अमेज़न के 66,000 से अधिक स्वयंसेवकों ने देश भर में 530 कार्यक्रमों के ज़रिये की लोगों की मदद
Source : business.khaskhabar.com | July 09, 2025 | 
बैंगलोर। अमेज़न इंडिया ने आज घोषणा की कि इसके सालाना कार्यक्रम, ग्लोबल मंथ ऑफ वॉलंटियरिंग (जीएमवी) में मई, 2025 के दौरान इसके कर्मचारियों की उल्लेखनीय भागीदारी रही। इस कार्यक्रम के तहत देश भर के 66,000 से ज़्यादा कर्मचारियों ने सामुदायिक पहलों में अपने समय और कौशल का योगदान किया। जीएमवी 2025 के दौरान, टीम के सदस्यों ने देश भर के 60 से ज़्यादा शहरों में आयोजित 530 कार्यक्रमों के तहत स्वयंसेवा की। ये पहलें इन-ऑफिस (दफ्तर में), ऑन-ग्राउंड और वर्चुअल फॉर्मैट में थीं। 100 से अधिक गैर-लाभकारी संगठनों के साथ साझेदारी के ज़रिये किए गए ये प्रयास महिला सशक्तिकरण, वहनीयता, शिक्षा, खाद्य सुरक्षा, समावेश और अति स्थानीय (हाइपरलोकल) समर्थन जैसे प्रमुख क्षेत्रों पर केंद्रित थे, जो उन समुदायों का समर्थन करने के लिए अमेज़न की प्रतिबद्धता को दर्शाता है जहां हम रहते हैं और काम करते हैं।
अमेज़न इंडिया के कंट्री मैनेजर, समीर कुमार ने कहा, "स्वयंसेवा सिर्फ एक दिन की सेवा नहीं, बल्कि यह हमारे समुदायों के लिए और खुद अपने भीतर स्थायी बदलाव लाती है। मैंने बेंगलुरु में एक स्थानीय स्कूल में बदलाव लाने के लिए अमेज़न में काम करने वाले साथी कर्मचारियों के साथ काम करते हुए इसे प्रत्यक्ष रूप से देखा, जहां हमने बेकार पड़ी सामग्रियों को पढ़ाई की रंगीन सहायक सामग्री में बदल दिया और दीवारों तथा खंभों को रंग दिया जिससे अब पढ़ाई का माहौल सुंदर हो गया। हम इस साल, 60 शहरों में 66,000 से अधिक टीम के सदस्यों के साथ, अमेज़न इंडिया में सेवा की एक सच्ची संस्कृति का निर्माण कर रहे हैं। शहरी झीलों को बहाल करने वाले फ्लोटिंग वेटलैंड के निर्माण से लेकर लगभग 200,000 भोजन परोसने वाले सामुदायिक रसोई स्थापित करने तक, हमारे लोग आम लोगों के सामने आने वाली चुनौतियों का समाधान करने के लिए अमेज़न की नवोन्मेष मानसिकता को लागू कर रहे हैं। जब हम अपनी कंपनी के पैमाने को अपने कर्मचारियों के जुनून और रचनात्मकता के साथ जोड़ते हैं, तो इसका प्रभाव पड़ोस और जीवन दोनों को बदल देता है।"
अमेज़न की स्वयंसेवी पहलों ने समुदायों में एक ठोस बदलाव किया, 100,000 से अधिक संसाधन किट वितरित किए जो इस वर्ष के लिए तय सुधार क्षेत्रों का समर्थन करते हैं। किट में विज्ञान प्रौद्योगिकी इंजीनियरिंग और गणित (स्टेम) किट, खेल किट, मासिक धर्म किट, प्राथमिक चिकित्सा किट, स्टेशनरी किट, डॉग केयर किट, विज्ञान मॉडल, क्विज़ बोर्ड और साइकिल आदि शामिल हैं।
हैदराबाद और बेंगलुरु में, स्वयंसेवकों ने अमेज़न कम्युनिटी किचन की स्थापना की, जिसमें लगभग 200,000 भोजन तैयार किए गए। इसमें 600 से अधिक अमेज़न स्वयंसेवकों ने एक साथ मिलकर गर्म, पौष्टिक लंगर-शैली का निःशुल्क भोजन तैयार किया और परोसा, जिससे समुदाय और साझा उद्देश्य की एक मज़बूत भावना का निर्माण हुआ।
प्रोजेक्ट ब्लू नामक एक नई पहल ने स्वयंसेवकों को बेंगलुरु शहर में फ्लोटिंग वेटलैंड के निर्माण के साथ-साथ तीन झीलों को बहाल करने के लिए निरंतर हस्तक्षेप के माध्यम से अमेज़न के चल रहे स्थिरता प्रयासों से जोड़ा। प्रतिभागियों ने तैरते हुए प्लेटफॉर्म बनाए और कैना इंडिका लगाया, जो एक लचीला जलीय पौधा है और शहरी झील परितंत्र को बहाल करने में मदद करता है।
अमेज़न इंडिया के ग्राहक सेवा परिचालन के एसोसिएट, अमूल्य देवलराजू ने कहा, "मुझे वंचित समुदायों की सहायता करने के प्रति समर्पित सभी शानदार लोगों से जुड़ने में वाक़ई मज़ा आया। स्वयंसेवा के बारे में जो बात मुझे सबसे अधिक पसंद है, वह है उन बच्चों और व्यक्तियों के चेहरे पर अनूठी खुशी देख पाना, जिनकी आपने सेवा की हो।"
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