रिलायंस करेगी 1.80 लाख करोड का निवेश:नीता अंबानी निदेशक मंडल में
Source : business.khaskhabar.com | Jun 18, 2014 | 

मुंबई। रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन मुकेश अंबानी ने कहा है कि कंपनी अगले तीन साल में 180000 करोड रूपए का निवेश करेगी। अंबानी बुधवार को रिलायंस इंडस्ट्रीज की 40वीं सालाना बैठक को संबोधित कर रहे थे।
पेट्रोलियम, पेट्रोरसायन, रिटेलिंग और ब्राडबैंड जैसे विविध प्रकार के कारोबार से जुडी इस कंपनी ने कहा है कि वह दुनिया की शीर्ष 50 कंपनियों में शामिल होने की योजना बना रही है। पेट्रोलियम क्षेत्र में विश्व के सबसे अमीर उद्योगपति, आरआईएल के अध्यक्ष मुकेश अंबानी ने अगले तीन में ऎसी उपलब्धि हासिल करने की योजना पेश की है, जो कंपनी ने सूचीबद्ध होने के बाद अब तक के 37 साल के दौरान हासिल किया है।
आरआईएल की 40वीं सालाना आम बैठक को संबोधित करते हुए अंबानी ने कहा कि पेट्रो-रसायन इकाइयों का मुनाफा बढ़ाने, पेट्रोलियम कारोबार के विस्तार, अधिक खुदरा दुकानें खोलने और दूरसंचार कारोबार शुरू करने के लिए समूह द्वारा 1,80,000 करोड रपए का निवेश किया जाएगा। आरआईएल की दूरसंचार इकाई रिलायंस जियो इन्फोकॉम देश की इकलौती कंपनी है जिसे 4जी सेवा प्रदान करने की मंजूरी है। मुकेश अंबानी ने इस सेवा का जमीनी आधार पर परीक्षण अगस्त में शुरू किया जाएगा और इसका वाणिज्यिक परिचालन 2015 में शुरू होगा। अंबानी ने कहा कि रिलायंस आय के लिहाज से खुदरा कारोबार के क्षेत्र में पिछले वित्त वर्ष में देश की सबसे बडी कंपनी रही। समूह ने हर 3-4 साल में अपने खुदरा कारोबार की आय दो गुना करने का लक्ष्य रखा है। अंबानी ने कहा कि कंपनी अपने पूर्वी अपतटीय गैस-क्षेत्र से उत्पादन बढाने की योजना में लगी है। साथ ही 2015-16 में मध्यप्रदेश में सोहागपुर से कोल-बेड मीथेन का उत्पादन शुरू किया जाएगा।
इस मौके पर उनकी मां कोकिला अंबानी, पत्नी नीता अंबानी और उनके बच्चे मौजूद थे। अंबानी ने कहा कि आरआईएल फिलहाल फार्च्यून की 500 वैश्विक कंपनियों की सूची में 135वें नंबर पर है और वह शीर्ष 50 में शामिल होना चाहती है। इस बीच नीता अंबानी को आज कंपनी के निदेशक मंडल में शामिल किया गया। अंबानी ने कहा कि पिछले 37 साल में हमने 2,40,000 करोड रूपए का निवेश किया और इस ताजा तीन साल के निवेश चR में हम 1,80,000 करोड रपए का निवेश करेंगे। उन्होंने कहा कि आरआईएल अपने इतिहास के निवेश चक्र के मध्य-बिंदु पर है। पेट्रोरसायन परियोजनाओं, रिफाइनिंग, खुदरा एवं दूरसंचार की कुछ परियोजनाएं दो साल में चालू हो जाएंगी।
उन्होंने कहा कि अगले तीन साल आरआईएल की यात्रा परिवर्तन में कायाकल्प का दौर होंगे। उस समय तक हमारी पहली सार्वजनिक पेशकश पूरी हो चुकी होगी और हम एक बिल्कुल अलग कंपनी बन चुके होंगे। हम अगले तीन साल में इतनी उपलब्धियां हासिल करना चाहते हैं जो हमने पिछले 37 साल में हासिल की हैं। कंपनी अपने हर मौजूदा कारोबार को मजबूत कर रही है। कंपनी हर 3-4 साल में अपना कारोबार दोगुना करना चाहती है और वह भारत की प्रमुख खुदरा कंपनी बनना चाहती है। उन्होंने कहा कि अगले तीन साल में पेट्रोरसायन एवं रिफाइनिंग की विशाल परियोजनाओं को शुरू करने, अपने खुदरा कारोबार को मजबूत करने और जियो (रिलायंस) पेश करने से कॉरपोरेट यात्रा के 40 साल पूरा करने तक हम फार्च्यून 50 कंपनियों की जमात में शामिल होने की तमन्ना पूरी करने के करीब होंगे।
अपने तेल एवं गैस कारोबार के संबंध में उन्होंने कहा कि पूरी कोशिश है कि मौजूदा क्षेत्रों से उत्पादन अधिकतम किया जा सके। इधर कंपनी की बीपी के साथ भागीदार के तीन साल हो जाएंगे। इस भागीदारी में केजी-डी6 और सीवाईडी5 ब्लॉक में दो महत्वपूर्ण खोज हुई हैं। अंबानी ने कहा कि इन संसाधनों के विकास के लिए समय से नियामकीय मंजूरी और बाजार आधारित गैस का मूल्य निर्धारण जरूरी है।
आरआईएल और इसके भागीदारों ने गैस मूल्य में संशोधन के संबंध में सरकार के खिलाफ पंचनिर्णय की कार्रवाई शुरू की है। यह कार्रवाई इसी तरह की उस कार्रवाई से अलग है जो कंपनी ने लक्ष्य से कम उत्पादन पर दंड के खिलाफ कर रखी है। उन्होंने कहा कि हम पंचनिर्णय के दोनों मामलों में सरकार के साथ काम करने का प्रयास करेंगे ताकि इनका त्वरित और उचित समाधान हो।" अंबानी ने कहा कि मध्य प्रदेश में सीबीएम क्षेत्र के विकास के साथ आरआईएल भारत में गैर-पारंपरिक ऊर्जा क्षेत्र की सबसे बडी कंपनी बन जाएगी।