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हरियाणा में एम-पैसा सेवा के लिए वोडाफोन सम्मानित

Source : business.khaskhabar.com | Jan 29, 2016 | businesskhaskhabar.com Business News Rss Feeds
 Vodafone M money awarded for service in Haryanaगु़डगांव। देश के अग्रणी टेलीकम्युनिकेशन सेवा प्रदाता वोडाफोन इण्डिया कोे गणतन्त्र दिवस के मौके पर आयोजित एक पुरस्कार समारोह के दौरान हरियाणा राज्य के 72 से ज्यादा गांवों कवर करते हुए एम-पैसा सेवाओं के सहज एवं कामयाब नेटवर्क की स्थापना के लिए हरियाणा सरकार द्वारा सम्मानित किया गया। "थारी पेंशन थारे पास" परियोजना के माध्यम से सामाजिक सुरक्षा पेंशन में प्रत्यक्ष लाभ स्थानान्तरण के द्वारा उत्कृष्ट योगदान के लिए वोडाफोन को यह पुरस्कार गुरूवार को दिया गया।

हरियाणा के लिए एम-पैसा के प्रमुख एवं वरिष्ठ प्रबन्धक विपिन चोप़डा ने वोडाफोन एम-पैसा हरियाणा टीम की ओर से हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल के द्वारा दिया गया पुरस्कार प्राप्त किया। हरियाणा सरकार ने पेंशनरों के लिए मासिक पेंशन राशि के समय पर एवं पारदर्शी डिजिटल स्थानान्तरण को सुनिश्चित करने के लिए वोडाफोन एम-पैसा के साथ करार किया था। 5 गांवों से शुरू की गई पायलट परियोजना "थारी पेंशन थारे पास" अब राज्य के 72 से ज्यादा गांवों में सफलतापूर्वक काम कर रही है और सामाजिक सुरक्षा पेंशन के प्रत्यक्ष स्थानान्तरण में योगदान दे रही है। हर महीने 11 हजार से ज्यादा लाभार्थियों को 1.5 करो़ड रू से ज्यादा पेंशन की राशि वितरित की जा रही है।

इस अवसर पर वोडाफोन इण्डिया के बिजनेस हेड- हरियाणा, मोहित नारू ने बताया, ""वोडाफोन एम-पैसा के लिए ब़डे गर्व की बात है कि हमें लाभार्थियों को प्रत्यक्ष मनी ट्रांसफर के लिए हरियाणा सरकार की "थारी पेंशन थारे पास" परियोजना के साथ जु़डने का मौका मिला है। हरियाणा राज्य में, विशेष रूप से छोटे नगरों और गांवों में हमारे तीन हजार से ज्यादा एम-पैसा एजेन्ट हैं।""

वोडाफोन एम-पैसा की शुरूआत के साथ किसी भी सक्रिय मोबाइल नम्बर वाले लाभार्थी सीधे अपनी पेंशन की राशि प्राप्त कर सकते हैं। उन्हें एसएमएस के माध्यम से पेंशन की राशि, पैसा निकालने के कोड और पैसा निकालने की पूरी प्रक्रिया के बारे में जानकारी दी जाती है। वे अपने नजदीकी वोडाफोन एम-पैसा रीटेल आउटलेट पर इस कोड (विदड्रॉअल कोड) के द्वारा ब़डी आसानी से लेनदेन कर सकते हैं और राशि निकाल सकते हैं। पहले सरकार गांव के सरपंच के माध्यम से पेंशन की राशि का वितरण करती थी। लेकिन इसमें समय लगता था।