सात साल बाद कम होंगे डीजल के दाम!
Source : business.khaskhabar.com | Sep 09, 2014 | 

नई दिल्ली। देश में सात साल बाद डीजल के दाम कम करने पर विचार हो रहा है। इंटरनेशनल मार्केट में कच्चो तेल की कीमत पिछले 1 साल में पहली बार 100 डॉलर प्रति बैरल से कम हुई है। इससे महंगाई के मामले में भी राहत मिल सकती है। कमजोर मॉनसून के चलते खाद्य महंगाई बढ रही है और इस वजह से उपभोक्ता महंगाई बढने की आशंका बनी हुई है। अगर महंगाई कम होती है तो रिजर्व बैंक के लिए अगले मौद्रिक नीति समीक्षा में ब्याज दरौं में कमी का रास्ता साफ हो सकता है। इससे अर्थव्यवस्था में सुधार और तेज होगा। सरकार डीजल को भी नियंत्रण मुक्त करने की तैयारी कर रही है। मासिक बढोतरी की वजह से इस पर सब्सिडी काफी कम रह गई है।
सरकारी और उद्योग सूत्रों ने बताया कि अभी कुछ राज्यों में विधानसभा चुनाव होने हैं। यह अनुमान लगाया जा रहा है कि डीजल को नियंत्रण मुक्त करने से क्या चुनावी नतीजों पर असर पडेगा। एक सरकारी ऑयल मार्केटिंग कंपनी के सीनियर अफसर ने कहा, अगर अंतरराष्ट्रीय मार्केट में तेल सस्ता होता रहा और रूपये में मामूली मजबूती भी आई तो इस महीने से हमें अधिक कमाई होने लगेगी। हम इसका फायदा ग्राहकों को देना चाहेंगे। तेल के दाम की समीक्षा 15 सितंबर को होनी है।
हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि डीजल के दाम के बारे में सरकार को फैसला करना है, क्योंकि यह रेग्युलेटेड फ्यूल है। सोमवार को बेंचमार्क ब्रेंट कच्चो तेल की कीमत 99.59 डॉलर प्रति बैरल हो गई, जो 14 महीने में सबसे कम है। पिछले साल जून के बाद पहली बार तेल के दाम 100 डॉलर से नीचे आए हैं। चीन और कुछ अन्य देशों से तेल की मांग कम होने के चलते यह सस्ता हुआ है। इस बीच रूपया भी डॉलर की तुलना में कुछ मजबूत हुआ है। इससे अंतरराष्ट्रीय और घरेलू मार्केट में डीजल की कीमत का फर्क काफी कम हो गया है।