गोल्ड बॉन्ड योजना को लगे पर, प्राप्त हुए 246 करोड के 63 हजार आवेदन
Source : business.khaskhabar.com | Nov 28, 2015 | 

नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा तीन सप्ताह पहले लॉंंच किए गए सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड योजना में लोगों ने अच्छी खासी रूचि दिखाई है है। इस योजना के तहत पहले चरण में कुल 246.20 करोड रूपये के निवेश के लिए लगभग 63 हजार आवेदन आए हैं। वित्त मंत्रालय ने शुक्रवार को बताया कि पांच नवंबर से 20 नवंबर तक पहले चरण के लिए सॉवरेन गोल्ड बांड के लिए 63 हजार के करीब आवेदन आए हैं। इसमें निवेश के लिए सोने की मात्रा 917 किलोग्राम है।
हालांकि मंत्रालय ने स्वर्ण मौद्रीकरण योजना के बारे में चुप्पी साध ली है। इसके बारे में पिछले दिनों खबर आई थी कम से कम आरंभिक दौर में योजना विफल रही है और लोगों ने सिर्फ 400 ग्राम सोना ही जमा कराया है। मंत्रालय ने कहा है कि चालू वित्त वर्ष के दौरान ही इस बॉन्ड में निवेश के अगले चरण भी लाए जाएंगे। इस योजना के तहत पांच से 26 नवंबर तक आवदेन मांगे गए थे जिसे बाद में बढाकर 30 नवंबर कर दिया गया। उल्लेखनीय है कि यह सॉवरेन बॉन्ड एक तरह से सोने के प्रतीक के तौर पर काम करता है। इसका मूल्य भी बाजार में सोने की घटती बढती कीमतों के अनुसार बदलता रहता है। इसकी मेच्योरिटी आठ साल पर होती है लेकिन पांच साल होने के बाद भी इसे भुनाया जा सकता है। इसके तहत एक वित्तीय वर्ष में एक व्यक्ति कम से कम दो ग्राम और अधिकतम पांच सौ ग्राम सोने का सॉवरेन बॉन्ड ले सकता है।
मगर दूसरी ओर, वित्त मंत्रालय ने स्वर्ण मौद्रीकरण योजना में जमा सोने के बारे में कोई जानकारी नहीं दी। माना जा रहा है कि लोगों को यह योजना ज्यादा पसंद नहीं आई। इस योजना के तहत सोने के बदले जमा कराने वाले को चल मुद्रा में निवेश मूल्य दिया जाता है। इस पर उसे ब्याज भी मिलता है। मंत्रालय ने इस योजना के बारे में जानकारी देते हुए बताया है कि वर्तमान में योजना के लिए सोने की शुद्धता की जांच के लिए 33 केंद्र और पांच रिफाइनरी मान्यता प्राप्त है। योजना को बढावा देने के लिए साल के अंत तक जांच केंद्रों की संख्या बढाकर 55 की जाएगी।