"प्राकृतिक गैस का दाम जल्द बढाया जाए"
Source : business.khaskhabar.com | Aug 26, 2014 | 

नई दिल्ली। तेल एवं गैस क्षेत्र की दिग्गज कंपनियों रिलायंस इंडस्ट्रीज, ओएनजीसी, बीपी और केयर्न इंडिया ने प्राकृतिक गैस की कीमतों में तत्काल वृद्धि की यह कहते हुए मांग की कि मौजूदा 4.2 डॉलर के मूल्य से दर्जनों खोज कायोंü में बाधा आ रही है। सरकार ने गैस मूल्य बढाने के मुद्दे पर संबंद्ध पक्षों से विचार-विमर्श शुरू किया है, इसके साथ ही गैस उत्पादकों व उपभोक्ताओं ने इस मुद्दे पर अपने अपने अनुरोध के साथ सचिवों की समिति से मुलाकात की।
ऊर्जा सचिव पीके सिन्हा की अध्यक्षता में हुई समिति की बैठक में दोनों पक्षों की बातों को धर्यपूर्वक सुना गया और उन्हें 28 अगस्त तक लिखित में अपने विचार रखने को कहा गया। व्यय सचिव रतन पी. वातल सचिवों की समिति की बैठक में नहीं आ सके। उर्वरक सचिव जुगल किशोर मोहपात्र समिति के सदस्य हैं जबकि पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्रालय में अतिरिक्त सचिव राजीव कुमार इस समिति के सदस्य सचिव हैं। कुमार ने कहा कि इस सप्ताह समिति की और एक बैठक होगी। सूत्रों के मुताबिक, जहां गैस उत्पादकों का कहना है कि 4.2 डालर प्रति 10 लाख ब्रिटिश थर्मल यूनिट (एमएमबीटीयू) के मौजूदा मूल्य पर 10,000 अरब घन फुट गैस के भंडारों का विकास नहीं किया जा सकता, वहीं बिजली उत्पादकों का कहना है कि वे 5 डॉलर प्रति यूनिट से अधिक की दर वहन नहीं कर सकते।
उर्वरक उत्पादकों ने भी कहा कि दाम बढने से सब्सिडी बोझ बढेगा। पिछले संप्रग सरकार ने प्राकृतिक गैस के दाम दोगुना करने की सिफारिश को मंजूरी दी थी। यह व्यवस्था एक अप्रैल 2014 से अमल में आनी थी लेकिन आम चुनाव की वजह से इसे आगे के लिए टाल दिया गया। उसके बाद सत्ता में आई नरेन्द्र मोदी सरकार ने भी सितंबर अंत तक के लिए इसपर अमल टाल दिया।