"रिजर्व बैंक से ब्याज दर में बदलाव की उम्मीद नहीं"
Source : business.khaskhabar.com | May 28, 2014 | 

मुंबई। डीबीएस की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि रिर्जव बैंक के एजेंडा में महंगाई को काबू करना प्राथमिकता में है इसलिए अगले सप्ताह द्विमासिक ऋण एवं मौद्रिक नीति की समीक्षा में ब्याज दरों में किसी प्रकार के बदलाव की उम्मीद नहीं है। रिर्जव बैंक गवर्नर रघुराम राजन ने मंगलवार को नए वित्त मंत्री अरूण जेटली से मुलाकात की थी।
मुलाकात के बाद राजन ने यह बात कही थी कि कीमतों पर लगाम लगाना प्राथमिकता में है। उन्होंने कहा कि केन्द्रीय बैंक हमेशा से आर्थिक वृद्धि और मुद्रास्फीति में संतुलन बनाकर काम कर रहा है। रिर्जव बैंक ऋण एवं मौद्रिक नीति समीक्षा की घोषणा तीन जून को करेगा। डीबीएस रिपोर्ट में राजन के इस बयान पर कहा गया है "हम देख रहे हैं कि अगले सप्ताह नीति की घोषणा के समय रैपो दर में कोई बदलाव नजर नहीं आएगा। राजन पिछले साल सितम्बर में रिर्जव बैंक गवर्नर का कामकाज संभाला था और इसके बाद से वह रैपो दर में तीन बार बढोतरी कर चुके हैं।
रिपोर्ट में कहा गया है कि अगले कुछ माह के दौरान रिर्जव बैंक और सरकार दोनों ही महंगाई पर लगाम लगाने की राह पर आगे बढेंगे। मार्च में सकल उपभोक्ता मूल्य सूचकांक पर आधारित महंगाई की दर 5.7 प्रतिशत रही थी। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आम चुनाव अभियान में महंगाई और भ्रष्टाचार पर कांग्रेस को विशेष रूप से निशाने पर लिया था। उनकी अगुवाई में गठित नई सरकार के समक्ष देश की अर्थव्यवस्था को फिर से पटरी पर लाने के साथ-साथ लोगों को महंगाई से राहत दिलाने की बडी चुनौती है। अर्थव्यवस्था एक दशक के निचले स्तर पर है।
सरकार के लिए राहत की बात यह है कि उसका चालू खाता घाटा, कैड, 2013-14 में सकल घरेलू उत्पाद, जीडीपी, का घटकर 1.7 प्रतिशत रहा है। राजकोषीय घाटा भी 4.6 प्रतिशत रहने का अनुमान है। इसके अलावा आवश्यक परिस्थितियों में आयात जरूरतों के लिए उसके पास विदेशी मुद्रा का 300 अरब डालर से अधिक का भंडार है।