प्रौद्योगिकी, सेवा उद्योग 2025 तक 350 अरब डॉलर का : नैसकॉम
Source : business.khaskhabar.com | Oct 06, 2015 |
नई दिल्ली। भारतीय प्रौद्योगिकी एवं सेवा उद्योग की आय 2020 तक 225 अरब डॉलर और 2025 तक 350 अरब डॉलर हो जाएगी। यह बात यहां सोमवार को नेशनल एसोसिएशन ऑफ सॉफ्टवेयर एंड सर्विसिस कंपनी (नैसकॉम) ने एक रपट जारी करने के मौके पर कही। नैसकॉम ने "पर्सपेक्टिव 2025 : शेपिंग द डिजिटल रिवोल्यूशन" रपट मैकिंसे एंड कंपनी के सहयोग से तैयार की है। रपट इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी (आईटी) विभाग के सचिव जे.एस. दीपक, मैकिंसे एंड कंपनी के प्रबंध निदेशक डोमिनिक बार्टन, मैकिंसे एंड कंपनी इंडिया के प्रबंध निदेशक नोशिर काका, नैसकॉम चेयरमैन बी.वी.आर. मोहन रेड्डी और नैसकॉम प्रेसीडेंट आर. चंद्रशेखर की मौजूदगी में जारी की गई।
नैसकॉम चेयरमैन बी.वी.आर. मोहन रेड्डी ने संगठन द्वारा जारी बयान में कहा, "अपनी तमाम चुनौतियों के बावजूद उद्योग का विकास हो रहा है। हम 2020 तक 225 अरब डॉलर और 2025 तक 350 अरब डॉलर के आय लक्ष्य तक पहुंच जाएंगे।" उन्होंने कहा, "ताजा रपट में ऎसे नवाचार और डिसरप्टिव प्रौद्योगिकी की पहचान की गई है, जो भविष्य के उद्यम की पहचान करती है। हमारा लक्ष्य देश में ऎसी प्रौद्योगिकी और समाधान का विकास करना है, जो वैश्विक स्तर पर डिजिटल क्रांति को दिशा दे सके।" नैसकॉम की ताजा रपट में कहा गया है कि अगले एक दशक में जैसे-जैसे उद्योग का विकास होगा, इसकी प्रौद्योगिकी तथा मांग संतुलन में काफी बदलाव होगा। उद्योग के कुल खर्च में डिजिटल प्रौद्योगिकी निवेश का हिस्सा 2014 के 10 फीसदी से बढ़कर 2020 में 35 फीसदी और 2025 में 60 फीसदी हो जाएगा।
नैसकॉम प्रेसीडेंट आर. चंद्रशेखर ने देश की डिजिटल प्रौद्योगिकी में वैश्विक नवाचार केंद्र बनने के लिए जरूरी कदमों का खाका खीचते हुए कहा, "सरकार, उद्योग, अकादमिक जगत और नैसकॉम को प्रौद्योगिकी और सेवा उद्योग की विकास की गति बनाए रखने के लिए मिलजुल कर काम करने की जरूरत है।"