खुले बाजार में गेहूं बेचने की घोषणा के बाद अब घटने लगी कीमतें
Source : business.khaskhabar.com | Dec 02, 2024 |
भारतीय खाद्य निगम के जरिये बफर स्टॉक से 25 लाख टन गेहूं देगी सरकार
- रामबाबू सिंघल की रिपोर्ट -
जयपुर। पिछले दिनों गेहूं में आ रही लगातार तेजी को घटाने के लिए सरकार द्वारा खुले बाजार में गेहूं बेचने की घोषणा के बाद गेहूं की कीमतें घटने लगी हैं। जयपुर मंडी में मिल डिलीवरी दड़ा गेहूं सोमवार को घटकर 2940 रुपए प्रति क्विंटल रह गया है। सरकार खुली बाजार बिक्री योजना (ओएमएसएस) के जरिए 25 लाख टन गेहूं की बिक्री करेगी। एफसीआई गेहूं का ई-ऑक्शन करेगी।
मित्तल दलिया के निर्माता मुकुल मित्तल ने बताया कि प्रमुख उत्पादक राज्यों की महत्वपूर्ण थोक मंडियों में आपूर्ति एवं उपलब्धता की स्थिति जटिल होने तथा कीमतों में तेजी का माहौल जारी रहने से मिलर्स प्रोसेसर्स को हो रही कठिनाई को ध्यान में रखते हुए केन्द्र सरकार ने भारतीय खाद्य निगम के जरिये खुले बाजार में बिक्री योजना के तहत अपने बफर स्टॉक से 25 लाख टन गेहूं देने का निर्देश दिया है।
साप्ताहिक ई नीलामी के जरिये फ्लोर मिलर्स, गेहूं उत्पादों के निर्माताओं, प्रोसेसर्स तथा अंतिम उपयोग कर्ताओं को इस गेहूं की बिक्री की जाएगी। खाद्य महंगाई को नियंत्रित करने के लिए खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण विभाग ने यह निर्णय लिया है।
गेहूं की बिक्री 31 मार्च 2025 तक होगीः उल्लेखनीय है कि साप्ताहिक नीलामी के माध्यम से प्राइवेट पार्टियों को 31 मार्च 2025 तक इस गेहूं की बिक्री की जाएगी। इसका न्यूनतम आरक्षित मूल्य पहले ही नियत किया जा चुका है। यह सामान्य औसत क्वालिटी के लिए 2325 रुपए तथा यूआरएस के लिए 2300 रुपए प्रति क्विंटल है। सरकार ओएमएसएस के जरिये गेहूं बेचकर इसकी कीमतों में गिरावट लाना चाहती है।
बीते माह 16 नवंबर तक एफसीआई के पास 1.08 करोड़ टन गेहूं का स्टॉक है। देश में गेहूं की महंगाई पर नजर डालें तो एक माह में इसकी रिटेल कीमतों में एक फीसदी का इजाफा देखने को मिला है। जबकि एक साल में गेहूं के रिटेल भावों में तीन प्रतिशत का उछाल आया है। वहीं एक माह में होलसेल दाम एक फीसदी और एक साल में होलसेल कीमतों में पांच प्रतिशत का उछाल आया है।
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