प्रमुख आर्थिक आंकड़ों, आरबीआई की मौद्रिक नीति पर रहेगी बाजार की नजर
Source : business.khaskhabar.com | Sep 29, 2019 | 

नई दिल्ली। आर्थिक मसलों पर केंद्र सरकार के हालिया फैसलों से बीते सप्ताह
घरेलू शेयर बाजार की सकरात्मक प्रतिक्रिया देखने को मिली। मगर, इस सप्ताह
बाजार की नजर भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) की मौद्रिक समीक्षा नीति की बैठक
के नतीजों और सप्ताह के दौरान जारी होने वाले प्रमुख आर्थिक आंकड़ों पर
होगी। इसके अलावा, अंतर्राष्ट्रीय घटनाक्रमों व प्रमुख आर्थिक आंकड़ों से
प्रभावित विदेशी बाजारों के संकेतों का भी भारतीय बाजार पर असर बना रहेगा।
वहीं, शेयर बाजार की चाल तय करने में अंतर्राष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल
का भाव और डॉलर के मुकाबले रुपये की चाल के साथ-साथ विदेशी पोर्टफोलियो
निवेशकों और घरेलू संस्थागत निवेशकों के निवेश के प्रति रुझान की अहम
भूमिका होगी।
सप्ताह के आरंभ में सोमवार को देश के इन्फ्रास्ट्रक्च र
क्षेत्र में उत्पादन के अगस्त महीने के आंकड़े जारी होंगे। इसके अगले दिन
मंगलवार को सितंबर महीने के लिए मार्किट मैन्युफैक्च रिंग पीएमआई के आंकड़े
जारी होंगे। इस सप्ताह बुधवार को गांधी जयंती (दो अक्टूबर) का अवकाश होने
के कारण शेयर बाजार में कारोबार बंद रहेगा।
आरबीआई की मौद्रिक नीति
समिति यानी एमपीसी की इस सप्ताह शुक्रवार को संभावित द्विमासिक समीक्षा
बैठक में लिए जाने वाले फैसलों पर बाजार की नजर बनी रहेगी। बीते अगस्त में
एमपीसी ने प्रमुख ब्याज दर में 35 आधार अंकों की कटौती की थी, जिसके बाद
आरबीआई की रेपो रेट 5.40 फीसदी हो गई है।
देश में महंगाई दर तकरीबन
स्थिर रही है जबकि आर्थिक ब्याज दर घटकर छह साल के निचले स्तर पर आ गई है।
ऐसे में आर्थिक विकास को गति प्रदान करने के मकसद से केंद्रीय बैंक फिर
ब्याज दर में कटौती पर विचार कर सकता है।
निवेशकों की नजर इस सप्ताह
ऑटो कंपनियों द्वारा जारी किए जाने वाले बिक्री के आंकड़ों पर भी होगी।
सप्ताह के आरंभ में एक अक्टूबर से ही ऑटो कंपनियां सितंबर महीने में रही
उनकी बिक्री के आंकड़े जारी करना शुरू कर देंगी।
इसके अलावा,
आईआरसीटीसी का आईपीओ इस सप्ताह सोमवार को खुलेगा और इसकी बिक्री गुरुवार को
बंद होगी। आईआरसीटीसी ने इसकी कीमत 315-340 रुपये प्रति शेयर रखी है।
उधर,
अमेरिका और चीन के बीच व्यापारिक मसले सुलझाने की दिशा में नए सिरे से
शुरू होने जा रही बातचीत को लेकर होने वाले घटनाक्रमों से दुनियाभर का
बाजार प्रभावित रहेगा। इसके अलावा, अमेरिका और चीन में जारी होने वाले
आंकड़ों का भी असर दिखेगा।
इस साल मानूसन के दौरान अच्छी बारिश हुई
है। मौसम विज्ञान विभाग के आंकड़ों के अनुसार, इस साल एक जून से लेकर 26
सितंबर तक देशभर में औसत से सात फीसदी अधिक बारिश हुई है। (आईएएनएस)
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