अमेज़न इंडिया इस राष्ट्रीय हथकरघा दिवस पर स्थानीय कारीगरों और वहनीय फैशन का मनाएगी जश्न
Source : business.khaskhabar.com | Aug 07, 2024 |
-अमेज़न कारीगर कार्यक्रम स्थानीय कारीगरों और पारंपरिक शिल्प कौशल के ज़रिये उनके हाथ से बने उत्पादों को बढ़ावा देता है
बेंगलुरु। अमेज़न इंडिया राष्ट्रीय हथकरघा दिवस 2024 मनाएगी, जिसमें हथकरघा कारीगरों और वहनीय फैशन पर विशेष ज़ोर दिया जाएगा। कंपनी विक्रेताओं के लिए अपने प्रमुख कार्यक्रमों में से एक - अमेज़न कारीगर को आगे बढ़ाएगी ताकि हथकरघा उद्योग के वहनीय महत्व के बारे में जागरूकता बढ़ाई जा सके, देश भर से उत्कृष्ट हथकरघा उत्पादों का प्रदर्शन किया जा सके और हाशिए पर पड़े बुनकर समुदायों को आर्थिक अवसर प्रदान किए जा सकें।
ग्राहक भारत के 25 राज्यों के क्षेत्रीय विभिन्न शिल्पों को दर्शाने वाले 1.5 लाख से अधिक उत्पादों की खरीदारी कर सकते हैं। अमेज़न बिस्व बांग्ला, पंथोइबी, गर्वी गुर्जरी, हाउस ऑफ हिमालया और अन्य सहित 35 से अधिक राज्य एम्पोरियम से चयन का एक संग्रह भी लॉन्च करेगी।
अमेज़न कारीगर कार्यक्रम 18 लाख से ज़्यादा कारीगरों के जीवन पर सकारात्मक प्रभाव डालता है और इसमें देश भर की 470 से ज़्यादा अनूठी कला और शिल्प सहित 2 लाख से ज़्यादा हस्तनिर्मित उत्पाद शामिल हैं। पिछले कुछ वर्षों में, 2,500 से ज़्यादा मास्टर बुनकर, सहकारी समितियां, कारीगर तथा वस्त्र, कुटीर उद्योग, आदिवासी कल्याण जैसे विभिन्न मंत्रालयों के तहत आने वाले सरकारी संगठन ऑनलाइन बिक्री के लिए अमेज़न.इन के प्लेटफॉर्म से जुड़े हैं।
अमेजन इंडिया के बिक्री निदेशक, गौरव भटनागर ने कहा, “राष्ट्रीय हथकरघा दिवस भारत के स्थानीय कारीगरों और हथकरघा बुनकरों की अविश्वसनीय प्रतिभा और लचीलेपन को सम्मानित करने का एक शानदार अवसर है, जिन्होंने देश की वस्त्र परंपराओं का पोषण किया है और इसे कई पीढ़ियों से जीवित रखा है। अमेजन में, हम कारीगरों और बुनकर समुदायों को ई-कॉमर्स के साथ सशक्त बनाने, उन्हें अपना व्यवसाय खड़ा करने और इसे आगे बढ़ाने में मदद करने के साथ-साथ उनके उत्पादों के वहनीय उपयोग को बढ़ावा देने के लिए प्रतिबद्ध हैं।”
स्थानीय शिल्प कौशल को बढ़ावा देने के भारत सरकार के दृष्टिकोण के अनुरूप, अमेज़न इंडिया ने हथकरघा कारीगरों की मदद करने के लिए 2017 में कारीगर कार्यक्रम शुरू किया। इसमें पूरे भारत के कारीगरों के लिए समर्पित ई-कॉमर्स कार्यक्रम, कौशल विकास कार्यशालाएं और विपणन सहायता शामिल है। यह स्थानीय कला और शिल्प के पुनरुद्धार में मदद करता है और साथ ही स्थानीय विक्रेताओं को अपने माल को भारी संख्या में उपभोक्ता तक पहुंचाने के लिए ऑनलाइन सूचीबद्ध करने और बिक्री के लिए मंच प्रदान करता है। इन प्रयासों का उद्देश्य है, हथकरघा क्षेत्र की दीर्घकालिक व्यवहार्यता सुनिश्चित करना और बुनकरों को भारत की समृद्ध वस्त्र विरासत को संरक्षित करने के लिए सशक्त बनाना।
अमेज़न.इन पर कारीगर स्टोर, कारीगर कार्यक्रम के तहत विक्रेताओं के लिए एक समर्पित स्टोरफ्रंट है, जो बुनकरों और कारीगरों को ग्राहकों के लिए 'मेड इन इंडिया' उत्पाद की पेशकश करने में मदद करता है। यह न केवल देश भर के हथकरघा और हस्तशिल्प को बढ़ावा देता है, बल्कि उपभोक्ताओं को पारंपरिक हस्तशिल्प के बारे में शिक्षित भी करता है और उन्हें अमेज़न.इन पर इन्हें खरीदने में मदद करता है।
अमेज़न कारीगर के बारे मेंअमेज़न कारीगर कार्यक्रम को 2017 में लॉन्च किया गया था और यह छोटे व्यवसायों तथा बुनकर, कारीगर तथा हस्तशिल्पी जैसे विशेष सूक्ष्म उद्यमियों को ई-कॉमर्स से लाभ उठाने, अपने व्यवसाय को बढ़ाने और कई मामलों में देश से कुछ लुप्त हो रही कला रूपों को पुनर्जीवित करने में मदद करता है। आज, अमेज़न कारीगर देश भर की 470 से अधिक अनूठी कला और शिल्प सहित हथकरघा, हस्तशिल्प, हाथ से बने सौन्दर्य एवं खाद्य उत्पादों के वर्ग में 2 लाख से अधिक अद्वितीय उत्पादों के संग्रह के साथ 18 लाख से अधिक कारीगरों को लाभ पहुंचाता है।
[@ संजय दत्त की जिंदगी से जुड़े वो राज जिसे नहीं जानते हैं आप]
[@ इस दिशा में हो मंदिर, तो घर में होती है कलह]
[@ घर के कई वास्तु दोष दूर करती है तुलसी ]