कच्चे तेल के दाम गिरने से विप्रो को नुकसान
Source : business.khaskhabar.com | Jan 19, 2016 | 

बेंगलुरू। कच्चे तेल के दाम में लगातार हो रही गिरावट से सॉफ्टवेयर क्षेत्र की प्रमुख कंपनी विप्रो को नुकसान झेलना प़ड रहा है। क्योंकि उसके ग्राहक आईटी बजट में कटौती करने लगे हैं। यह जानकारी सोमवार को कंपनी के एक अधिकारी ने दी। विप्रो के मुख्य कार्यकारी अधिकारी टी.के. कुरियन ने एक संवाददाता सम्मेलन से इतर आईएएनएस के साथ बातचीत में कहा, ""ऊर्जा और उपयोगिता क्षेत्र में हमारी हालत ठीक नहीं है। क्योंकि हमारे ग्राहकों ने अपना बजट घटा दिया है।
जब कच्चे तेल की कीमत 80 से 120 डॉलर के बीच थी तो हमारे अमेरिकी और यूरोपीय ग्राहक संचालन और नई परियोजनाओं पर खूब खर्च कर रहे थे। लेकिन जब कच्चे तेल का भाव 60 डॉलर प्रति बैरल के आसपास आया तो वे अपने बजट में कटौती करने लगे। अब जब कच्चे तेल की कीमत 40 डॉलर से भी कम है तो उन्होंने नई परियोजनाओं पर खर्च बिल्कुल बंद कर दिया है।""
उन्होंने बताया कि विप्रो के राजस्व में ऊर्जा, प्राकृतिक संसाधन और उपयोगिता क्षेत्र की भागीदारी 14.4 फीसदी (1.84 अरब डॉलर) है। कुरियन बताते हैं, ""दुनिया की चार प्रमुख तेल कंपनियां हमारे ग्राहकों में है, जिसमें दो अमेरिका में तो दो यूरोप में हैं। कच्चे तेल के दाम में गिरावट के बाद उन्होंने 7 कंपनियों में से 5 कंपनियों से साफ्टवेयर खरीदना बंद कर दिया, क्योंकि उनका व्यापार 30 फीसदी तक घट गया।"" हालांकि उन्होंने कच्चे तेल के दाम में एक बार फिर बढोतरी की उम्मीद जताई और कहा कि जैसे ही दाम बढ़ेंगे, उनके कारोबार में भी बढ़ोतरी होगी।