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डिफीट सॉफ्टवेयर कंपनी का फैसला नहीं : फोक्सवैगन

Source : business.khaskhabar.com | Oct 09, 2015 | businesskhaskhabar.com Business News Rss Feeds
 Volkswagen Americas CEO blames software engineers for emissions cheating scandalवाशिंगटन। फोक्सवैगन ग्रुप ऑफ अमेरिका के मुख्य कार्यकारी अधिकारी ने डीजल कारों में उत्सर्जन जांच को धोखा देने वाले सॉफ्टवेयर लगाए जाने के लिए माफी मांगी है, लेकिन कहा है कि इस धोखाध़डी के लिए कुछ लोग ही जिम्मेदार हैं। यूएस हाउस एनर्जी एंड कॉमर्श सब कमेटी ऑन आवरसाइट एंड इनवेस्टिगेशन की एक सुनवाई में माइकल होर्न ने गुरूवार को कहा कि अधिकांश प्रभावित कारें कुछ और वर्षो तक अधिक उत्सर्जन करती रहेंगी।

अधिकारी ने हालांकि इस सॉफ्टवेयर के लगाए जाने के बारे में पहले से जानकारी होने से इंकार किया। सॉफ्टवेयर के कारण जब प्रयोगशाला में वाहनों की उत्सर्जन जांच की जाती है, तो सीमा के अंदर उत्सर्जन स्तर रहने का पता चलता है। ये वाहन ही जब साधारण तौर पर स़डक पर चलाए जाते हैं तो निर्धारित सीमा से 40 गुना अधिक नाइट्रोजन ऑक्साइड का उत्सर्जन करते हैं, जिसके कारण धुंध और अम्लीय बारिश की समस्या पैदा होती है।

इससे हालांकि कार का प्रदर्शन बेहतर हो जाता है। होर्न को इस धोखाध़डी की जानकारी इस साल एक सितंबर को मिली, जिसके दो दिन बाद कंपनी ने अमेरिकी पर्यावरण सुरक्षा एजेंसी के सामने स्वीकार किया कि अमेरिका में बिके फोक्सवैगन और ऑडी की करीब पांच लाख वाहनों में अवैध सॉफ्टवेयर लगे हैं। ये वाहन 2009-2015 मॉडल वर्ष के हैं। धोखाध़डी का पता चलने के बाद एजेंसी ने 18 सितंबर को कंपनी को स्वच्छ वायु कानून के उल्लंघन का नोटिस भेजा।

होर्न ने यह भी कहा कि जर्मन कंपनी के वरिष्ठ अधिकारियों की इसमें कोई गलती नहीं है। उन्होंने कहा कि यह धोखाध़डी कंपनी का फैसला नहीं था, बल्कि कुछ सॉफ्टवेयर इंजीनियरों ने इसे अंजाम दिया है और वे ही जानते हैं कि उन्होंने ऎसा क्यों किया है। उन्होंने साथ ही कहा कि प्रभावित कारों को 2017 तक ठीक किया जा सकेगा, क्योंकि इसके लिए नए उपकरण कारों में लगाने होंगे। फोक्सवैगन के पूर्व समूसह मुख्य कार्यकारी अधिकारी मार्टिन विंटरकोर्न ने इस प्रकरण में 23 सितंबर को त्यागपत्र दे दिया, हालांकि उन्होंने भी यही कहा था कि उनकी कोई गलती नहीं है। कंपनी ने कहा है कि अवैध सॉफ्टवेयर दुनियाभर में 1.1 करो़ड कारों में लगाए गए हैं।
(आईएएनएस)