दूरसंचार उद्योग को और स्पेक्ट्रम चाहिए : मित्तल
Source : business.khaskhabar.com | Nov 06, 2014 | 

नई दिल्ली। भारती समूह के अध्यक्ष सुनील मित्तल ने कहा कि दूरसंचार उद्योग को और स्पेक्ट्रम चाहिए, सरकार को इसे उपलब्ध कराना चाहिए। मित्तल ने यहां भारत आर्थिक सम्मेलन में एक सत्र को संबोधित करते हुए कहा "हम सरकार से और स्पेक्ट्रम चाहते हैं। हर देश के पास इतनी मात्रा में स्पेक्ट्रम है और ऎसा नहीं है कि भारत के पास कम है। इसे अन्य जगहों से खाली कराने की जरूरत है और दूसरे देशों ने भी यह किया है।"
भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकार (ट्राई) ने 15 अक्टूबर को 900 मेगाहर्ट्ज बैंड और 1800 मेगाहर्ट्ज बैंड के लिए स्पेक्ट्रम नीलामी के संबंध में अपनी सिफारिश सौंपी है जिसका उपयेाग फिलहाल एयरटेल, वोडाफोन, आइडिया सेल्यूलर और रिलायंस कम्यूनिकेशंस 2जी जीएसएम मोबाइल सेवा के लिए कर रहे हैं। सरकार ने इन कंपनियों के पास मौजूद 900 मेगाहर्ट्ज बैंड में करीब 184 मेगाहर्ट्ज स्पेक्ट्रम नीलामी का प्रस्ताव किया है क्योंकि इनका लाइसेंस 2015-16 तक खत्म हो रहा है। चारों दूरसंचार कंपनियों को अपनी सेवा बरकरार रखने के लिए नए सिरे से स्पेक्ट्रम खरीदना होना।
मित्तल ने कहा "मैं सरकार से कहना चाहूंगा कि वह पर्याप्त स्पेक्ट्रम उपलब्ध कराए ताकि स्पेक्ट्रम और मूल्य निर्धारण में संतुलन हो।" यह पूछने पर कि क्या तीन फरवरी को तय स्पेक्ट्रम नीलामी प्रक्रिया टाली जानी चाहिए, मित्तल ने कहा, "इसे क्यों टाला जाना चाहिए! उद्योग ज्यादा स्पेक्ट्रम चाहता है और सरकार को इसे उन्हें उपलब्ध कराना चाहिए।"
भारती एयरटेल द्वारा मुंबई की कंपनी लूप मोबाइल का कारोबार और परिसंपत्ति 700 करोड रूपए में खरीदने के संबंध में मित्तल ने कहा "लूप मोबाइल छोटा सा मसला है और मुझे नहीं पता कि इसे इतना बडा क्यों बनाया जा रहा है। लूप के ज्यादातर उपभोक्ता हमारे नेटवर्क में आ चुके हैं। यह छोटा सा सौदा था जो मूल रूप से पहली बार ग्राहकों के अधिग्रहण का सौदा था। यह विलय का मामला नहीं है बल्कि यह समझौते के नवीकरण से जुडा है।