नई विदेश व्यापार नीति आज होगी जारी
Source : business.khaskhabar.com | Mar 31, 2015 | 

नई दिल्ली। केंद्र सरकार बुधवार को नई विदेश व्यापार नीति घोषित करेगी जिसमें निर्यात बढाने के उपायों पर विशेष ध्यान दिया जाएगा। विदेश व्यापार नीति आम तौर पर अप्रैल में जारी की जाती है। इसमें आर्थिक वृद्धि को बढावा देने और रोजगार पैदा करने के उद्देश्य के साथ निर्यात बढाने के लिए दिशानिर्देश उपलब्ध कराए जाते हैं। यह बात एक वरिष्ठ अधिकारी ने कही।
याद रहे,देश का निर्यात लगातार तीसरे महीने फरवरी में 15 फीसदी से अधिक गिरावट के साथ 21.54 अरब डॉलर रहा। व्यापार घाटा हालांकि घटकर 6.85 अरब डॉलर दर्ज किया गया, लेकिन इसमें मुख्य योगदान कच्चे तेल मूल्य में गिरावट का रहा। वाणिज्य मंत्रालय ने वाणिज्य मंत्री की अध्यक्षता में बोर्ड ऑफ ट्रेड की बैठक नहीं कराई, जैसी की प्रथा रही है। बोर्ड ऑफ ट्रेड के सदस्यों में प्रमुख उद्योगपति और निर्यातकों की संस्था फेडरेशन ऑफ इंडियन एक्सपोर्ट ऑर्गनाइजेशन (एफआईईओ) और निर्यात संवर्धन परिषद के प्रतिनिधि शामिल होते हैं और उनके विचारों को नीति में जगह दी जाती है।
अमेरिका जैसे प्रमुख साझेदारों के साथ भारत के व्यापारिक संबंधों के बारे में फॉरेन पॉलिसी पत्रिका ने गत महीने के अंक में कहा था कि दोनों देशों में व्यापार युद्ध छिड सकता है क्योंकि दोनों के बीच के विवाद सामने आ रहे हैं। मुख्य विवादों में शामिल हैं बौद्धिक संपदा सुरक्षा (आईपीपी)।
पत्रिका के मुताबिक अमेरिका की कुछ धनाढ्य औषधि कंपनियां चाहती हैं कि भारत अपना नियामकीय ढांचा मजबूत करे। पत्रिका के मुताबिक इधर भारतीय जनरिक कंपनियों को डर है कि यदि भारत अमेरिका जैसी पेटेंट सुरक्षा व्यवस्था अपनाएगा, तो कारोबार का एक बडा हिस्सा उनके हाथ से निकल जाएगा। एशिया प्रशांत के 12 देशों के बीच प्रस्तावित मुक्त व्यापार समझौता ट्रांस पैसिफिक पार्टनरशिप (टीपीपी) में आईपीपी एक बडा मुद्दा है। चीन और भारत टीपीपी में शामिल नहीं हैं। भारत को टीपीपी से होने वाले नुकसान के केंद्र में बौद्धिक संपदा नियमन भी होगा।