सेंसेक्स, निफ्टी मामूली अंतर के साथ बंद
Source : business.khaskhabar.com | Apr 19, 2014 | 

मुंबई। देश के शेयर बाजारों में पिछले सप्ताह प्रमुख सूचकांक सेंसेक्स और निफ्टी गत सप्ताह के मुकाबले नगण्य अंतर के साथ बंद हुए। इस दौरान बंबई स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) के मिडकैप और स्मॉलकैप सूचकांकों में भी नगण्य तेजी रही। बीएसई का 30 शेयरों पर आधारित संवेदी सूचकांक सेंसेक्स पिछले सप्ताह 0.12 अंक की गिरावट के साथ गुरूवार को 22,628.84 पर बंद हुआ। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का 50 शेयरों पर आधारित संवेदी सूचकांक निफ्टी 0.05 फीसदी या 3.1 अंकों की मामूली तेजी के साथ 6779.40 पर बंद हुआ।
गत सप्ताह सोमवार और शुक्रवार को शेयर बाजार क्रमश: डॉ. बाबा साहेब अंबेडकर जयंती और गुड फ्राइडे के अवसर पर बंद रहे और तीन दिन-मंगलवार, बुधवार और गुरूवार-ही कारोबारी सत्र संचालित हुए। सेंसेक्स के 30 शेयरों में से पिछले सप्ताह 15 में तेजी रही। विप्रो (3.10 फीसदी), आईटीसी (2.72 फीसदी), टीसीएस (2.48 फीसदी), आईसीआईसीआई बैंक (2.14 फीसदी) और हीरो मोटोकॉर्प (2.13 फीसदी) में सर्वाधिक तेजी रही। गिरावट वाले शेयरों में प्रमुख रहे एचडीएफसी (4.10 फीसदी), टाटा पावर (2.96 फीसदी), एचडीएफसी बैंक (2.62 फीसदी), भेल (2.16 फीसदी) और एक्सिस बैंक (2.06 फीसदी)। मिडकैप और स्मॉलकैप सूचकांकों में गत सप्ताह मामूली तेजी रही। मिडकैप 0.01 फीसदी या 0.83 अंक की तेजी के साथ 7,339.29 पर बंद हुआ।
स्मॉलकैप 0.01 फीसदी या 0.83 अंक की तेजी के साथ 7,524.01 पर बंद हुआ। पिछले सप्ताह के प्रमुख घटनाक्रमों में गत सप्ताह मंगलवार को जारी सरकारी आंक़डे के मुताबिक खाद्य और ईधन कीमतें बढ़ने के कारण थोक मूल्य सूचकांक पर आधारित थोक महंगाई दर मार्च महीने में बढ़कर 5.7 फीसदी हो गई, जो पिछले तीन महीने का ऊपरी स्तर है। फरवरी के लिए यह दर 4.68 फीसदी थी। मार्च 2013 में थोक मूल्य सूचकांक पर आधारित महंगाई दर 5.65 फीसदी थी। महंगाई दर बढ़ने के कारण भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) सख्त मौद्रिक नीति पर बने रहने के लिए बाध्य हो सकता है, चाहे भले ही इससे विकास दर प्रभावित हो रही है।
समग्र कारोबारी वर्ष 2013-2014 के लिए थोक महंगाई दर 5.7 फीसदी रही, जो 2012-13 के लिए 5.65 फीसदी थी। जनवरी 2014 की महंगाई दर को संशोधित कर 5.05 फीसदी से 5.17 फीसदी कर दिया गया। खाद्य महंगाई दर मार्च में 9.9 फीसदी रही, जो एक साल पहले समान अवधि में 8.12 फीसदी थी। ईधन और बिजली महंगाई दर 11.22 फीसदी रही। मंगलवार को ही जारी एक अन्य आंक़डे के मुताबिक उपभोक्ता महंगाई दर मार्च 2014 में बढ़कर 8.31 फीसदी दर्ज की गई, जो फरवरी में 8.03 फीसदी थी। उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (सीपीआई) पर आधारित महंगाई दर ग्रामीण क्षेत्रों में बढ़कर 8.89 फीसदी हो गई, जो फरवरी में 8.43 फीसदी थी।
इसी अवधि में शहरी क्षेत्रों में यह दर हालांकि 7.55 फीसदी से मामूली घटकर 7.51 फीसदी हो गई। पिछले हफ्ते देश में आम चुनाव जारी रहा। इसके परिणाम का शेयर बाजार की चाल पर प्रमुखता से असर होगा। चुनाव सात अप्रैल से शुरू हुआ और यह 12 मई तक नौ चरणों में संपन्न होगा और मतगणना 16 मई को होगी।