रूस देगा 2.1 अरब डॉलर के कच्चे हीरे
Source : business.khaskhabar.com | Dec 11, 2014 | 

नई दिल्ली। रूस की सरकारी खनन कंपनी अलरोसा ने देश में हीरा तराशने वाली 12 कंपनियों के साथ उन्हें तीन साल में 2.1 अरब डॉलर मूल्य के कच्चे हीरे की आपूर्ति करने के लिए एक समझौते पर हस्ताक्षर किए। इस समझौते से देश में हीरा तराशी उद्योग को कच्चे हीरे का एक बडा वैकल्पिक स्त्रोत मिल जाएगा। रूस कच्चे हीरे का सबसे बडा उत्पादक है और इसमें अलरोसा की 27 फीसदी हिस्सेदारी है। संयोग से रूस के राष्ट्रपति ब्लादिमीर पुतिन 15वें भारत-रूस वार्षिक शिखर सम्मेलन के मौके पर भारत पहुंचे हुए हैं और वह तथा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यहां विश्व हीरा सम्मेलन में हिस्सा भी लिया।
खरीद के लिए सरकार की नोडल एजेंसी सप्लाइज एंड डिस्पोजल के महानिदेशक सिद्धार्थ ने कहा,हम कच्चे हीरे की अनवरत आपूर्ति चाहते हैं। अलरोसा ने भारतीय कंपनियों के साथ सीधी बिक्री के 12 समझौते करने का फैसला किया है। तीन साल का यह सौदा सालाना 70 करोड डॉलर का है। भारत ने 2013 में 16.34 अबर डॉलर मूल्य के 16.311 करोड कैरेट कच्चे हीरे का आयात किया और 20.23 अरब डॉलर मूल्य के 3.646 करोड कैरेट पॉलिश्ड हीरे का निर्यात किया।
इनमें से अधिकांश की आपूर्ति अंट्वर्प की कंपनी डीबीयर्स से हुई, जिसका वैश्विक कच्चा हीरा व्यापार के 40 फीसदी हिस्से पर कब्जा है। ताजा सौदे से लाभान्वित होने वाली कंपनियों में हैं : रोजी ब्लू, डायमंड इंडिया, हरि कृष्णा एक्सपोर्ट्स, डायमेक्सॉन डायमंड्स, जसानी समूह, एशियन स्टार, किरण जेम्स, केजीके डायमंड्स, श्रीरामकृष्ण एक्सपोर्ट्स, वीनस जेवेल, कार्प ग्रुप और शीतल ग्रुप।