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इंफोसिस के शेयरधारकों ने सिक्का को दी मंजूरी

Source : business.khaskhabar.com | July 31, 2014 | businesskhaskhabar.com Business News Rss Feeds
 Infosys shareholders approve the coin given toबेंगलुरू| सूचना प्रौद्योगिकी कंपनी इंफोसिस के शेयरधारकों ने बुधवार को यहां हुई एक विशेष आम बैठक में विशाल सिक्का को एक अगस्त से कंपनी का मुख्य कार्यकारी अधिकारी और प्रबंध निदेशक नियुक्त किए जाने के फैसले को मंजूरी दे दी। बैठक की अध्यक्षता 8.3 अरब डॉलर की कंपनी इंफोसिस के सेवानिवृत्त होने जा रहे उपाध्यक्ष और सह-संस्थापक एस. गोपालकृष्णन ने की।

शेयरधारकों ने 14 जून, 2014 से 13 जून, 2019 तक सिक्का को पूर्णकालिक निदेशक नियुक्त किए जाने और उन्हें 12 करोड़ रुपये मूल्य के शेयर विकल्प प्रतिवर्ष दिए जाने के साथ ही 50.8 लाख डॉलर (30.5 करोड़ रुपये) का वेतन दिए जाने के फैसले को भी मंजूरी दी।

सैप के पूर्व कार्यकारी बोर्ड निदेशक 47 वर्षीय सिक्का मुख्य कार्यकारी अधिकारी के रूप में सह-संस्थापक एस.डी. शिबुलाल की जगह लेंगे।

बैठक में के.वी. कामत और आर. सेशासयी को फिर से स्वतंत्र निदेशक नियुक्त किए जाने के फैसले को भी मंजूरी मिली।

बैठक के बाद सिक्का ने संवाददाताओं से कहा, "कंपनी का मुख्य कार्यकारी अधिकारी नियुक्त किए जाने के लिए मैं निवेशकों का आभारी हूं। मैं कंपनी के सह-संस्थापकों द्वारा कई साल में तैयार किए गए गहरे सांस्कृतिक मूल्यों को बरकरार रखूंगा।"

सिक्का ने कहा कि वह बैंकिंग, फाइनेंस सेवा, विनिर्माण, ऊर्जा, तेल एवं गैस तथा रिटेल जैसे सभी कारोबारी क्षेत्रों में सॉफ्टवेयर सेवा को पहुंचाएंगे।

उन्होंने कहा, "सूचना प्रौद्योगिकी सेवा का परिदृश्य काफी अच्छा है। मैं भविष्य को लेकर आशावान हूं।"

सिक्का हालांकि अमेरिका के कैलीफोर्निया में रहेंगे, लेकिन जब भी कंपनी के बोर्ड को जरूरत होगी, वे बेंगलुरू पहुंच जाएंगे।

सिक्का ने बताया कि बेंगलुरू की इस यात्रा के दौरान वह कंपनी के मैसूर परिसर भी जाएंगे।

उल्लेखनीय है कि इंफोसिस के सह-संस्थापक और अध्यक्ष एन.आर. नारायण मूर्ति तथा गोपालकृष्णन ने यहां 33वीं सालाना आम बैठक के बाद 14 जून को कार्यकारी पद से इस्तीफा दे दिया था।

एक जून 2013 को सेवानिवृत्ति से पुन: वापसी करने वाले मूर्ति 10 अक्टूबर तक गैर-कार्यकारी अध्यक्ष बने रहेंगे। उसके बाद कंपनी में उनके उल्लेखनीय योगदान के लिए उन्हें सेवानिवृत्त अध्यक्ष का पद दिया जाएगा।

कामत 11 अक्टूबर से बोर्ड के गैर-कार्यकारी अध्यक्ष बन जाएंगे।