसान होगा।
रावत ने कहा,रपटों के मुताबिक ब्रेड की
बिक्री में भारी गिरावट आई है। उन्होंने कहा कि एसोचैम वैश्विक रूप से
स्वीकृत मानक अपनाने के पक्ष में है। यदि समस्या का पता चला है, तो पहले
इसकी सूचना केंद्र और राज्य सरकार की एजेंसी और नियामकों को दी जानी चाहिए
थी। लेकिन यह धारणा बनाई गई कि ब्रेड निर्माता जानबूझकर लोगों के स्वास्थ्य
से खेल रहे हैं। यही बात मैगी के साथ हुई थी, जो अदालत के हस्तक्षेप के
बाद बाजार में वापस आ गया है, लेकिन निर्माता को अरबों रूपये का नुकसान
हुआ।
बयान में कहा गया है, गैर सरकारी संगठन निगरानी के लिए स्वतंत्र हैं, लेकिन
उन्हें समझना होगा कि उनकी रपट के निशाने पर उद्योग नहीं होना चाहिए।
सरकार जहां इंस्पेक्टर राज खत्म कर व्यापार की सुविधा बढ़ाने की कोशिश कर
रही है, वहीं एनजीओ की ऎसी गतिविधियों से कई गुना नुकसान हो सकता है।
इस बीच एफएसएसएआई ने देश में ब्रेड निर्माण में पोटेशियम ब्रोमेट के उपयोग
पर पाबंदी लगा दी है। उसने पोटेशियम आयोडेट के उपयोग की जांच करने का भी
फैसला किया है।
ब्रेड निर्माण में पोटेशियम ब्रोमेट और पोटेशियम आयोडेट के
उपयोग की खबर आने के बाद जुबिलैंट फूडवर्क्स और ब्रिटेनिया के शेयरों में
गिरावट दर्ज की गई। बंबई स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) में डोमिनोज पिज्जा ब्रांड
का संचालन करने वाली जुबिलैंट फूडवर्क्स के शेयर 4.45 फीसदी गिरावट के साथ
1,063.00 रूपये पर बंद हुए। ब्रिटेनिया इंडस्ट्रीज के शेयर 1.06 फीसदी
गिरावट के साथ 2,652.55 रूपये पर बंद हुए।
सेंटर फॉर साइंस एंड एनवॉरमेंट (सीएसई) की सोमवार को जारी हुई एक रपट में
कहा गया है कि भारतीय बाजार में मिलने वाले अधिकांश खुले या पैकेट बंद
ब्रेड में ऎसे रसायन मिले होते हैं, जिनसे कैंसर हो सकता है। सीएसई द्वारा
कराए गए एक अध्ययन में कहा गया है कि भारतीय कंपनियों द्वारा बनाए जाने
वाले अधिकतर ब्रेड में पोटेशियम ब्रोमेट और पोटेशियम आयोडेट रसायन मिले
होते हैं, जिनसे स्वास्थ्य को नुकसान पहुंचता है। इसलिए कई देशों में ब्रेड
में इन रसायनों के मिलाने पर प्रतिबंध लगा हुआ है।
पोटेशियम ब्रोमेट एक शक्तिशाल ऑक्सीडाइजिंग एजेंट होता है, जिसके प्रयोग से
ब्रेड फूला हुआ और नरम हो जाता है और इसे सुंदर रूप दिया जा सकता है।
सीएसई के रपट में कहा गया है, कई देशों में ब्रेड निर्माण उद्योग में इन
रसायनों के उपयोग पर पाबंदी है, क्योंकि वे लोक स्वास्थ्य के लिए खतरनाक
पदार्थो की सूची में आते हैं। इनमें से एक 2बी कार्सिनोजेन श्रेणी में आता
है, जबकि दूसरे से थॉयराइड ग्रंथि में खराबी आती है।
1999 में इंटरनेशनल एजेंसी फॉर रिसर्च ऑन कैंसर (आईएआरसी) ने पोटेशियम
ब्रोमेट को कैंसर पैदा करने वाला बताया। जांच से पता चला कि इससे किडनी,
थॉयराइड ग्रंथि और पेट में कैंसर हो सकता है।
(आईएएनएस)